Madhavi Shankar

Madhavi Shankar Lives in Kanpur, Uttar Pradesh, India

कोशिश है पहचान बने कुछ खुद से खुद की शान बने कुछ।

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कभी कभी यूँ लगता है बस वक्त ज़रा सा पीछे जाए फिसल न जाएं ध्यान रखूंगी  लम्हें वो क़िस्मत में आए..... मैं वो ग़लती नहीं करूंगी जिससे तुमको खो बैठी हूं हुयी ज़रा इक भूल  जो मुझसे तुमने मान लिया ऐसी हूं मुझे  दुबारा मौका देते सज़ा सुनाते ताने देते लबों पे  कोई आह न होती आँख  में मेरे अश्क न होते ये भी लेकिन  ठीक हुआ है मुझसे दूरी अच्छी ही है जो मुझमें इक लड़की है न अक्ल कि अब भी कच्ची ही है हो बेहतर इंसान तुम्हें तो मुझसे  बेहतर लोग मिलेंगे था बस साथ यहां तक अपना मगर तजुर्बे सदा रहेंगे रहेंगी  मेरी दुआएँ तुमको कि याद मेरी कभी न आए ... फिर भी कभी कभी यूँ लगता है बस वक़्त ज़रा सा पीछे जाए.... ©Madhavi Shankar

#standAlone #nazm #SAD  कभी कभी यूँ लगता है बस वक्त ज़रा सा पीछे जाए 
फिसल न जाएं ध्यान रखूंगी  लम्हें वो क़िस्मत में आए..... 
मैं वो ग़लती नहीं करूंगी जिससे तुमको खो बैठी हूं 
हुयी ज़रा इक भूल  जो मुझसे तुमने मान लिया ऐसी हूं 
मुझे  दुबारा मौका देते सज़ा सुनाते ताने देते 
लबों पे  कोई आह न होती आँख  में मेरे अश्क न होते 
ये भी लेकिन  ठीक हुआ है मुझसे दूरी अच्छी ही है 
जो मुझमें इक लड़की है न अक्ल कि अब भी कच्ची ही है 
हो बेहतर इंसान तुम्हें तो मुझसे  बेहतर लोग मिलेंगे 
था बस साथ यहां तक अपना मगर तजुर्बे सदा रहेंगे 
रहेंगी  मेरी दुआएँ तुमको कि याद मेरी कभी न आए ...
फिर भी 
कभी कभी यूँ लगता है बस वक़्त ज़रा सा पीछे जाए....

©Madhavi Shankar

समझ न सकी इश्क़ था या ख़ता थी किया मैंने इज़हार मुंह उसने मोड़ा। Samjh na saki ishq tha ya khata thi Kiya maine izhaar muh usne moDa. ©Madhavi Shankar

#proposeday #feellove #izhaar  समझ न सकी इश्क़ था या ख़ता थी
किया मैंने इज़हार मुंह उसने मोड़ा।

Samjh na saki ishq tha ya khata thi
Kiya maine izhaar  muh usne moDa.

©Madhavi Shankar

शक्लें कैसी भी हों.. मुझको आंखें अच्छी लगती हैं, झूठी दुनिया में केवल ये.... बातें सच्ची करती हैं। ©Madhavi Shankar

#Emotions #Eyes  शक्लें कैसी भी हों.. मुझको आंखें अच्छी लगती हैं,
झूठी दुनिया में केवल ये.... बातें सच्ची करती हैं।

©Madhavi Shankar

Makar Sankranti Messages हवा बस इसलिए रूठी है मुझसे मुताबिक़ इसके मैं के उड़ती नहीं हूं ©Madhavi Shankar

#MakarSankranti2021 #उड़ान #Attitude #patang  Makar Sankranti Messages  हवा बस इसलिए रूठी है मुझसे
मुताबिक़ इसके मैं के उड़ती नहीं हूं

©Madhavi Shankar

#शायरी #festiveseason #Lights #Mood

छोटी सी आशा बेल एहसासों की हरी अब तक दिल में अब भी नमी सी बाकी है।।

#उम्मीदें #शायरी  छोटी सी आशा बेल एहसासों की हरी अब तक
दिल में अब भी नमी सी बाकी है।।
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