Life Like अब समझायें तो,
समझायें कैसे ..
सच को सच और झूठ को झूठ,
दिखायें कैसे..
दिल टुट गया हो तेरा-मेरा,
इस दिल को किसी को दिखायें कैसे..
हर बात को तुम्हें,
समझायें कैसे..
गुस्सा होते हो जब तुम तो डर लगता है कि,
तुम्हें मनाऊं कैसे..
छोटे-छोटे बातों पर भी मुहँ फुलाते हो,
सच बताओ ना..
ये अदा कहाँ से लाते हो..
©Manish kumar
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