Praney Saini

Praney Saini Lives in Delhi, Delhi, India

alfaazo ki keemat, waqt se pucho bin kahe sab keh deta hai instagram : praneysaini

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अब रास्ते मिल गए , मंजिल दूर नहीं। ख्वाब देखे थे, हक़ीक़त दूर नहीं। फ़िक्र करू दुनिया की, मैं मजबूर नहीं। । ©Praney Saini

#विचार #Journey  अब रास्ते मिल गए , मंजिल दूर नहीं।
ख्वाब देखे थे, हक़ीक़त दूर नहीं। 

फ़िक्र करू दुनिया की, मैं मजबूर नहीं। ।

©Praney Saini

after a long time, #Journey

9 Love

फक्र मुझे उन कांधों पर भी है, जिन्होनें अपना पसीना बहाया है, मेरे दो वक़्त की रोटी के लिये ।। बैशाखी की शुभकामनाय

#शायरी #baisakhi  फक्र मुझे उन कांधों पर भी है,

जिन्होनें अपना पसीना बहाया है,
मेरे दो वक़्त की रोटी के लिये ।।

बैशाखी की शुभकामनाय

#baisakhi

8 Love

अन्धेरो से छूटकर, तुम उजाला कर देती हो, मेरी जिन्दगी में इशारा कर देती हो । हक़ है तुम्हें, मेरी महोब्बत का, मेरे खयलो में आकर, मुझे पूरा कर देती हो ।।

 अन्धेरो से छूटकर, तुम उजाला कर देती हो,
मेरी जिन्दगी में इशारा कर देती हो ।

हक़ है तुम्हें, मेरी महोब्बत का,
मेरे खयलो में आकर, मुझे पूरा कर देती हो ।।

अन्धेरो से छूटकर, तुम उजाला कर देती हो, मेरी जिन्दगी में इशारा कर देती हो । हक़ है तुम्हें, मेरी महोब्बत का, मेरे खयलो में आकर, मुझे पूरा कर देती हो ।।

9 Love

अन्धेरो से छूटकर, तुम उजाला कर देती हो, मेरी जिन्दगी में इशारा कर देती हो । हक़ है तुम्हें, मेरी महोब्बत का, मेरे खयलो में आकर, मुझे पूरा कर देती हो ।।

#शायरी  अन्धेरो से छूटकर, तुम उजाला कर देती हो,
मेरी जिन्दगी में इशारा कर देती हो ।

हक़ है तुम्हें, मेरी महोब्बत का,
मेरे खयलो में आकर, मुझे पूरा कर देती हो ।।

she is my light which makes me bright in the dark night

8 Love

खोते खोते, हमें वो मिलने लगे थे, उमीदें तोह नही थी लेकिन ना जाने हमसे क्यों मोहोबत्त करने लगे थे।

#शायरी  खोते खोते, हमें वो मिलने लगे थे,
उमीदें तोह नही थी
लेकिन
ना जाने हमसे क्यों मोहोबत्त करने लगे थे।

खोते खोते, हमें वो मिलने लगे थे, उमीदें तोह नही थी लेकिन ना जाने हमसे क्यों मोहोबत्त करने लगे थे।

8 Love

होली के रंगों में रंग ढूंड़ता क्यों है ये मोहोबत्त की खुशबू का रंग है, इसमे भी धर्म ढूंड़ता क्यों है।

#शायरी #Happy_holi  होली के रंगों में रंग ढूंड़ता क्यों है
ये मोहोबत्त की खुशबू का रंग है,
इसमे भी धर्म ढूंड़ता क्यों है।
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