RAJU THAPA (RAJ MASTANA)

RAJU THAPA (RAJ MASTANA) Lives in Mumbai, Maharashtra, India

मैं बेजुबां नहीं हूं , बस कलम की जुबां बोलता हुँ।

  • Latest
  • Popular
  • Video

आज के हालात सियासत का जंगल उलझे हुए तार ,पुरानी इमारत जगह जगह दरार । कत्ल होकर पड़ी हैरात भर से लाश बेगुनाह हवालात मेंमुजरिम फरार । कोई करे हिन्दूकोई करे मुस्लिम आग लगे पेट कोनिकालो तलवार । महंगा है राशन पानी भी मोल सस्ता ज़मीर है सस्ते हथियार । पटरी पे आती नही ज़िन्दगी ये घर ने ही कैद है होके बेरीज़गार । शहर की सारीचकाचौंध झूटी सूली पे लटके अच्छे कलाकार । मानवता का दुनिया मेही रहा बलात्कार भूल जाओ यारो अब कोई चमत्कार । राजू थापा

#सियासत #कविता  आज के हालात सियासत का जंगल 
उलझे हुए तार ,पुरानी इमारत
जगह जगह दरार ।
कत्ल होकर पड़ी हैरात भर से लाश 
बेगुनाह हवालात मेंमुजरिम फरार ।
कोई करे हिन्दूकोई करे मुस्लिम
आग लगे पेट कोनिकालो तलवार ।
महंगा है राशन पानी भी मोल 
सस्ता ज़मीर है सस्ते हथियार ।
पटरी पे आती नही ज़िन्दगी ये 
घर ने ही कैद है होके बेरीज़गार ।
शहर की सारीचकाचौंध झूटी 
सूली पे लटके अच्छे कलाकार ।
मानवता का दुनिया मेही रहा बलात्कार 
भूल जाओ यारो अब कोई चमत्कार ।
राजू थापा

#सियासत का जंगल

14 Love

उम्र बस इतनी सी है उसकी जिस मोहब्बत को बवाल बना रखा है ।

#शायरी  उम्र बस इतनी सी है उसकी जिस 
मोहब्बत को बवाल बना रखा है ।

बवाल

14 Love

#शायरी #फासले #राजू

#फासले #राजू थापा

2 Love

मैं उस बस्ती में माचिस लिए बैठा हूँ जहाँ जलने के लिए बेताब बैठे है लोग

#शायरी #माचिस #शेर #राज  मैं उस बस्ती में माचिस लिए बैठा हूँ
जहाँ जलने के लिए बेताब बैठे है लोग

#माचिस #राज मस्ताना #शेर

8 Love

दरख्तों पर कागज़ पर किताबो पर दीवारों पर लिखा हूं मैं । मैं उबलता इश्क़ हु , थरथराती शाम को उफनती आग की तरह जला हूँ मैं ।

#दरख़्तों #शायरी #राज  दरख्तों पर कागज़ पर किताबो पर
 दीवारों पर लिखा हूं मैं ।
मैं उबलता इश्क़ हु , थरथराती शाम को
उफनती आग की तरह जला हूँ मैं ।

#दरख़्तों पर कागज़ों पर #राज मस्ताना

5 Love

फूल गुलाब का हो कि चमेली का कागज़ के हो तो खुशबू नही आती ।

#खुशबू #गुलाब #राजू #कागज़  फूल गुलाब का हो कि चमेली का
कागज़ के हो तो खुशबू नही आती ।

#कागज़ #गुलाब #खुशबू #राजू थापा राज मस्ताना

3 Love

Trending Topic