#LabourDay रिश्तो में गर्दिशों के मकाम आये होंगे
कुछ तेरे भी हिस्से इल्ज़ाम आये होंगे
हर कोई घेर रहा था गलतियों में जैसे,
फ़रिश्ते भी महफ़िलो में तमाम आये होंगे
आज मर गया वो भी अंदर से टूट कर,
गुनहगार भी श्मशानों तक साथ आये होंगे
और वो सबूत ढूंढ रहे है उनके गुनाहो के,
अरे वो लहजा मेरी कब्र में दाब आये होंगे
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