विकेश 'amrit'

विकेश 'amrit' Lives in Balaghat, Madhya Pradesh, India

✍️✍️जिसकी लेखनी में दम है, वो हम है।। मेरी कलम ✍️✍️

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#for_lovelesh_bhaiya #admiration

🙏 एक मुहिम 🙏 ''प्रकृति प्रेम मन में लेकर पतवार चलाते जाएंगे आये कितनी ना मुश्किले बार-बार, हम अपनी प्राकृतिक संपदा से भरी डेंजर रोड को बचाएंगे ।।'' की अनुपम घटा लिए ये वृक्षों की, सुंदरता है इसकी पहचान। मत काटो वृक्षों को इसके (डेंजर रोड़ के) यह है बालाघाट जिले की शान ।। की सुबह सवेरे जब तुम टहलने निकलते जाओगे, सोचो क्या होगा जब खुद को बिना वृक्षों के पाओगे ?? जरा थकोगे तो किसके नीचे, कैसे करोगे तुम विश्राम ?? वो ठंडी-ठंडी छाया वृक्षों की बताओ कौन देगा तुम्हें आराम?? इसीलिए हम कहते हैं तुम भी बोलो.... प्रकृति प्रेम मन में लेकर पतवार चलाते जाएंगे आए कितनी ना मुश्किले बार-बार हम अपनी प्राकृतिक संपदा से भरी डेंजर रोड को बचाएंगे ।। की जब कट जाएंगे वृक्ष सारे तो कैसे करोगे भाई तुम बालाघाट का गुणगान । पुण्य भूमि है ये बालाघाट की, वृक्ष बचाकर करो इसका सारे जग में नाम ।। सोचो तो भाई गर कट जाएंगे वृक्ष सारे तो उन जीवो का क्या होगा ?? जो आश्रित है इन वृक्षों पर ... कौन देगा उन्हें वहां रहने का काम ?? मत करो खुद को शर्मिंदा वृक्ष काटकर, वरना हो जाएगा मानव जीवन का विराम .. वरना हो जाएगा मानव जीवन का विराम ।। इसीलिए हम कहते हैं तुम भी बोलो ... प्रकृति प्रेम मन में लेकर पतवार चलाते जाएंगे आये कितनी ना मुश्किले बार-बार हम अपनी प्राकृतिक संपदा से भरी डेंजर रोड को बचाएंगे ।। अपनी डेंजर रोड को बचाएंगे ।। कलम :- विकेश 'amrit'

#save_tree_save_danger_road_save_Balaghat  🙏 एक मुहिम 🙏
 
''प्रकृति प्रेम मन में लेकर पतवार चलाते जाएंगे आये कितनी ना मुश्किले बार-बार, हम अपनी प्राकृतिक संपदा से भरी डेंजर रोड को बचाएंगे ।।''

की अनुपम घटा लिए ये वृक्षों की, सुंदरता है इसकी पहचान। 
मत काटो वृक्षों को इसके (डेंजर रोड़ के) यह है बालाघाट जिले की शान ।।
की सुबह सवेरे जब तुम टहलने निकलते जाओगे, सोचो क्या होगा जब खुद को बिना वृक्षों के पाओगे ??
जरा थकोगे  तो किसके नीचे, कैसे करोगे तुम विश्राम ??
वो ठंडी-ठंडी छाया वृक्षों की बताओ कौन देगा तुम्हें आराम??

इसीलिए हम कहते हैं तुम भी बोलो....

प्रकृति प्रेम मन में लेकर पतवार चलाते जाएंगे आए कितनी ना मुश्किले बार-बार हम अपनी प्राकृतिक संपदा से भरी डेंजर रोड को बचाएंगे ।।

की जब कट जाएंगे वृक्ष सारे तो कैसे करोगे भाई तुम बालाघाट का गुणगान ।
पुण्य भूमि है ये बालाघाट की, वृक्ष बचाकर करो इसका सारे जग में नाम ।।
सोचो तो भाई गर कट जाएंगे वृक्ष सारे तो उन जीवो का क्या होगा ?? जो आश्रित है इन वृक्षों पर ...
कौन देगा उन्हें वहां रहने का काम ??
मत करो खुद को शर्मिंदा वृक्ष काटकर, वरना हो जाएगा मानव जीवन का विराम ..
वरना हो जाएगा मानव जीवन का विराम ।।

इसीलिए हम कहते हैं तुम भी बोलो ...

प्रकृति प्रेम मन में लेकर पतवार चलाते जाएंगे आये कितनी ना मुश्किले बार-बार हम अपनी प्राकृतिक संपदा से भरी डेंजर रोड को बचाएंगे ।। 
अपनी डेंजर रोड को बचाएंगे ।।



कलम :- विकेश 'amrit'

?? पता नहीं ?? कि तेरा चेहरा देखकर तेरे मन की बात जान लेना,किस कदर तू खुशी और गम में है यह मान लेना ।। रूठी है तू तो तुझे मनाना, रूठा हूं मैं तो तेरा मुझे मनाना ।। अब यह मुनासिब होगा या नहीं पता नहीं? कि अब वह प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं?? हर खता पर तेरी मैंने तुझे माफ किया, हर खता पर मेरी तूने मुझे माफ। बहक ना जाए तू कहीं यही हिसाब तो मैंने तुझ से लिया, बहक ना जाऊं मैं कहीं यही हिसाब तो तूने लिया ।। अब यह जज्बात वापस होंगे या नहीं पता नहीं ? अब वो प्यार वापस हो गया या नहीं पता नहीं?? खुश होकर तेरा मुझे मिलना, यू बाहों में सिमटकर मेरी खो जाना मुनासिब अब दोबारा होगा या नहीं? अब वो प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं?? हालात इस कदर हो गए हैं अब कि मैं बयां ना कर सका, तेरी राहों में खड़ा होकर बस तेरे लिए अरदास करने लगा।। तू भी मेरे लिए अपने दिल में हाल- ए - जज्बात को रखती है ये मुझे पता है ।। पर क्या तेरी दुआ में अब भी मैं हूं ? पता नहीं? अब वो प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं?? अंतिम जज्बात तू मेरी होगी या नहीं ऎसी किस्मत तो मेरी, है या नहीं पता नहीं ? मानता हूं मैं खुद को पनौती पर क्या मेरी किस्मत की लकीरों में तू होगी .... पता नहीं ? पर हां... इस सवाल का जवाब सिर्फ तेरे पास है!! क्या मुझे फिर से टूट कर प्यार कर सकती है या नहीं ? अब वो प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं??? तेरे उस जवाब का इंतजार कर रहा तेरा ये पता नहीं???? कलम :- विकेश 'amrit'

#पता_नहीं  ?? पता नहीं ??

कि तेरा चेहरा देखकर तेरे मन की बात जान लेना,किस कदर तू खुशी और गम में है यह मान लेना ।।
रूठी है तू तो तुझे मनाना, रूठा हूं मैं तो तेरा मुझे मनाना ।। अब यह मुनासिब होगा या नहीं पता नहीं?
कि अब वह प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं??

हर खता पर तेरी मैंने तुझे माफ किया, हर खता पर मेरी तूने मुझे माफ।
बहक  ना जाए तू कहीं यही हिसाब तो मैंने तुझ से लिया, बहक ना जाऊं मैं कहीं यही हिसाब तो तूने लिया ।।
अब यह जज्बात वापस होंगे या नहीं पता नहीं ?
अब वो प्यार वापस हो गया या नहीं पता नहीं??

खुश होकर तेरा मुझे मिलना, यू बाहों में सिमटकर  मेरी खो जाना मुनासिब अब दोबारा होगा या नहीं?
अब वो प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं??

हालात इस कदर हो गए हैं अब कि मैं बयां ना कर सका, तेरी राहों में खड़ा होकर बस तेरे लिए अरदास करने लगा।। तू भी मेरे लिए अपने दिल में हाल- ए - जज्बात को रखती है ये मुझे पता है ।।
पर क्या तेरी दुआ में अब भी मैं हूं ? पता नहीं?
अब वो प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं??

अंतिम जज्बात

तू मेरी होगी या नहीं ऎसी किस्मत तो मेरी, है या नहीं पता नहीं ?
मानता हूं मैं खुद को पनौती पर क्या मेरी किस्मत की लकीरों में तू होगी .... पता नहीं ?
पर हां... इस सवाल का जवाब सिर्फ तेरे पास है!!
क्या मुझे फिर से टूट कर प्यार कर सकती है या नहीं ?

अब वो प्यार वापस होगा या नहीं पता नहीं???

तेरे उस जवाब का इंतजार कर रहा तेरा ये पता नहीं????


कलम :- विकेश 'amrit'

😢 पापा 😢 अभी तो मैं राह पर निकला था, फिर क्यों मुझे अकेले छोड़ कर चले गए पापा । अभी तो मेरा अपनी नौका पार लगाना बाकी था, फिर क्यों बीच मझधार में छोड़ कर चल दिए पापा । अभी तो मैं छोटा बच्चा था, फिर क्यों मुझे सिसकता छोड़ गए पापा।। मैं जानता हूं आप अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे थे, पर क्यों मुझे छोटी सी उमर में अपनी जिम्मेदारी का एहसास करा गए पापा ।। मां मेरी रोती रही, क्या आपको एक पल भी रुकने का समय नहीं मिला पापा । मुझे आज भी याद है जब मैं आपके पास खड़ा था और आप बिन बताए सफर पर निकल दिए थे पापा ।। आपके वह सपने जिन्हें आप मेरे लिए जिया करते थे , उन्हें तो पूरा होते हुए देखने के लिए रुक जाते पापा । आपका वह मेरे अफसर बनने का ख्वाब, उस पल को तो आप जी लेते पापा।। क्यों आपको मेरा अकेले में रोना नहीं दिखता, क्यों मुझे आप इस तरह तंहा कर गए पापा । यह दुनिया बहुत जुल्मी है, इनके जुल्म से बचावो न पापा। ढूंढता रहता हूं अक्सर भीड़ में आपको, कहीं तो मिल जाओ ना पापा ।। बस इतनी इल्तजा है आपसे फिर एक बार वापस आ जाओ ना पापा, फिर एक बार वापस आ जाओ ना पापा .........।।।

#Miss_you_papa😭😭  😢 पापा 😢
अभी तो मैं राह पर निकला था, फिर क्यों मुझे अकेले छोड़ कर चले गए पापा ।
अभी तो मेरा अपनी नौका पार लगाना बाकी था, फिर क्यों बीच मझधार में छोड़ कर चल दिए पापा ।
अभी तो मैं छोटा बच्चा था, फिर क्यों मुझे सिसकता छोड़ गए पापा।।

मैं जानता हूं आप अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे थे, पर क्यों मुझे छोटी सी उमर में अपनी जिम्मेदारी का एहसास करा गए पापा ।।

मां मेरी रोती रही, क्या आपको एक पल भी रुकने का समय नहीं मिला पापा ।
मुझे आज भी याद है जब मैं आपके पास खड़ा था और आप बिन बताए सफर पर निकल दिए थे पापा ।।

आपके वह सपने जिन्हें आप मेरे लिए जिया करते थे , उन्हें तो पूरा होते हुए देखने के लिए रुक जाते पापा ।
आपका वह मेरे अफसर बनने का ख्वाब, उस पल को तो आप जी लेते पापा।।

क्यों आपको मेरा अकेले में रोना नहीं दिखता, क्यों मुझे आप इस तरह तंहा कर गए पापा ।
यह दुनिया बहुत जुल्मी है, इनके जुल्म से बचावो न पापा।
ढूंढता रहता हूं अक्सर भीड़ में आपको, कहीं तो मिल जाओ ना पापा ।।

बस इतनी इल्तजा है आपसे फिर एक बार वापस आ जाओ ना पापा, फिर एक बार वापस आ जाओ ना पापा .........।।।

jo kismat me hoga vo chalkar aayega .... aur jo kismat me nahi hoga vo aakar bhi chala jayega ...😊

 jo kismat me hoga vo chalkar aayega ....


aur jo kismat me nahi hoga vo aakar bhi chala jayega ...😊

jo kismat me hoga vo chalkar aayega .... aur jo kismat me nahi hoga vo aakar bhi chala jayega ...😊

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#नारी_शक्ति  🙏
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