sodan singh

sodan singh Lives in Ramganj Mandi, Rajasthan, India

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विचार एक विचार लो और उड़ा दो उसे आसमान में जब वो समूचे आसमान में फेल जाएगा तब देखना वो तुम्हें निकालता रहेगा निराशा के भंवर से आलस्य की खाई से वो हर पल तुम्हें बताता रहेगा जीवन के महत्व को तुम्हें बस एक विचार लेना है और उसे गति देनी है। @nagar_poetry_ ©sodan singh

#कविता #vichar  विचार

एक विचार लो और 
उड़ा दो उसे आसमान में
 जब वो समूचे आसमान में 
फेल जाएगा 
तब देखना 
वो तुम्हें निकालता रहेगा
 निराशा के भंवर से 
आलस्य की खाई से
वो हर पल तुम्हें बताता रहेगा 
जीवन के महत्व को 
तुम्हें बस एक विचार लेना है 
और उसे गति देनी है।
 
@nagar_poetry_

©sodan singh

#vichar

7 Love

दो व्यक्तियों का मिलना तुम्हारे लिए भले ही संयोग हो लेकिन ईश्वर तुमसे कुछ महत्वपूर्ण चाहता है तुम्हें मिलकर वो खोजना चाहिए तुम ढूंढ निकालो वो रास्ता जो अंधकार से उजाले तक ले जाता है मैं फिर कहता हूं तुम्हारा मिलना भले ही संयोग हो लेकिन तुम कोशिश करना कि वो बस संयोग ना रहे बन जाए एक उद्देश्य जो राह दिखाता दुनिया को @nagar_poetry_ ©sodan singh

#togetherforever #विचार  दो व्यक्तियों का मिलना
 तुम्हारे लिए भले ही संयोग हो 
लेकिन ईश्वर तुमसे कुछ महत्वपूर्ण चाहता है
 तुम्हें मिलकर वो खोजना चाहिए 
तुम ढूंढ निकालो वो रास्ता
 जो  अंधकार से उजाले तक ले जाता है
 मैं फिर कहता हूं
 तुम्हारा मिलना भले ही संयोग हो 
लेकिन तुम कोशिश करना
 कि वो बस संयोग ना रहे
 बन जाए एक उद्देश्य
 जो राह दिखाता  दुनिया को


@nagar_poetry_

©sodan singh

दो व्यक्तियों का मिलना तुम्हारे लिए भले ही संयोग हो लेकिन ईश्वर तुमसे कुछ महत्वपूर्ण चाहता है तुम्हें मिलकर वो खोजना चाहिए तुम ढूंढ निकालो वो रास्ता जो अंधकार से उजाले तक ले जाता है मैं फिर कहता हूं तुम्हारा मिलना भले ही संयोग हो

9 Love

वो तो हमें भी पता है जनाब निकल गया जिंदगी का वो पड़ाव जिसे बचपन कहते है बस एक चाहत है बच्चा बनकर जीने की । @nagar_poetry_ ©sodan singh

#शायरी #Memories  वो तो हमें भी पता है जनाब
 निकल गया जिंदगी का वो पड़ाव
 जिसे बचपन कहते है
बस एक चाहत है बच्चा बनकर जीने की ।
 


@nagar_poetry_

©sodan singh

#Memories

13 Love

कितनी खुशनसीब है वो गुलाल जो तेरे चहरे से लिपटी होगी एक बदनसीब हम हैं जो तेरे दीदार को भी तरसते है। @nagar_poetry_ ©sodan singh

#शायरी #Holi  कितनी खुशनसीब है वो गुलाल 
जो तेरे चहरे से लिपटी होगी 
एक बदनसीब हम हैं
 जो तेरे दीदार को भी तरसते है।

@nagar_poetry_

©sodan singh

#Holi

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कुछ कविताएं कुछ किस्से

कुछ कविताएं कुछ किस्से

Tuesday, 22 March | 09:00 pm

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Expired

मैं जब सोचता हूं अंधेरे के बारे में तब वो सब याद आता है जो घट चुका है जीवन में और बुरा था लेकिन अंधेरा सिखाता है खोजना उजाले को @nagar_poetry_ ©sodan singh

#विचार #Andera #ujala  मैं जब सोचता हूं 
अंधेरे के बारे में
 तब वो सब याद आता है
 जो घट चुका है जीवन में 
और बुरा था
लेकिन अंधेरा सिखाता है
 खोजना उजाले को

@nagar_poetry_

©sodan singh

#Andera #ujala

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