Shanu Sharma

Shanu Sharma Lives in Sitapur, Uttar Pradesh, India

Hm shayari nahi zazbat likhte hai...

  • Latest
  • Popular
  • Video

साथ रहकर पता पड़ा कुछ दर्द छुपाकर हमने भी सीने में दफन कर रखा है मेरे पास तेरी जो चूनर है उसे अपना कफन कर रखा है जा तुझसे करे उम्मीद भी क्या, जब तू ही मेरे साथ नही आँखों मे चाहत दिखती थी मेरे, ये कहने वाली बात नही तेरी यादों को अपना कर अब तुझको ही सजन कर रखा है मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,, एहसास तुझे होगा एक दिन, जब भूल कर भी याद आएंगे हम तू रोयेगी तड़पेगी मिलने को, पर न तुझे मिल पायेंगे हम तुझे ख्वाबो में हर रोज सजाकर खुद को मगन कर रखा है मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,, दिल की कलम से मेरे जज्बात Shanu sharma

 साथ रहकर पता पड़ा  कुछ दर्द छुपाकर हमने भी सीने में दफन कर रखा है
मेरे पास तेरी जो चूनर है उसे अपना कफन कर रखा है

जा तुझसे करे उम्मीद भी क्या, जब तू ही मेरे साथ नही
 आँखों मे चाहत दिखती थी मेरे, ये कहने वाली बात नही
तेरी यादों को अपना कर अब तुझको ही सजन कर रखा है
मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,,

एहसास तुझे होगा एक दिन, जब भूल कर भी याद आएंगे हम
तू रोयेगी तड़पेगी मिलने को, पर न तुझे मिल पायेंगे हम
तुझे ख्वाबो में हर रोज सजाकर खुद को मगन कर रखा है
मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,,

       

     दिल की कलम से मेरे जज्बात
             Shanu sharma

साथ रहकर पता पड़ा कुछ दर्द छुपाकर हमने भी सीने में दफन कर रखा है मेरे पास तेरी जो चूनर है उसे अपना कफन कर रखा है जा तुझसे करे उम्मीद भी क्या, जब तू ही मेरे साथ नही आँखों मे चाहत दिखती थी मेरे, ये कहने वाली बात नही तेरी यादों को अपना कर अब तुझको ही सजन कर रखा है मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,, एहसास तुझे होगा एक दिन, जब भूल कर भी याद आएंगे हम तू रोयेगी तड़पेगी मिलने को, पर न तुझे मिल पायेंगे हम तुझे ख्वाबो में हर रोज सजाकर खुद को मगन कर रखा है मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,, दिल की कलम से मेरे जज्बात Shanu sharma

14 Love

बड़ी रौनक़ है चकाचौंध भरी दुनिया मे अँधेरा फिर भी हर आशिक़ के नसीब में क्यों है मेरी कलम से मेरे जज्बात shanu sharma

 बड़ी रौनक़ है चकाचौंध भरी दुनिया मे

अँधेरा फिर भी हर आशिक़ के नसीब में क्यों है


मेरी कलम से मेरे जज्बात
shanu sharma

बड़ी रौनक़ है चकाचौंध भरी दुनिया मे अँधेरा फिर भी हर आशिक़ के नसीब में क्यों है मेरी कलम से मेरे जज्बात shanu sharma

17 Love

इश्क़ अधूरा रह जाये तो टूट न जाना यारों महँगे ख़्वाब बहुत कम पूरे हुआ करते हैं मेरी कलम से मेरे जज्बात shanu sharma

 इश्क़ अधूरा रह जाये तो टूट न जाना यारों

महँगे ख़्वाब बहुत कम पूरे हुआ करते हैं


मेरी कलम से मेरे जज्बात
shanu sharma

@Parveen Gurjar @Amy The poetry Rohan davesar @Taaj Kalakar Ambuj Rai

14 Love

सफ़र जिंदगी का यूँ तन्हा न था जैसे अब हो गया अभी तो मेरे पास था सब पर अचानक कहा खो गया

 सफ़र जिंदगी का यूँ तन्हा न था जैसे अब हो गया
अभी तो मेरे पास था सब पर अचानक कहा खो गया

सफ़र जिंदगी का यूँ तन्हा न था जैसे अब हो गया अभी तो मेरे पास था सब पर अचानक कहा खो गया

21 Love

वो गुजरे वक़्त की परछाइयां दिल को रुलाती है जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है न चाहत थी तो कह देते यूँ खेला क्यों मेरे दिल से न जाने कौन सा बदला लिया तुमने मेरे दिल से चले आओ सनम अब भी मेरी धड़कन बुलाती है जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है तेरा दीदार होगा एक दिन दिल मे तमन्ना है तुझे अम्बर बनाकर तेरे साये में ही जीना है अगन यादों की मुझको अब भी रात और दिन जलाती है जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है ख़ुदा का वास्ता तुझको लौट आओ मेरे हमदम करो वादा यही की साथ दोगे तुम मेरा हरदम मेरा ये ख्वाब टूटा सोच आँखे भर ही जाती है जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है फलक तक साथ होगा मेरा तेरा वादा तोड़ा है जहाँ मुझको जरूरत थी वही मेरा हाथ छोड़ा है यही वो गम है शम्मे-ए-जिंदगी को जो बुझाती है जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है मेरी कलम से मेरे जज्बात shanu शर्मा

 वो गुजरे वक़्त की परछाइयां दिल को रुलाती है
जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है

न चाहत थी तो कह देते यूँ खेला क्यों मेरे दिल से
न जाने कौन सा बदला लिया तुमने मेरे दिल से
चले आओ सनम अब भी मेरी धड़कन बुलाती है
जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है



तेरा दीदार होगा एक दिन दिल मे तमन्ना है
तुझे अम्बर बनाकर तेरे साये में ही जीना है
अगन यादों की मुझको अब भी रात और दिन जलाती है
जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है


ख़ुदा का वास्ता तुझको लौट आओ मेरे हमदम
करो वादा यही की साथ दोगे तुम मेरा हरदम
मेरा ये ख्वाब टूटा सोच आँखे भर ही जाती है
जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है


फलक तक साथ होगा मेरा तेरा वादा तोड़ा है
जहाँ मुझको जरूरत थी वही मेरा हाथ छोड़ा है
यही वो गम है शम्मे-ए-जिंदगी को जो बुझाती है
जब बाहों में तेरी गुजरी वो शामें याद आती है

मेरी कलम से मेरे जज्बात
shanu शर्मा

@Dilip Hindustani narration @Opendra mahi komal sindhe @team n71 Mayank Raghuwanshi

14 Love

आओ तुमको सुनाऊँ कहानी सुनो हुई मैं भी किसी की दीवानी सुनो रात आधी गई,बात आधी गई बेबसी न मेरी मुझसे साधी गई लिख रही हूँ कलम की जुबानी सुनो हुई मैं भी किसी की दीवानी सुनो लफ़्ज़ ही कम पड़े जब सुनाने चले वो न माना हम जब जब मनाने चले फिर हुई अश्क़ों की रवानी सुनो हुई मैं भी किसी की दीवानी सुनो मेरी कलम से मेरे जज़्बात shanu sharma

#directions  आओ तुमको सुनाऊँ कहानी सुनो
हुई मैं भी किसी की दीवानी सुनो

रात आधी गई,बात आधी गई
बेबसी न मेरी मुझसे साधी गई
लिख रही हूँ कलम की जुबानी सुनो
हुई मैं भी किसी की दीवानी सुनो

लफ़्ज़ ही कम पड़े जब सुनाने चले
वो न माना हम जब जब मनाने चले
फिर हुई अश्क़ों की रवानी सुनो 
हुई मैं भी किसी की दीवानी सुनो


मेरी कलम से मेरे जज़्बात
shanu sharma

#directions

18 Love

Trending Topic