तुम बहुत प्यारे हो
ये कहते हुए मैंने
कभी तुम्हारे चेहरे पर गौर नहीं किया,
मैंने इसलिए तुम्हें प्यारा कहा क्योंकि;
मैंने जब भी तुम्हें देखा, जब भी तुम्हें सुना,
जब भी तुम्हें समझने की कोशिश की;
मैंने पाया एक ख़ूबसूरत सा इंसान
कि कोई सच में है
जो इस दुनिया को देखता है एक अलग नजरिए से;
जो बहुत बहादुर है,
जिसको कोई गम नहीं अपना क्या खो रहा पर;
हर इंसान की चिंता उसे सताती हैl
वो दिखता तो है पत्थर पर ;
उसके अंदर है फूलों का एक सुंदर जा बगीचा,
जो महका देना चाहता है हर किसी की दुनिया को
अपनी प्यारी सी खुशबू से.....
वो इंसान जिसके हिस्से आया हमेशा समझदार होना,
मेरी नजर में उसे भी चाहिए था कोई उसे सजोने वाला,
जो उसकी बातें नहीं उसकी आंखें पढ़ता और
खुदगर्जी की इस दुनियां से कहीं दूर ,
उसे ले जाता एक ऐसी दुनिया में जहां वो
हमेशा से जीना चाहता रहा !!!!!
©A beautiful soul
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