Sheetal

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#loV€fOR€v€R #कविता #lifepartner #लव❤  जब से साथ मिला है...
मेरा जीवन रंगों से भरा है...
सुबह शाम सपनो में ,आपको ही देखा है..
मेरी जान जब से साथ मिला है..
इतने समय में, आपके बारे में बहुत कुछ जाना है..
आपके दिल तक, जाने का रास्ता बनाया है..
जीवन में सपने संजो रखा है..
मेरी जान सब से साथ मिला है..
आज का दिन भी कितना खास है..
पास ना होकर भी, हमारे दिल बहुत पास है..
एक बात दिल कह रहा है..
इतनी मोहब्बत क्यों हो रहा है...
मेरी हर ज़िद, हर ख्वाइस को पूरा किया है..
जान जब से आपका साथ मिला है..
मेरी हर प्रोब्लम को ,आपने अपनाया है..
मुझे उससे लड़ना सिखाया है..
खुद मेरे पीछे रह कर ,मंजिल तक जाना सिखाया है..
चॉकलेट की कमी क्या ,मेरे जीवन में आया है..
जब से जान आपका साथ जीवन में आया है....

©Sheetal

जब भी कुछ काम करूं मैं डांट तू लगाती है रूठ जाऊ मैं तुझसे तो गले क्यो लगाती है? जब डर जाऊं रात को पास मेरे सो जाती है फिर क्यों कहती है सबको ये लड़की बड़ा सताती है हर रोज मेरे लिए दिए तू जलाती है मंत्र बोलकर, पाठ करके दुआएं पिरोती है फिर क्यों मुझको तू ताना रोज सुनाती है फिर भी हर हाल में प्यार तो तू जताती है। ©Sheetal

#कविता #Loveyoumom #मां #MomsLove #Light  जब भी कुछ काम करूं मैं
डांट तू लगाती है
रूठ जाऊ मैं तुझसे
तो गले क्यो लगाती है?
जब डर जाऊं रात को
पास मेरे सो जाती है
फिर क्यों कहती है सबको
ये लड़की बड़ा सताती है
हर रोज मेरे लिए
दिए तू जलाती है
मंत्र बोलकर, पाठ करके
दुआएं पिरोती है
फिर क्यों मुझको तू
ताना रोज सुनाती है
फिर भी हर हाल में
प्यार तो तू जताती है।

©Sheetal

एक परीक्षा समाप्त... अब हम चल पड़े है,नए पड़ाव की ओर नई उमंग के साथ.. फिर से ये सोचते हुए, की अब कुछ नई राह बनाएंगे... हम तो फिर से,सपने सजा रहे है... फिर नई मंजिल की ओर, अग्रसर हो रहे है... जीवन के उस दौर से,गुज़र रहे है जहां एक तरफ कुआं,एक तरफ खाई है.... मंजिले सभी की, अलग अलग है लेकिन सब सवार एक ही नाव पर है..... चल पड़े हैं, अब हम नए पड़ाव की ओर नई उमंग भी,लिए हुए है.... चलते चलते थक जायेंगे एक दिन थोड़े आराम की चाह में बैठ जायेंगे फिर याद आयेगी मंजिल की और उठ कर फिर से चल पड़ेंगे जिस मंजिल का हम सपना सजा रहे है.... ©Sheetal

#ज़िन्दगी #Life_experience #NewJourney #WinterEve #Problem  एक परीक्षा समाप्त...
अब हम चल पड़े है,नए पड़ाव की ओर
नई उमंग के साथ..
फिर से ये सोचते हुए,
की अब कुछ नई राह बनाएंगे...
हम तो फिर से,सपने सजा रहे है...
फिर नई मंजिल की ओर, अग्रसर हो रहे है...
जीवन के उस दौर से,गुज़र रहे है
जहां एक तरफ कुआं,एक तरफ खाई है....
मंजिले सभी की, अलग अलग है
लेकिन सब सवार एक ही नाव पर है.....
चल पड़े हैं, अब हम नए पड़ाव की ओर
नई उमंग भी,लिए हुए है....
चलते चलते थक जायेंगे एक दिन
थोड़े आराम की चाह में बैठ जायेंगे
फिर याद आयेगी मंजिल की और उठ कर
फिर से चल पड़ेंगे
जिस मंजिल का हम सपना सजा रहे है....

©Sheetal
#कविता #Feeling_Alone #sad_feeling  सुन लेना तुम



जब भी मैं रोऊ,मेरे आंसुओ की हर एक आवाज
सुन लेना तुम..
उन आंसुओ में तुम्हारा नाम, तुम्हारी याद बसी होगी
उसे सुन लेना तुम
मेरे जिस्म की खुशबू बसी है, तुझमें
     मेरी आंखों में बसे हो तुम
लेकिन मेरी वो सभी बाते
     जो तुम्हारे मन में अंकित है
    उन सभी बातो को,
  फिर से सुन लेना तुम
लोगो की बाते मत सुनना
   लोगो की बाते कभी मत सुनना
बस मेरी यादें मेरा अनंत प्रेम
उसे महसूस करते रहना यार तुम
जब हवाएं चलेंगी
उसमे मेरी हंसी को सुन लेना तुम
         जब बारिश की बूंदे, तुम्हारे चेहरे पर पड़ेगी
उसमे मुझे महसूस करना तुम
   मेरी आंखों में बसे हो तुम....
जब भी उन आंखों से आंसू गिरे
उसकी आवाज सुन लेना तुम......

©Sheetal
#हॉरर #real_story  रात के घने अंधेरे में,
        एक साया सा देखा मैने
गर्मी की रात में
        एक साया सा देखा मैने
हो रही थी बेचैनी जब
         हवा के तलाश में गई छत में तब
घूम रही थी छत पर
          गाना सुनते सुनते
रात के घने अंधेरे में,
        एक साया सा देखा मैने
समझाया मैने खुद को
         अंधेरे में सारी आकृति लगती है भयानक
हवा के कारण हिल रहा था वो साया
         कौन जाने क्या थी उसकी माया
अचानक चमगादड़ की आवाज से
         अन्दर से कांप गई थी मैं
कुत्तों की रोने की आवाज
         और छमछम की डरावनी ध्वनि
याद मुझे दिला रही थी
         भूतिया सी एक फिल्म की
सब जीवंत हो रहा था
        मेरा मन अंदर से रो रहा था
दो रास्ते थे मेरे पास अभी
       भूल कर सब वही रहूं या छिप जाऊ कही
गिरते भागते कमरे में आई मैं
       चादर तान के लेट गई थी मैं
गर्मी में हो रही थी हालत खराब
       लेकिन डर से बचना भी थी जनाब
पंखे के हवे में हिल रहा था कैलेंडर
      लग रहा था चल रहा कोई सरक सरक कर
हिम्मत ना थी देखूं चादर के बाहर
      हनुमान जी को याद कर रही थी मैं रात भर
हनुमान जी आज बचालो
      नही जाऊंगी इतनी रात में कसम खिलालो
कभी न आए वो रात फिर से
     मैने देखा था साया जब छत से
भुलाए नहीं भूलती वो रात घने अंधेरे में
     जब एक साया सा देखा था मैंने।।।।

©Sheetal

#horror #real_story

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#ज़िन्दगी #boysfeeling #boysadstory #boyslife  सभी किरदारों को बखूबी जी रहा हूं
               लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं।
लड़के रोते नही ये बचपन से सुन रहा हूं
               लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं।
सब कहते है, लड़के हो.. कुछ भी कर सकते हो
               कोई तो बताओ हमें तुम भी रो सकते हो।
कहते है पत्नी आने पर हम बदल जाते है
           कैसे बताऊं मां और पत्नी में हम पिस जाते है।
जिम्मेदारियों का बोझ जीवन भर मैं ढो सकता हूं
          पर क्या खुशी के दो पल मैं भी जी सकता हूं।
तुम्हारा जीवन कितना अच्छा है कह रहे हो
    एक दिन जी कर देखो
    कितना सच्चा तुम कह रहे हो
सभी का गुस्सा, ताना सुनकर चुप चाप जी रहा हूं
          लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं।
सभी किरदारों को बखूबी जी रहा हूं
          लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं

©Sheetal
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