मनोज कुमार झा

मनोज कुमार झा "मनु"

शिक्षक, कवि, घुमक्कड़

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मेरे भाग्य में क्यों यह क्षण आने से रह गया। वृन्दावन में भी मैं राधे से मिलने से रह गया।। ©मनोज कुमार झा "मनु"

#भक्ति  मेरे भाग्य में क्यों यह क्षण आने से रह गया।
वृन्दावन में भी मैं राधे से मिलने से रह गया।।

©मनोज कुमार झा "मनु"

पीताम्बर कान्हा

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#विचार  चाँद अब न रात में और न दिन में दिखायी देता है।।
अब केवल हमारी आँखों में आँसू दिखायी देता है।।

वो फूल था और मैं उसके  ही साथ था मगर,
 चारों ओर केवल अब रेगिस्तान दिखायी देता है ।।

साथ था वो तो कितना अच्छा लगता था,
मगर अब सारा शहर वीरान दिखायी देता है।।

सब कुछ पता है मुझे उन लोगों के बारे में,
पीठ पीछे जो मेरी बुरायी करता दिखायी देता है।।

उसके हंसने से दिन खिला खिला सा रहता था,
अब लेकिन मन भी उदास दिखायी देता है।।

"मनु" तुम उसे भुला न देना चाहे वो तुम्हें भुलाये,
उसकी यादों से भी तो मन प्रसन्न दिखायी देता है।।

©मनोज कुमार झा "मनु"

तुम उसे भुला न देना

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#कविता  मैं "देवी" के दर्शन करके धन्य हो गया।
मुझ पर देवी की कृपा यूं ही बनी रहे।।

©मनोज कुमार झा "मनु"

जय अम्बे गौरी

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#विचार  होली की शुभकामनायें   भगवदीय कृपा के फलादेश से जीवन की निर्द्वंद, भयरहित एवं आह्लादकारक अवस्था ही प्रतीकात्मक रूप में प्रह्लाद है।
धरा की समस्त विभूतियों, साधनों एवं सद्प्रवृत्तियों की सार्थकता तभी है, 
जब जीवन भगवदोन्मुखी हो, अन्यथा सिद्धियों का अहंकार ही मनुष्य के पतन का कारण बन जाता है। 
हिरण्यकश्यप के अहंकार पर प्रह्लाद
 की सात्विकता एवं सत्यनिष्ठा के 
विजय के महापर्व "होलिका दहन"
 की हार्दिक शुभकामनाएँ।

©मनोज कुमार झा "मनु"

होली पर्व शुभ हो

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भोर की प्रथम किरण के साथ गौरैया का सुमधुर स्वर हमारे घर-आँगन का उत्सव एवं प्रकृति के आह्लाद की उद्घोषणा थी। मनुष्य की अनियंत्रित भोगवांछाओं एवं पर्यावरण की अनदेखी के कारण घरेलू गौरैया सहित उसकी 26 विशिष्ट प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं। पर्यावरण में विकृति ही गौरैया जैसे अनेक जीवों के विलुप्त होने का मूल कारण है। आइये ! प्रकृति की ओर लौटें एवं जैव-विविधता को संरक्षित करें। ©मनोज कुमार झा "मनु"

#विचार #sparrowday #Birds  भोर की प्रथम किरण के साथ गौरैया का
 सुमधुर स्वर हमारे घर-आँगन का उत्सव
 एवं प्रकृति के आह्लाद की उद्घोषणा थी।

 मनुष्य की अनियंत्रित भोगवांछाओं एवं
 पर्यावरण की अनदेखी के कारण 
घरेलू गौरैया सहित उसकी 26 विशिष्ट 
प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं। 
पर्यावरण में विकृति ही गौरैया जैसे अनेक 
जीवों के विलुप्त होने का मूल कारण है। 

आइये ! प्रकृति की ओर लौटें एवं जैव-विविधता को संरक्षित करें।

©मनोज कुमार झा "मनु"

#Birds #sparrowday day

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ज्ञान और शुभ-संकल्पों के आह्वान द्वारा अपनी आत्मशक्ति, अनन्त सामर्थ्य व शिवत्व की अनुभूति के दिव्य पर्व महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ। वस्तुत: समस्त दु:खों का कारण अज्ञानता ही है। विचार, विवेक और ज्ञान के अभ्यास के अभाव के कारण ही मनुष्य व्यथित, पीड़ित और चिन्तित अनुभव करता है। आइये ! महाशिवरात्रि की इस महनीय वेला में जप, ध्यान, अभिषेक, उपासना, आत्मानुशासन एवं ऐंद्रिक संयम द्वारा अपने शाश्वत स्वरूप के बोध, अंतस् में समाहित अनन्त ऊर्जा और दिव्यता को उजागर करें । ©मनोज कुमार झा "मनु"

#mahashivaratri #shivratri  ज्ञान और शुभ-संकल्पों के आह्वान द्वारा अपनी आत्मशक्ति, अनन्त सामर्थ्य व शिवत्व की अनुभूति के दिव्य पर्व महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ।

वस्तुत: समस्त दु:खों का कारण अज्ञानता ही है। विचार, विवेक और ज्ञान के अभ्यास के अभाव के कारण ही मनुष्य व्यथित, पीड़ित और चिन्तित अनुभव करता है। 
आइये ! महाशिवरात्रि की इस महनीय वेला में जप, ध्यान, अभिषेक, उपासना, आत्मानुशासन एवं ऐंद्रिक संयम द्वारा अपने शाश्वत स्वरूप के बोध, अंतस् में समाहित अनन्त ऊर्जा और दिव्यता को उजागर करें ।

©मनोज कुमार झा "मनु"

जय शिव #mahashivaratri

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