पेटो में थी भूख बड़ी,
और हाथों में छाले थे
बड़े जतन करके उसने,
बच्चे चार पाले थे ।
चार ईंटे लाद कर सर पर ,
दो और रखना मजबूरी है ।
लाए दहेज कहां से हरिया,
काम तो उसका मजदूरी है।
यूं ही दोस्त ही रहते तो अच्छा होता।
सारे रिश्तों से ये रिश्ता अच्छा होता ।
कुछ पाने की कोशिश में जो था वो खो बैठे,
सबकुछ जोड़कर रखते तो अच्छा होता।।
#raginitiwari#Nojotolover #nojoto
9 Love
मोहब्बत की रिवायत का यही अंजाम होना था।
हाथों में कलम ना होके बस इक जाम होना था।
मोहब्बत में फ़ना होने के किस्से है सुने सबने,
जी कर के जो मर जाए उसी का नाम होना था।
मोहब्बत की रिवायत का यही अंजाम होना था।
हाथों में कलम ना होके बस इक जाम होना था।
मोहब्बत में फ़ना होने के किस्से है सुने सबने,
जी कर के जो मर जाए उसी का नाम होना था।
रागिनी तिवारी स्नेह ✍️
#raginitiwari
9 Love
तूने देश के टुकड़े हजार कर दिया।
इंसानियत को भी शर्मशार कर दिया।
हम तो मोहब्बत से रिश्ते निभा रहे थे,
तुमने इस जमीं पे नरसंहार कर दिया।
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