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कही में कवि तो नहीं...?

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White तुम से मिले तो ख़ुद से ज़ियादा तुम को अकेला पाया हम ने ©sharma h.k

#शायरी #Romantic  White तुम से मिले तो ख़ुद से ज़ियादा 

तुम को अकेला पाया हम ने

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tanha #Romantic

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White अपने साए से चौंक जाते हैं उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा ©sharma h.k

#शायरी #Free  White अपने साए से चौंक जाते हैं 

उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा

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तन्हाई #Free

13 Love

White ख़ुद समझ जाओगे उसकी चाहतों का रुख़ है क्या तुम हवा के सामने मिट्टी उड़ा के देखना ©sharma h.k

#कविता #Night  White ख़ुद समझ जाओगे 
उसकी चाहतों का रुख़ है क्या 
तुम हवा के सामने 
मिट्टी उड़ा के देखना

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shyari #Night

16 Love

Vishnu Bhagwan अंतकाले च मामेव स्मरन्मुक्त्वा कलेवरम्‌।  यः प्रयाति स मद्भावं याति नास्त्यत्र संशयः ॥ भावार्थ : जो पुरुष अंतकाल में भी मुझको ही स्मरण करता हुआ शरीर को त्याग कर जाता है, वह मेरे साक्षात स्वरूप को प्राप्त होता है- इसमें कुछ भी संशय नहीं है। ©sharma h.k

#भक्ति #vishnubhagwan  Vishnu Bhagwan अंतकाले च मामेव स्मरन्मुक्त्वा कलेवरम्‌। 
यः प्रयाति स मद्भावं याति नास्त्यत्र संशयः ॥

भावार्थ : जो पुरुष अंतकाल में भी मुझको ही स्मरण करता हुआ शरीर को त्याग कर जाता है, वह मेरे साक्षात स्वरूप को प्राप्त होता है- इसमें कुछ भी संशय नहीं है।

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कर्मफलम #vishnubhagwan

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यस्मिन् गृहे कन्याः पंचायतीं कुर्वन्ति तत् गृहं पतति, तस्मिन् कदापि एकता न स्थाप्यते। ©sharma h.k

#RABINDRANATHTAGORE #विचार  यस्मिन् गृहे कन्याः पंचायतीं कुर्वन्ति
तत् गृहं पतति, 
तस्मिन् कदापि एकता न स्थाप्यते।

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कर्मफलाम #RABINDRANATHTAGORE

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Jai shree ram कर्मणा प्राप्यते स्वर्गः सुखं दुःखं च भारत ।। हिंदी अर्थ – हे भरतनंदन! कोई मनुष्य अपने कर्मों के आधार पर ही दुःख, सुख तथा स्वर्ग को भोगता है| ©sharma h.k

#विचार #JaiShreeRam  Jai shree ram कर्मणा प्राप्यते स्वर्गः
 सुखं दुःखं च भारत ।।

हिंदी अर्थ – हे भरतनंदन! 
कोई मनुष्य अपने कर्मों के आधार पर ही दुःख, सुख तथा स्वर्ग को भोगता है|

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कर्मफल #JaiShreeRam

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