कभी इस शहर कभी उस शहर
हर पल रहा मै दरबदर.....
जो कुछ दिया वो दर्द था ए जिंदगी
कैसे करू तेरी कदर...... ?
1 Love
मै - - आखिर क्या गुनाह था मेरा
जिंदगी तन्हा गुजर रही है
तुम चुप होके बस देख रहे हो
तुमपर कोई असर नहीं है l
भगवान ----- बेटे कविता लिखना छोड़ के कविता को देखना शुरु करो... शायद पट जाए....
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