बुजुर्ग Maa Baap कि दर्द भरी सायरी
कि दूर कस्ती है पर कोई किनारा नहीं,
दिल का तुकड़ा है वो मेरा, पर मै उसे प्यार नहीं।
गोद में खेला है मेरे, कभी नीचे उतारा नहीं।
बुजुर्ग Maa Baap का कोई सहारा नहीं।
बुजुर्ग Maa Baap का कोई सहारा नहीं।
गलती करता रहा था वो, पर कभी उसे मारा नहीं,
बूढ़ा हो गया हूं मै,पर पास बेटा अब हमारा नहीं
याद तो आती है उसकी,पर कभी उसे पुकारा नहीं।
क्यों कि उसने कहा था मुझे,की मै अब तुम्हारा नहीं।
बुजुर्ग Maa Baap का कोई सहारा नहीं,
बुजुर्ग Maa Baap का कोई सहारा नहीं।
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