JitendraSHARMA (सोज़)

JitendraSHARMA (सोज़)

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#विचार #good_night  White अनकही बाते 
मे उन मुद्दो को भी अक़्सर उठा लेता हू 
जिनका जिक्र कोई करते नही ,

रखता हू अपनी राय खुल के ।
जिन पर अक़्सर लोग चुप्पी साध लेते है ।

कोई फर्क अब पड़ता नही 
क़्या कहेगे ज़माने भर के लोग।
या तो मे बदतमीज हू या समजो मुज़े निडर।

मे उठा ता हू वो मुद्दे जिसमे हवस हो या मुहब्बत ,
मे खुल के कहता चाहे वात्सल्य हो या वासना ,
फिर मय हो सुराही हो साकी हो या फिर कोई हमनवा।
हर मुद्दे को बेबाकी से उठा लेता हू।
सोज़

©JitendraSHARMA (सोज़)

#good_night

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White तुम ही कहो केसा इनके बिन लगता हैं सारा सहर वीरान वीरान सा लगता हैं ना मय खाने ना सागर ना सुराही ना कोई रिंद ना साकी ना जाम पे जाम खामोश शहर मुर्दो की बस्ती सा लगता हैं ना किसी से दिल लगी ना गम ए दिल ना इजहार ए मुहब्बत ना टूटा दिल तुम ही कहो कैसे इनके बिन लगता हैं? ©JitendraSHARMA (सोज़)

#शायरी #good_night  White तुम ही कहो केसा इनके बिन लगता हैं
सारा सहर वीरान वीरान सा लगता हैं

ना मय खाने ना सागर ना सुराही 
ना कोई रिंद ना साकी ना जाम पे जाम 
खामोश शहर मुर्दो की बस्ती सा लगता हैं

ना किसी से दिल लगी ना गम ए दिल 
ना इजहार ए मुहब्बत ना टूटा दिल 
तुम ही कहो कैसे इनके बिन लगता हैं?

©JitendraSHARMA (सोज़)

#good_night

11 Love

White वफा के बारे में लिखा सब कुछ मगर जफा का जिक्र तक कहीं नहीं मेरा जिक्र तो तूने खुलकर किया मगर काशीद का जिक्र कहीं नहीं तुने कहा खुली किताब की तरह हू मेने देखा पन्नो को पलट कर मे कही नही मे मय कश हू मुज़को होश कहा , सायद वफा के खुमार से तू रुबरु नही यह जो तकल्लुफ़ है उसके पीछे बहुत कुछ है रकीब के आगे मेरी अहमियत कुछ नहीं टुट कर बिखर जाना है तुज़को सोज़ एक रोज ईतना रखना जहन मे शबाब तेरा भी बा दस्तूर नही ©JitendraSHARMA (सोज़)

#emotional_sad_shayari #शायरी  White वफा के बारे में लिखा सब कुछ 
मगर जफा का जिक्र तक कहीं नहीं 

मेरा जिक्र तो तूने खुलकर किया 
मगर काशीद का जिक्र कहीं नहीं

तुने कहा खुली किताब की तरह हू
मेने देखा पन्नो को पलट कर मे कही नही

मे मय कश हू मुज़को होश कहा ,
सायद वफा के खुमार से तू रुबरु नही 

यह जो तकल्लुफ़ है उसके पीछे बहुत कुछ है 
रकीब के आगे मेरी अहमियत कुछ नहीं 

टुट कर बिखर जाना है तुज़को सोज़ एक रोज
ईतना रखना जहन मे शबाब तेरा भी बा दस्तूर नही

©JitendraSHARMA (सोज़)

White यूही नही हुस्न पे निखार आया,,,, उम्र ए लड़खपन का कत्ल हुआ __ जब सर ए बज्म ,, तब कहीं यह शबाब आया ,,,, यह हयात सोज फरेबी है तेरी ,,, देखा जो आएने मे खुद का अक़्स तो यह खयाल जहन मे आया,, ©JitendraSHARMA (सोज़)

#शायरी  White यूही नही हुस्न पे निखार आया,,,,
उम्र ए लड़खपन का कत्ल हुआ __ 
जब सर ए बज्म ,, 
तब कहीं यह शबाब आया ,,,,
यह हयात सोज फरेबी है तेरी ,,, 
देखा जो आएने मे खुद का अक़्स 
तो यह खयाल जहन मे आया,,

©JitendraSHARMA (सोज़)

White यूही नही हुस्न पे निखार आया,,,, उम्र ए लड़खपन का कत्ल हुआ __ जब सर ए बज्म ,, तब कहीं यह शबाब आया ,,,, यह हयात सोज फरेबी है तेरी ,,, देखा जो आएने मे खुद का अक़्स तो यह खयाल जहन मे आया,, ©JitendraSHARMA (सोज़)

16 Love

White मुझे मालूम है कि मेरी जो मोहब्बत है केवल एक तरफ़ा है, इसमें दूसरी तरफ कोई इस दुनिया में है ही नहीं😢 तेरा यू रुखसत हो जाना ।😭 तेरे परिवार के लिए बहुत बड़ी कमी है, मगर मेरे लिए तो नहीं। देख मेने वादा किया था ता उम्र तेरे साथ रहूँगा, वादा तुने तोड़ा मेने तो नही। फिर केसे कहू तू वादे से मुकर गई।😥 हा मे इतना अनजान भी नही, तेरा जिस्म जल के खाक हो चुका है। मगर तेरी रूह का अहसास आज भी महसूस होता है। लगता है जेसे तू मेरे आस-पास है, यह जो मुहब्बत है युही चलती रहेगी जब तक यह सांस मेरी गिनी चुनी बाकी है। हा हर एक को अपनी मंजिल हाशिल नही होती । मगर वफा की हसरत मे कज़ा से तालुख रखना सोज़ लाज़मी नही। सोज़ ©JitendraSHARMA (सोज़)

#शायरी  White मुझे मालूम है कि मेरी जो मोहब्बत है 
केवल एक तरफ़ा है,
इसमें दूसरी तरफ कोई इस दुनिया में है ही नहीं😢
तेरा यू रुखसत हो जाना ।😭
तेरे परिवार के लिए बहुत बड़ी कमी है,
मगर मेरे लिए तो नहीं।
देख मेने वादा किया था ता उम्र तेरे साथ रहूँगा,
वादा तुने तोड़ा मेने तो नही।
फिर केसे कहू तू वादे से मुकर गई।😥
हा मे इतना अनजान भी नही,
तेरा जिस्म जल के खाक हो चुका है।
मगर तेरी रूह का अहसास आज भी महसूस होता है।
लगता है जेसे तू मेरे आस-पास है,
यह जो मुहब्बत है युही चलती रहेगी 
जब तक यह सांस मेरी गिनी चुनी बाकी है।
हा हर एक को अपनी मंजिल हाशिल नही होती ।
मगर वफा की हसरत मे कज़ा से तालुख रखना सोज़ लाज़मी नही।
सोज़

©JitendraSHARMA (सोज़)

White मुझे मालूम है कि मेरी जो मोहब्बत है केवल एक तरफ़ा है, इसमें दूसरी तरफ कोई इस दुनिया में है ही नहीं😢 तेरा यू रुखसत हो जाना ।😭 तेरे परिवार के लिए बहुत बड़ी कमी है, मगर मेरे लिए तो नहीं। देख मेने वादा किया था ता उम्र तेरे साथ रहूँगा, वादा तुने तोड़ा मेने तो नही। फिर केसे कहू तू वादे से मुकर गई।😥 हा मे इतना अनजान भी नही, तेरा जिस्म जल के खाक हो चुका है। मगर तेरी रूह का अहसास आज भी महसूस होता है। लगता है जेसे तू मेरे आस-पास है, यह जो मुहब्बत है युही चलती रहेगी जब तक यह सांस मेरी गिनी चुनी बाकी है। हा हर एक को अपनी मंजिल हाशिल नही होती । मगर वफा की हसरत मे कज़ा से तालुख रखना सोज़ लाज़मी नही। सोज़ ©JitendraSHARMA (सोज़)

13 Love

White आज उस से बर्षो बाद मुलाकात हुई "" ताने उसने हजार देदीए। क़्या तुम्हे जिस्म के अलावा"" कुछ ओर नज़र नही आता? इस बे रंग जिन्दगी मे कोई ओर रन्ग नज़र नही आता? तालुख रहे हैं,, हर एक तरह के तेरे मेरे बिच मे। जब तुमने छूआ जिस्म की घहराइ को "" एक दिलभी हे" तूम्हें वो कभी नज़र नही आया? हम हर बार मिले या यू कहो बार बार मेले, क़्या कभी बे मतलब मिलने का खयाल नही आया। सोज़ ©JitendraSHARMA (सोज़)

#शायरी  White आज उस से बर्षो बाद मुलाकात हुई ""
ताने उसने हजार देदीए।
क़्या तुम्हे जिस्म के अलावा""
कुछ ओर नज़र नही आता?
इस बे रंग जिन्दगी मे 
कोई ओर रन्ग नज़र नही आता?

तालुख रहे हैं,, 
हर एक तरह के तेरे मेरे बिच मे।
जब तुमने छूआ जिस्म की घहराइ को ""
एक दिलभी हे" 
तूम्हें वो कभी नज़र नही आया?

हम हर बार मिले या यू कहो बार बार मेले,
क़्या कभी बे मतलब मिलने का 
खयाल नही आया। 
सोज़

©JitendraSHARMA (सोज़)

White आज उस से बर्षो बाद मुलाकात हुई "" ताने उसने हजार देदीए। क़्या तुम्हे जिस्म के अलावा"" कुछ ओर नज़र नही आता? इस बे रंग जिन्दगी मे कोई ओर रन्ग नज़र नही आता? तालुख रहे हैं,, हर एक तरह के तेरे मेरे बिच मे। जब तुमने छूआ जिस्म की घहराइ को "" एक दिलभी हे" तूम्हें वो कभी नज़र नही आया? हम हर बार मिले या यू कहो बार बार मेले, क़्या कभी बे मतलब मिलने का खयाल नही आया। सोज़ ©JitendraSHARMA (सोज़)

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