Nirupam Anand Singh

Nirupam Anand Singh Lives in Bengaluru, Karnataka, India

Coder by profession, poet by passion kalam ,shayar aur uski shayri

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Tere naam ke na Jane kitne chehre honge is apne shahar me Par ruk jata yahin har dafa,ki kisi me wo teri wali bat bhi nahi, ©Nirupam Anand Singh

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Par ruk jata yahin har dafa,ki kisi me wo teri wali bat bhi nahi,

©Nirupam Anand Singh

दफ़न कर आया वो पूरा शहर, ना जिक्र हुई ना बात हुआ गुजरते वक्त के पैमाने पर सिफॅ ,वो ही आबाद हुआ जुल्म उसने किए, फसाने ,कहानी भी उसी के थे पर हर दफा ,कमबखत अकेला मैं ही बर्बाद हुआ ©Nirupam Anand Singh

#शायरी #DilKiAwaaz #shayri #Shayar  दफ़न कर आया वो पूरा शहर, ना जिक्र हुई ना बात हुआ 
गुजरते वक्त के पैमाने पर सिफॅ ,वो ही आबाद हुआ
जुल्म उसने किए, फसाने ,कहानी भी उसी के थे
पर हर दफा ,कमबखत अकेला मैं ही बर्बाद हुआ

©Nirupam Anand Singh

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शराब की बोतलों में झुमंने वाली कितनी जावेदां जिंदगी उस पल मयखानों मे आबाद हुए तंग गलियों के उस शहर मे आज भी कहते है ना जाने कितने आए,मजॅ लिए कितने बरबाद हुए । ©Nirupam Anand Singh

#शायरी #walkingalone #thought #shayri  शराब की बोतलों में  झुमंने वाली
कितनी जावेदां जिंदगी उस  पल मयखानों मे आबाद हुए 
तंग गलियों के उस शहर मे आज भी कहते है
ना जाने कितने आए,मजॅ लिए कितने बरबाद हुए ।

©Nirupam Anand Singh

बदनाम ही सही, चलो तुम मुझे बदनाम कर दो, इस तरह ही सही, हर जुबां पे मेरा नाम आम कर दो, फुर्सत लेकर आऊंगा गर गिना ने हो तुम्हे कुछ शिकायतें, कम से कम इन्ही मुलाकातों मे मेरे हर सुबह को शाम कर दो। ©Nirupam Anand Singh

#शायरी #rain #poem  बदनाम ही सही, चलो तुम मुझे बदनाम कर दो,
इस तरह ही सही, हर जुबां पे मेरा नाम आम कर दो,
फुर्सत लेकर आऊंगा गर गिना ने हो तुम्हे कुछ   शिकायतें, 
कम से कम इन्ही मुलाकातों मे मेरे हर सुबह को शाम कर दो।

©Nirupam Anand Singh

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जिदंगी की ये हादसें,कुछ खुशी तो कुछ गम मिलें। ऑर सफर वहां इंतिहा बनी,जहाँ मुकम्मल दिन थोड़े कम मिले।। ©Nirupam Anand Singh

#शायरी #Shayar #Quote #Poet #Rose  जिदंगी की ये हादसें,कुछ खुशी तो कुछ गम मिलें।
ऑर सफर वहां इंतिहा बनी,जहाँ मुकम्मल दिन थोड़े कम मिले।।

©Nirupam Anand Singh
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