Gaurav Singh

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जीना है तो जिंदगी से जिद करना सीखिए ! व आगे बढ़ना है तो अपने ईगो को इग्नोर करना सीखिए ! !

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एक डेढ़ लाख का अनपढ़ विधायक रखनें सें अच्छा हैं कि 20 हजार का एक पढ़ा-लिखा विधायक संविदा पर रखा जाए ©Gaurav Singh

#berojgari #Books  एक डेढ़ लाख का अनपढ़ विधायक रखनें सें अच्छा हैं कि 20 हजार का एक पढ़ा-लिखा विधायक संविदा पर रखा जाए

©Gaurav Singh

संघर्ष इतिहास बताता है कि बड़े-बड़े विजेताओं को भी जीत से पहले हतास कर देनेवाली बाधाओं का सामना करना पड़ा। उन्हें जीत इसलिए मिली कि वे अपनी असफलताओं से कभी मायूस नहीं हुए। (गौरव सिंह)

#अनुभव  संघर्ष
इतिहास बताता है कि बड़े-बड़े विजेताओं को भी जीत से पहले हतास कर देनेवाली बाधाओं का सामना करना पड़ा। 
उन्हें जीत इसलिए मिली कि वे अपनी असफलताओं से कभी मायूस नहीं हुए।
 (गौरव सिंह)

संघर्ष इतिहास बताता है कि बड़े-बड़े विजेताओं को भी जीत से पहले हतास कर देनेवाली बाधाओं का सामना करना पड़ा। उन्हें जीत इसलिए मिली कि वे अपनी असफलताओं से कभी मायूस नहीं हुए। (गौरव सिंह)

9 Love

Alone बिकती है ना खुशी , ना कहीं गम बिकता है .... लोग गलतफहमी में है , कि शायद कहीं मरहम बिकती जिद्दी परिंदा है , उम्मीदों से ही घायल है और , उम्मीदों पर ही जिंदा है .......!

#विचार  Alone  बिकती है ना खुशी , 
ना कहीं गम बिकता है ....
लोग गलतफहमी में है , 
कि शायद कहीं मरहम बिकती जिद्दी परिंदा है , 
उम्मीदों से ही घायल है और , 
उम्मीदों पर ही जिंदा है .......!

Alone बिकती है ना खुशी , ना कहीं गम बिकता है .... लोग गलतफहमी में है , कि शायद कहीं मरहम बिकती जिद्दी परिंदा है , उम्मीदों से ही घायल है और , उम्मीदों पर ही जिंदा है .......!

10 Love

बिकती है ना खुशी कहीं , ना कहीं गम बिकता है .... लोग गलतफहमी में है , कि शायद कहीं मरहम बिकती है .... इंसान ख्वाईशो से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है , उम्मीदों से ही घायल है और , उम्मीदों पर ही जिंदा है .......!

#कविता  बिकती है ना खुशी कहीं , 
ना कहीं गम बिकता है ....
लोग गलतफहमी में है , 
कि शायद कहीं मरहम बिकती है ....
इंसान ख्वाईशो से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है , 
उम्मीदों से ही घायल है और , 
उम्मीदों पर ही जिंदा है .......!

बिकती है ना खुशी कहीं , ना कहीं गम बिकता है .... लोग गलतफहमी में है , कि शायद कहीं मरहम बिकती है .... इंसान ख्वाईशो से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है , उम्मीदों से ही घायल है और , उम्मीदों पर ही जिंदा है .......!

7 Love

जिंदगी के नियम भी कबड्डी के जैसे होते है जैसे ही सफलता की लाईन कों टच करतें है वैसे ही लोग पैर खींचने लग जाते है !

 जिंदगी के नियम भी कबड्डी के जैसे  होते है 
जैसे ही सफलता की  लाईन कों  टच करतें है वैसे ही लोग पैर खींचने लग जाते है !

जिंदगी के नियम भी कबड्डी के जैसे होते है जैसे ही सफलता की लाईन कों टच करतें है वैसे ही लोग पैर खींचने लग जाते है !

7 Love

लोग किचड़ से बच कर निकलते है , कि कहीं उनका कपड़ा ख़राब ना हो जाये ! लेकिन किचड़ कों घमंड हो जाता है कि लोग उससे डरते है !

#अनुभव  लोग किचड़ से बच कर निकलते है , कि कहीं उनका कपड़ा ख़राब ना हो जाये !

लेकिन किचड़ कों घमंड हो जाता है कि लोग उससे डरते है !

लोग किचड़ से बच कर निकलते है , कि कहीं उनका कपड़ा ख़राब ना हो जाये ! लेकिन किचड़ कों घमंड हो जाता है कि लोग उससे डरते है !

9 Love

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