Deep Aviral

Deep Aviral

ARZI SHAYAR एक तस्वीर बिल्कुल तिरे जैसी थी उसकी पीड़ा को हरता रहा रात भर

https://www.instagram.com/deepaviral007_?igsh=YTQwZjQ0NmI0OA==

  • Latest
  • Popular
  • Video
#शायरी #sad_shayari  White  सहरा  सहरा  फिरते जोगी
कितने  तन्हा  हम भी वो  भी 

बिजली  देगा  पानी देगा 
दुनिया भर का राजा ढोंगी 

रब  आ के  मुझको  ले  जाए 
मरने  की चाहत है मेरी 

मिट्टी की  खुश्बू  महकी है 
पहली पहली बारिश होगी

तेरे छूने से काँटों  में भी 
फूलों सी खूशबू  है महकी

©Deep Aviral

#sad_shayari

108 View

#शायरी #flowers  White चला  जाए  जिसको  जहाँ  भी  है  जाना 
नहीं  याद  रखता  किसी  को  ज़माना 

अगर  तुम  खुदा  हो  तो  मेरी  भी सुन लो 
खुदा  को  भी भूला है  अक्सर   ज़माना 

भुला  के  तुझे कब मैं तन्हा रहा हूँ  
मुझे याद आया  बहुत कुछ पुराना 

रगों  में  जमा  खूँ लबों  पे  हैं ताले 
मुहब्बत  के  बा'अद का  ये हाल जाना 

जुदाई  में  मैंने यही इक  दुआ  की 
किसी  का  भी तुम 'दीप' दिल मत  दुखाना

©Deep Aviral

#flowers

144 View

#शायरी #Dosti  White अम्बर से तारे तोड़ो 
जुगनू  को  नभ पे छोड़ो 

चाहे  तो  लड़  झगड़ लो 
अपनों से मुँह ना मोड़ो 

अच्छा तो  ये  ही होगा 
दुनिया को पीछे छोड़ो 

 कल ये शजर बनेगें 
पौधों  को  यूँ  ना तोड़ो 

साहिब का ये हुकुम है 
जनता का खूं  निचोड़ो

©Deep Aviral

#Dosti

90 View

#शायरी #SAD  White एक  तस्वीर बिल्कुल तिरे जैसी थी 
उसकी  पीड़ा  को  हरता  रहा रात भर

©Deep Aviral

#SAD

144 View

#शायरी #eidmubarak  White तुम्हें  क्या  बताऊँ  कि  कैसी है दुनिया 
चलो  मैं  दिखाऊँ  कि  कैसी  है  दुनिया

तुम्हें अब  भी  मुझ पर  भरोसा  ना  हो तो 
ग़ज़ल  में  सुनाऊँ  कि  कैसी है  दुनिया 

अचानक सभी  को  गले  से लगा कर 
चलो  मैं  भुलाऊँ  कि कैसी है दुनिया

तुम्हीं  पर भरोसा  करूं या तो फिर मैं 
खुदी आज़माऊँ कि कैसी  है दुनिया 

यही इक  तरीका  है  जीने  का  जग में 
मैं ये भूल जाऊं  कि  कैसी  है दुनिया 

तुम्हीं  को  सजाकर  गुलाबों  के जैसे 
तुम्हीं  को  बताऊं  कि  कैसी  हैं  दुनिया

©Deep Aviral

#eidmubarak

108 View

गली- कूचे तक से महक आती है तू शायद हवाओं में घुल जाती है सुना के मुझी को खरी खोटी वो मिरे पास ही रोने को आती है मैं तुझको वहाँ खोजता हूं जहां के फूलोँ की खूश्बू महक जाती है 122/122/122/12 ©Deep Aviral

#trafficcongestion #शायरी  गली- कूचे तक से महक  आती है 
तू शायद हवाओं में घुल जाती है

सुना के मुझी को खरी खोटी वो
मिरे पास ही रोने को आती है 

मैं तुझको  वहाँ  खोजता हूं जहां 
के फूलोँ की खूश्बू  महक जाती है 

122/122/122/12

©Deep Aviral
Trending Topic