LUСKY SINGH

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White करवटों के साये में तपता ये जहाँ हसरतों की छाएँ में लिपटा ए जहाॅ कौन अब है कहा आशियानो के फलक तमन्ना ए आरजु की उम्मीद सा ये जहाॅ ©LUСKY SINGH

#sad_quotes  White करवटों के साये में
तपता ये जहाँ
हसरतों की छाएँ में लिपटा ए जहाॅ 
कौन अब है कहा 
आशियानो के फलक 
तमन्ना ए आरजु की 
उम्मीद सा ये जहाॅ

©LUСKY SINGH

#sad_quotes luckysingh

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White राहतो की आहतो में गुजर रहा है ,ये लम्हा चाहतो में दर-बे -दर ,उफ़ ये दोपहर कैसा है ये बिलासपुर शहर दिन रात या दोपहर आलम़ गर्मी का कहर गांव की गर्मी आम की छावं बहुत याद आता है मेरा गांव जिन्दगी एक सफर है दोस्तो लगाते है अपना दाव ©LUСKY SINGH

#Quotes #Free  White राहतो की आहतो में
गुजर रहा है ,ये लम्हा चाहतो में
दर-बे -दर ,उफ़ ये दोपहर 
कैसा है ये बिलासपुर शहर 
दिन रात या दोपहर 
आलम़ गर्मी का कहर 
गांव की  गर्मी  
आम की छावं 
बहुत याद आता है  मेरा गांव 
जिन्दगी एक सफर है दोस्तो 
लगाते है अपना दाव

©LUСKY SINGH

#Free lucky Singh

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जिन्दगी ..... जहद की जज्बातों में ग़ालिब ए -वक्त- ए गुजर रहा हैं लाइब्रेरी के किताबों में मन -ए- मरतबा नशा जुल्फत़ सा आनंद है उन चाय की दुकानो में जो आनंद न हो मीठे पकवानों मे हुजुर...... अल्फाज़ सा आबरू हो जाते है जब दोस्तो के संग दस्तुर दू घूंट ☕️चाय मिल जाते है☕️ ©LUСKY SINGH

#GingerTea  जिन्दगी ..... 
जहद की जज्बातों में
ग़ालिब  ए -वक्त- ए गुजर रहा हैं
लाइब्रेरी के किताबों में
मन -ए- मरतबा 
नशा जुल्फत़ सा
आनंद है उन चाय की दुकानो में 
जो आनंद न हो मीठे पकवानों मे
हुजुर......
अल्फाज़ सा आबरू हो जाते है
जब दोस्तो के संग 
दस्तुर दू घूंट 
☕️चाय मिल जाते है☕️

©LUСKY SINGH

#GingerTea चाय की चुस्की

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 White माॅ की ममता 
ममता की छाया 
ऊंगली पकड़कर दुनिया दिखाया 
भुखे रहकर रोटी खिलाया 
लोरी गाकर बच्चो को सुलाया 
तेरी दुआए बनती है मेरी भुजाए 
मुसीबतो से महफूज बनाए 
तु दर्द ठोकरे 
और दुनिया से लड़ती है 
नजरो से दूर होते ही 
तेरी ममता बिलख पड़ती है 
माॅ तु महान है 
तु है तो जहान है।
नमन है इस धरा की ममता को
वंदन है इस माटी को ।।समस्त मातृशाक्ति को बारंबार प्रणाम 🙏

©LUСKY SINGH

माॅ की ममता

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 ये नजाकत कि मदहोशिय़ा
इंतजार है एक तेरा....
गवां मत खूबसूरत लम्हे
कश्ती पर सवार हो ...
वो समंदर अब्धि  लहरे 
वो कौमुदी कि चंचल लालिमा
फिज़ाओ से आ रही 
उल्फत मिलन की 
इंतजार है एक तेरा 
उठ जाग अब शोर हुई

©LUСKY SINGH

lu c k..ysayri@

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 शत्- शत् आघातों को सहकर 
उज्ज्वल किया देश हमारा 
था अटल ,था अचल 
था अविरल ,था अटल निश्चल 
वो वक्त था , जब किया शासन ।
मना रहे है हम ,आज सुशासन ।।

©LUСKY SINGH

शत्- शत् आघातों को सहकर उज्ज्वल किया देश हमारा था अटल ,था अचल था अविरल ,था अटल निश्चल वो वक्त था , जब किया शासन । मना रहे है हम ,आज सुशासन ।। ©LUСKY SINGH

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