मैंने तुम्हें कुछ यूँ थामा है ... दिल ने थामा है जज्बात को ।
तुम आज भी अनसुना कर देती हो मेरी हर बात को ।
तुमने तो सब कह दिया मुझे ,
मुझे भी कुछ कहना था पर सोचता हू की क्या कहूं उसको ,
जिसने हमें मिलाया था उस सर्दी वाली रात को
जिसकी धुन पर दुनिया नाचे दिल ऐसा एक तारा है ।
ये हमको भी प्यारा है और ये तुमको भी प्यारा है ।
झूम रही है सारी दुनियां जब के हमारे गीतों पर ,
तब कहती हो प्यार हुआ है क्या एहसान तुम्हारा है ।
भ्रमर कोई कुमुदिनी पर मचल बैठा तो हंगामा ।
हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा ।
अभी तक डूब कर सुनते थे सब किस्सा मोहब्बत का ,
मै किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामा ।
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