दर्द भरी शायरी
दिल में दर्द है बहुत, लफ्ज़ों में नहीं आता वो जो था मेरा साथी, अब उससे बात नहीं होता
वो जो था मेरा प्यार, अब उसका नाम भी नहीं लेता वो जो था मेरा जीवन, अब उसकी याद भी नहीं आता
वो जो था मेरा ख्वाब, अब उसकी तस्वीर भी नहीं देखता वो जो था मेरा आसमान, अब उसकी चाँदनी भी नहीं दिखती
वो जो था मेरा राग, अब उसकी सुर भी नहीं सुनता वो जो था मेरा धुन, अब उसकी लय भी नहीं मिलती
वो जो था मेरा दोस्त, अब उसकी बात भी नहीं सुनता वो जो था मेरा हमसफ़र, अब उसका साथ भी नहीं देता
वो जो था मेरा सब कुछ, अब उसका कुछ भी नहीं है वो जो था मेरा दर्द, अब उसका इलाज भी नहीं है
दिल में दर्द है बहुत, लफ्ज़ों में नहीं आता वो जो था मेरा साथी, अब उससे बात नहीं
होता
©SURENDRA SAGAR (गीतकार) WRITER
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