एक टूटा हुआ रिश्ता, एक छूटा हुआ हाथ
एक अधूरा सा रिश्ता, कुछ खराब दिन
ये सब एक अनुभव हो सकता है लेकिन परिणाम नही , और न ही अंत।
मुझे आपसे पूछना है कि वजह क्या है?
वजह क्या है आपके इस व्यवहार का।
यकीनन आप बदल गए है लेकिन मेरा दिल कहता है , आप हार नही मानेंगे, एक कदम ही सही लेकिन आगे बढिए
चलो फिर आज चाय पर बात करते हुए कहते है कि -
" मेरे साथ चल तू"
©Sushma verma
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