Romy kumari

Romy kumari Lives in Patna, Bihar, India

शिक्षिका , कवयित्री , शायरा

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White मृत स्वप्न ने नींद छीन ली अट्ठासो ने छीनी मुस्कान, हृदय नहीं वो हत्यागृह है जहाँ सदैव कत्ल हुए अरमान। ©Romy kumari

#कोट्स #safar #jakhm #Pain #SAD  White मृत स्वप्न ने नींद छीन ली 
अट्ठासो ने छीनी मुस्कान, 
हृदय नहीं वो हत्यागृह है
जहाँ सदैव कत्ल हुए अरमान।

©Romy kumari
#ज़िन्दगी #दर्द  बुझ गई है बत्तियां सारी, ख़त्म ये मेला हो गया, 
उड़ गईं आँगन से चिड़ियाँ घर अकेला हो गया। 

पथरा गई हैं बाप की आंखे, मां के हृदय में शूल है, 
दोनो ही बस इतना सोचे, आख़िर किसकी ये भूल है। 
खेल खेल की इस उम्र में, जाने कैसे ये खेला हो गया, 

उड़ गई आंगन से चिड़िया घर अकेला हो गया।

जीते जीवन मौत के दर्शन, कैसे चला ये सुदर्शन
अश्रु नहीं वो रक्त है जो पिता की आंखों से बह रहे,
 इस सजा की कोई भूल बताए, बह बह के ये कह रहे
भवन प्रेम का ढह के एक मिट्टी का ढेला हो गया

उड़ गई आंगन से चिड़िया घर अकेला हो गया।

©Romy kumari

#दर्द

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#विचार #Pain  प्रेम हृदय का नहीं देखना किसी को,
यहां खामोश शब्दों को भी हवा दे जाते हैं लोग।

©Romy kumari

#Pain

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जैसे अक्स दिखाने को दर्पण धुन सुनाने को सरगम जीवन को सांसे जरूरी है बस वैसे ही मेरी लेखनी नोजोटो के बिना अधूरी है। ©Romy kumari

#विचार #hindiwritings #MusicLove  जैसे अक्स दिखाने को दर्पण
धुन सुनाने को सरगम
जीवन को सांसे जरूरी है
बस वैसे ही
मेरी लेखनी 
नोजोटो के बिना अधूरी है।

©Romy kumari

गर कांटा कोई चुभ जाए तो पांव नहीं काटे जाते बट जाए सम्पत्ति फिर भी रिश्ते नहीं बांटे जाते...... क्यूं हार गया तू इतनी जल्दी क्यूं आंखें तेरी बह जाती जो होता नहीं दिल में तेरे जुबां कैसे वो कह जाती रिश्तों में शोर सहा जाता है तड़पाते तो हैं सन्नाटे बट जाए संपत्ति फिर भी रिश्ते नहीं बाटे जाते...... मत दबा मुठ्ठी को इतना की रिश्ता रेत सा फिसल जाए नजरों के सामने तो रहें अपने पर नजरों से ही नजर ना आए सौहाद्र बना रहे हृदय में सुख दुख तो रहते आते जाते बट जाए संपत्ति फिर भी रिश्ते नहीं बांटे जाते....... ©Romy kumari

#कविता #WritersSpecial #Rishta  गर कांटा कोई चुभ जाए
तो पांव नहीं काटे जाते
बट जाए सम्पत्ति फिर भी
रिश्ते नहीं बांटे जाते......

क्यूं हार गया तू इतनी जल्दी
क्यूं आंखें तेरी बह जाती
जो होता नहीं दिल में तेरे
जुबां कैसे वो कह जाती
रिश्तों में शोर सहा जाता है
तड़पाते तो हैं सन्नाटे
बट जाए संपत्ति फिर भी
रिश्ते नहीं बाटे जाते......

मत दबा मुठ्ठी को इतना
की रिश्ता रेत सा फिसल जाए
नजरों के सामने तो रहें अपने
पर नजरों से ही नजर ना आए
सौहाद्र बना रहे हृदय में
सुख दुख तो रहते आते जाते
बट जाए संपत्ति फिर भी
रिश्ते नहीं बांटे जाते.......

©Romy kumari

जो झुके वही ज्ञानी है बाकी सब अभिमान है आपसे किसी का अपमान न हो इसी में आपका मान है। ©Romy kumari

#विचार #आदर  जो झुके वही ज्ञानी है
बाकी सब अभिमान है
आपसे किसी का अपमान न हो
इसी में आपका मान है।

©Romy kumari

#आदर

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