Divya Raj Tomar

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SOMETIMES YOU WIN SOMETIMES YOU LEARN. ©Divya Raj Tomar

 SOMETIMES 
YOU WIN
SOMETIMES 
YOU LEARN.

©Divya Raj Tomar

SOMETIMES YOU WIN SOMETIMES YOU LEARN #GuzartiZindagi #Quotes #imspirationalquotes #Inspiration #Zindagi

13 Love

मैनें एक दोस्त को फोन किया और कहा कि यह मेरा नया नंबर है, सेव कर लेना। उसने बहुत अच्छा जवाब दिया और मेरी आँखों से आँसू निकल आए उसने कहा तेरी आवाज़ मैंने सेव कर रखा है। नंबर तुम चाहे कितने भी बदल लो, मुझे कोई भी फर्क नहीं पड़ता दोस्त। मैं तुझे तेरी आवाज़ से ही पहचान लूंगा। ये सुन के मुझे हरिवंश राय बच्चन जी की बहुत ही सुन्दर कविता याद आ गई "अगर बिकी तेरी दोस्ती तो, पहले खरीददार हम होंगे। तुझे ख़बर ना होगी तेरी कीमत, पर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे| दोस्त साथ हों तो रोने में भी शान है। दोस्त ना हो तो महफिल भी शमशान है। "सारा खेल दोस्ती का हे ए मेरे दोस्त, वरना.. जनाजा और बारात एक ही समान है। ©Divya Raj Tomar

#शायरी #Friendship #nojohindi #treanding #Friend  मैनें एक दोस्त को फोन किया और कहा कि यह मेरा नया नंबर है, सेव कर लेना। उसने बहुत अच्छा जवाब दिया और मेरी आँखों से आँसू निकल आए उसने कहा तेरी आवाज़ मैंने सेव कर रखा है। नंबर तुम चाहे कितने भी बदल लो, मुझे कोई भी फर्क नहीं पड़ता दोस्त। मैं तुझे तेरी आवाज़ से ही पहचान लूंगा। ये सुन के मुझे हरिवंश राय बच्चन जी की बहुत ही सुन्दर कविता याद आ गई

"अगर बिकी तेरी दोस्ती तो,
पहले खरीददार हम होंगे। 
तुझे ख़बर ना होगी तेरी कीमत,
 पर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे| 

दोस्त साथ हों तो रोने में भी शान है। दोस्त ना हो तो
महफिल भी शमशान है।
"सारा खेल दोस्ती का हे ए मेरे दोस्त, वरना.. जनाजा और बारात एक ही समान है।

©Divya Raj Tomar

"अगर बिकी तेरी दोस्ती तो, पहले खरीददार हम होंगे। तुझे ख़बर ना होगी तेरी कीमत, पर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे| #Friend #Friend #Friendship #Love #treanding #nojohindi #Dosti #jigri

11 Love

#शायरी #Emotional #writing #Quotes #shayri #nojato  अर्ज़ है...... 
यूँ लगता है के जैसे ज़िन्दगी हाथों से फिसल रहीं है,
अभी तो ठीक से जीया भी नहीं, और उम्र ढल रही है।

निकलकर जो देखा, आज चारदीवारी से बाहर तो लगा,
 जैसे ज़िंदगी हरपल करवट बदल रही है।

यकीन ना हुआ हमें, हैरान से रह गए हम,
 की ज़िन्दगी कैसे आग की तरह जल रही है।

कितने गुमान करते है लोग,इस मिट्टी के शरीर पर, 
जो वक़्त के साथ-साथ, धीरे-धीरे पिघल रही है।

आईने में जो देखा सूरत अपनी, तो समझ आया, 
की ज़िन्दगी कैसे,एक-एक करके पन्ने पलट रही है...!!!

©Divya Raj Tomar

अर्ज़ है...... यूँ लगता है के जैसे ज़िन्दगी हाथों से........ #writing #Nojoto #nojato #poem #shayri #Quotes #Love #Emotional #SAD #Feel

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इतने बेताब इतने बेक़रार क्यू हैं, लोग जरूरत से ज्यादा होशियार क्यू हैं। मुँह पे तो सभी दोस्त हैं लेकिन, पीठ पीछे दुश्मन हज़ार क्यू हैं। हर चेहरे पर एक मुखोटा हैं यारो, लोग ज़हर में डूबे किरदार क्यू हैं। सब काट रहे हैं यहाँ एक दूजे को, लोग सभी दो धारी तलवार क्यू हैं। ©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

#Zindagi #WoNazar #shayri #nojato  इतने बेताब इतने बेक़रार क्यू हैं, 
लोग जरूरत से ज्यादा होशियार क्यू हैं।

मुँह पे तो सभी दोस्त हैं लेकिन,
पीठ पीछे दुश्मन हज़ार क्यू हैं।

हर चेहरे पर एक मुखोटा हैं यारो, 
लोग ज़हर में डूबे किरदार क्यू हैं।

सब काट रहे हैं यहाँ एक दूजे को, 
लोग सभी दो धारी तलवार क्यू हैं।

©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

इतने बेताब इतने बेक़रार क्यू हैं, लोग जरूरत से ज्यादा होशियार क्यू हैं। #Nojoto #nojato #SAD #shayri #Zindagi #WoNazar

13 Love

चलो आज इस तिरंगे के मैं पाँच रंग दिखता हूँ, क्या कहते है रंग पाँच वह बात तुम्हें बताता हूँ। पहला रंग है केसरिया जो बलिदान सिखाता है, आजादी के उन वीरों की गाथा सब को सुनाता है। उठो, खड़े हो, डटकर लड़ना, चाहे कुछ भी हो जाएँ, प्राण चाहे न्योछावर हो पर देश कभी ना झुक पाएँ। दूजा रंग है श्वेत मध्य, जो सत्य अहिंसा परमो धर्म हैं, हम सब एक परिवार है, ऐक्य शांति उसका मर्म है। भूलो सारे धर्म भेद, इस जातपात का भेद मिटाओ, नवभारत के निर्माण में तुम एकता का शंख बजाओ। तीसरा रंग है हरा हमारा, जो सुख समृद्धि लाता है, हर घर खुशहाली आएँ, विश्वास से इसका नाता है। असमानता का भेद मिटे, हर जन का कल्याण हो, बढे समृद्धि, रहे प्रकृति, ऐसा विकास निर्माण हो। चौथा रंग है नीला नभ सा, जो धर्मचक्र में समाया है, राष्ट्र चले नीति रीति से यह पाठ उसने सिखाया है। ये पहिया है कर्मयोग का, चौबीस गुण को समाया है, ये दिखलाता सार्वभौमत्व, विशालता नभ सी लाया है। है पाँचवा रंग लाल लहू का, जो सरहद पे बहता है, जिनके शवों पे कफ़न बनकर ये तिरंगा लिपटता है। कुछ सरहद पे लड़ते वीर, कुछ अंदर भ्रष्टाचार से, वह लाल रंग अदृश्य है बस तिरंगे के रंग चार में। आओ मिलकर प्रण लो सब, हर रंग का सम्मान करें, सर को ऊंचा रखकर हम सब तिरंगे का गुणगान करें। ©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

#IndependenceDay #Freedom #Support #people  चलो आज इस तिरंगे के मैं पाँच रंग दिखता हूँ,
 क्या कहते है रंग पाँच वह बात तुम्हें बताता हूँ।

पहला रंग है केसरिया जो बलिदान सिखाता है,
आजादी के उन वीरों की गाथा सब को सुनाता है।

उठो, खड़े हो, डटकर लड़ना, चाहे कुछ भी हो जाएँ,
प्राण चाहे न्योछावर हो पर देश कभी ना झुक पाएँ।

दूजा रंग है श्वेत मध्य, जो सत्य अहिंसा परमो धर्म हैं,
हम सब एक परिवार है, ऐक्य शांति उसका मर्म है।

भूलो सारे धर्म भेद, इस जातपात का भेद मिटाओ,
नवभारत के निर्माण में तुम एकता का शंख बजाओ।

तीसरा रंग है हरा हमारा, जो सुख समृद्धि लाता है,
हर घर खुशहाली आएँ, विश्वास से इसका नाता है।

असमानता का भेद मिटे, हर जन का कल्याण हो,
बढे समृद्धि, रहे प्रकृति, ऐसा विकास निर्माण हो।

चौथा रंग है नीला नभ सा, जो धर्मचक्र में समाया है,
राष्ट्र चले नीति रीति से यह पाठ उसने सिखाया है। 

ये पहिया है कर्मयोग का, चौबीस गुण को समाया है,
ये दिखलाता सार्वभौमत्व, विशालता नभ सी लाया है।

है पाँचवा रंग लाल लहू का, जो सरहद पे बहता है,
जिनके शवों पे कफ़न बनकर ये तिरंगा लिपटता है।

कुछ सरहद पे लड़ते वीर, कुछ अंदर भ्रष्टाचार से, 
वह लाल रंग अदृश्य है बस तिरंगे के रंग चार में।

आओ मिलकर प्रण लो सब, हर रंग का सम्मान करें,
 सर को ऊंचा रखकर हम सब तिरंगे का गुणगान करें।

©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

चलो आज इस तिरंगे के मैं पाँच रंग दिखता हूँ, क्या कहते है रंग पाँच वह बात तुम्हें बताता हूँ। ................................................... #IndependenceDay #Love #India #people #Support #nojato #Nojoto #India #Freedom

16 Love

#IndependenceDay #India #proud  चलो आज इस तिरंगे के मैं पाँच रंग दिखता हूँ,
 क्या कहते है रंग पाँच वह बात तुम्हें बताता हूँ।

पहला रंग है केसरिया जो बलिदान सिखाता है,
आजादी के उन वीरों की गाथा सब को सुनाता है।

उठो, खड़े हो, डटकर लड़ना, चाहे कुछ भी हो जाएँ,
प्राण चाहे न्योछावर हो पर देश कभी ना झुक पाएँ।

दूजा रंग है श्वेत मध्य, जो सत्य अहिंसा परमो धर्म हैं,
हम सब एक परिवार है, ऐक्य शांति उसका मर्म है।

भूलो सारे धर्म भेद, इस जातपात का भेद मिटाओ,
नवभारत के निर्माण में तुम एकता का शंख बजाओ।

तीसरा रंग है हरा हमारा, जो सुख समृद्धि लाता है,
हर घर खुशहाली आएँ, विश्वास से इसका नाता है।

असमानता का भेद मिटे, हर जन का कल्याण हो,
बढे समृद्धि, रहे प्रकृति, ऐसा विकास निर्माण हो।

चौथा रंग है नीला नभ सा, जो धर्मचक्र में समाया है,
राष्ट्र चले नीति रीति से यह पाठ उसने सिखाया है। 

ये पहिया है कर्मयोग का, चौबीस गुण को समाया है,
ये दिखलाता सार्वभौमत्व, विशालता नभ सी लाया है।

है पाँचवा रंग लाल लहू का, जो सरहद पे बहता है,
जिनके शवों पे कफ़न बनकर ये तिरंगा लिपटता है।

कुछ सरहद पे लड़ते वीर, कुछ अंदर भ्रष्टाचार से, 
वह लाल रंग अदृश्य है बस तिरंगे के रंग चार में।

आओ मिलकर प्रण लो सब, हर रंग का सम्मान करें,
 सर को ऊंचा रखकर हम सब तिरंगे का गुणगान करें।

©Ďîvŷã Řäĵ Řăĵpűț

चलो आज इस तिरंगे के मैं पाँच रंग दिखता हूँ, क्या कहते है रंग पाँच वह बात तुम्हें बताता हूँ।................................................ #IndependenceDay #India #Love #proud

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