Bazirao Ashish

Bazirao Ashish

हिन्दी, पंजाबी, संस्कृत व अंग्रेजी भाषाओं का साक्षर हूँ। चीते की चाल, बाज की नज़र और बाजीराव की कलम पर कभी शक नहीं करते.

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हमने तमाम उम्र अकेले सफ़र तय किया। हम पर सदा सर्वव्यापी की ही इनायत रही।। 🚩🔱🚩🔱🚩 ©Bazirao Ashish

#भक्ति  हमने तमाम उम्र 
अकेले सफ़र तय किया।
हम पर सदा 
सर्वव्यापी की ही इनायत रही।।

🚩🔱🚩🔱🚩

©Bazirao Ashish

हमने तमाम उम्र अकेले सफ़र तय किया। हम पर सदा सर्वव्यापी की ही इनायत रही।। 🚩🔱🚩🔱🚩

8 Love

White अपनों की कब्र पर एक बीज बोते चलें। रोने के बाद भी खुश होते चलें।। शहर वालों को तो नसीब ही नहीं ये खुशी। खुश होना है तो वृक्ष लगाते चलें।। दुआएं देंगी आने वाली पीढ़ियाँ उम्र भर। मेरे पुरखों ने दी हरियाली गुज़र कर।। @आशीष द्विवेदी अपने खेत में अपने पुरखों की कब्र एक वृक्ष अवश्य लगाएं इससे उनका एक प्रतीक आपको जीवनपर्यन्त याद दिलाता रहेगा। ©Bazirao Ashish

#विचार #short_shyari  White अपनों की कब्र पर एक बीज बोते चलें।
रोने के बाद भी खुश होते चलें।।
शहर वालों को तो नसीब ही नहीं ये खुशी।
खुश होना है तो वृक्ष लगाते चलें।।
दुआएं देंगी आने वाली पीढ़ियाँ उम्र भर।
मेरे पुरखों ने दी हरियाली गुज़र कर।।

@आशीष द्विवेदी

अपने खेत में अपने पुरखों की कब्र एक वृक्ष अवश्य लगाएं इससे उनका एक प्रतीक आपको जीवनपर्यन्त याद दिलाता रहेगा।

©Bazirao Ashish

#short_shyari अपनों की कब्र पर एक बीज बोते चलें। रोने के बाद भी खुश होते चलें।। शहर वालों को तो नसीब ही नहीं ये खुशी। खुश होना है तो वृक्ष लगाते चलें।। दुआएं देंगी आने वाली पीढ़ियाँ उम्र भर। मेरे पुरखों ने दी हरियाली गुज़र कर।।

14 Love

महिलाओं की सुन्दरता इन्द्रजाल है जबकि पुरुषों की सुन्दरता शाश्वत सत्य है। ~अज्ञात ©Bazirao Ashish

#विचार #aaina  महिलाओं की सुन्दरता इन्द्रजाल है
जबकि
पुरुषों की सुन्दरता शाश्वत सत्य है।

~अज्ञात

©Bazirao Ashish

#aaina

11 Love

White मस्जिदें तुमने बनाई मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें क्या बन नहीं सकती थीं? मन्दिरों को छोड़कर ✍🏼कुमार विश्वास ©Bazirao Ashish

#मोटिवेशनल #छोड़कर=बगल  White मस्जिदें तुमने बनाई
मंदिरों को तोड़कर
मस्जिदें क्या बन नहीं सकती थीं?
मन्दिरों को छोड़कर


✍🏼कुमार विश्वास

©Bazirao Ashish

मस्जिदें तुमने बनाई मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें क्या बन नहीं सकती थीं? मन्दिरों को छोड़कर (#छोड़कर=बगल या अन्यत्र) ✏️कुमार विश्वास

15 Love

"Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं।" इसलिए "कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, भोजन में जहर मिलाने वालों एक निवाला तुम खाओगे, आज नहीं तो कल पाओगे।" ●आशीष●द्विवेदी● ©Bazirao Ashish

#जानकारी  "Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं
वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं।"

इसलिए 


"कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, 
भोजन में जहर मिलाने वालों
एक निवाला तुम खाओगे, 
आज नहीं तो कल पाओगे।"

●आशीष●द्विवेदी●

©Bazirao Ashish

Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं। इसलिए कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, भोजन में जहर मिलाने वालों एक निवाला तुम खाओगे, आज नहीं तो कल पाओगे।

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#अवधी_लोकगीत #समाज

#अवधी_लोकगीत माई हमरौ नैहर छूटल बा; पूत हईं तव का भा? माई हमरौ नैहर छूटल बा। छूटल माई तोहार अँचरा; छूटल गँउआ कय सगरा; छूटल बिरवा बगिया; छूटल निमिया की छइयाँ; छूटल आपन हीत मिताई; छूटल हव तोहार दुलार ए माई। माई हमरौ नैहर छूटल बा; पूत हईं तव का भा? माई हमरौ नैहर छूटल बा।

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