Life Like जिंदगी की तरह उम्मीदें मुझे रूलाती रही,
खुशियों की जो दरख्वास्त थी मुझे,
खुशियाँ वही मुझे बस सताती ही रही।
न जिंदगी सुलझी, न उम्मीदें ही पूरी हुई,
गमें-दर्द मिलते ही रहे मुझको,
जिंदगी भी हर मोड़ पर रूलाती ही रही।
कल था अधूरा आज भी हश्र वही है,
मुझे मेरी किस्मत की लकीरों पर,
उम्मीदों सा कोई भरोसा नही है।
©।।दिल की कलम से।।
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