White प्रेम कहीं भी हो सकता है,यहां तक की नरक में भी। आउशवित्स: ये नाजी हुकूमत यानी हिटलर का सबसे बड़ा नजरबंदी शिविर था,जहां पर जाते ही लोगों की पहचान छीन ली जाती और उन पर कैदी नंबर लिख दिए जाते,जिसके बाद वो अपना नाम नही ले सकते थे और उनकी पहचान उनके नंबर से होती थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहां 11 लाख लोगो को मारा गया।ऐसा ही एक कैदी था कैदी नंबर 32407 लुडविग उर्फ लेल(टैटू गोदने वाला) व कैंप की महिला कैदी गीता के बीच उपजे प्रेम संबंधों का ज़िक्र आस्ट्रेलियाई फिल्मकार हिदर मॉरिस ने ओस्वित्ज का टेटूवाला नमक पुस्तक में किया।
©Jagdish Bugasara
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