White तेरी मेरी अच्छी थी कहानी,पर अधूरी रह गई।
निभाया था साथ पूरी सिध्धत से,
फिर भी दूरी रह गई।।
हम साथ चलते रहें,उम्र की राहों में।
पर चाहत हमारी अधूरी रह गई ।
चलना चाहा ज़िंदगी के सफर में,
हमसफ़र बनकर,पूरी थी तैयारी,
साथ जीने की ,फिर भी दूरी रह गई।।
हम चलते रहे एक उम्र तक साथ ,
मां बाप से भी, हमने की शादी की बात,
मेरे मां बाप बोले ठीक है,
तुम्हारी खुशी में हमारी खुशी है,
रख लेंगे हम अपने साथ।।
मुझे लगा अब बन जाएगी बात,
हम ज़िंदगी भर रह सकते हैं साथ।
इतने में प्रेमिका बोली होकर उदास,
बाबू मैने भी की थी अपने घर में बात,
मां -बाप ने कहा है अलग है अपनी जात ।
अगर तुम अपनी मर्जी से शादी रचाओगी,
अपने मां बाप को जिंदा ही मार जाओगी।
जान तुम बेवफा न समझना,
मां बाप की जिंदगी,
मेरी मजबूरी हो गई,
मां बाप को छोड़ कर,
नही रह पाऊंगी आपके साथ ।।
जान तुम समझना मेरी बात,
मां बाप के खातिर, प्यार से दूरी हो गई।
प्यार तो आज भी,
जान से ज्यादा करती हूं तुमसे,
पर क्या करू मेरी मजबूरी है,
ख्वाइश जो दिल में थी,
वो दिल में ही रह गई ।
अच्छी थी अपनी प्रेम कहानी ,
पर जाति के कारण अधूरी रह गई।
क़िस्मत में जो कमी थी ,वो पूरी रह गई।
क़िस्मत में लिखा था बिछड़ना,
तभी तो हमारी कहानी अधूरी रह गई ।
बहुत की कोशिश हमने एक होने की,
पर किस्मत में खुदा ने लिखी थी दूरी ,
इस लिये दूरी रह गई।
हमारी कहानी खुदा ने लिखी थी अधूरी,
इस लिए अधूरी रह गई।।
©Mr Pappu
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