आहत

आहत Lives in Jaipur, Rajasthan, India

आहत नज़्मी

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#आहतबोल #कविता #aahatbol #Rishtey #Phone
#आहतबोल #meditationguitar #sadkonpar #aahatbol #lockdown #Bachche  दिख रहा है जहान सड़कों पर
बच्चे बूढ़े जवान सड़कों पर।
आफ़तों के सभी ही मारे हैं
सिक्ख पंडित पठान सड़कों पर।

#आहतबोल लगे ऐसे कि सब कुछ ही यहाँ है नज़र मेरी है जिस पर वो कहाँ है #एस.बी.'आहत'

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लगे ऐसे कि सब कुछ ही यहाँ है
नज़र मेरी है जिस पर वो कहाँ है
#एस.बी.'आहत'

#आहतबोल कितना मजबूर कर देता है एक इन्सान.... एक मुस्कुराती बेटी को एक सशक्त नारी को एक हौसले भरी शख़्सियत को सिर्फ़ शादी के बन्धन से..... #एस. बी.आहत

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कितना मजबूर कर देता है 
एक इन्सान....
एक मुस्कुराती बेटी को
एक सशक्त नारी को
एक हौसले भरी शख़्सियत को
सिर्फ़ शादी के बन्धन से.....
#एस. बी.आहत

#आहतबोल दुनिया मुझे रौंदे जब जलकर सियाह हो जाऊँ तेरा नशा इस हद तक करूँ कि तबाह हो जाऊँ #एसबी_आहत

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दुनिया मुझे रौंदे जब जलकर सियाह हो जाऊँ 
तेरा नशा इस हद तक करूँ कि तबाह हो जाऊँ
#एसबी_आहत

#आहतबोल तुम्हारी डायरी में कोई पन्ना ऐसा भी हो शायद कि जिस पर प्रेम की पाती शुरू की होगी मेरे नाम के पहले हर्फ़ से। मगर कुछ सोच कर, लिखी नहीं हो वो पाती - तुम उसे पूरा मत ही करना। मैं  जो, तुम्हारे कोमल हृदय में सुखद शैय्या पर पड़ा हूँ, ठीक ही हूँ कि तुम्हारे दिल से निकलकर, अगर मैं नाम की शक्ल में आया कागज़ पे बिछी/छपी पटरी पर पटरी? - हाँ, कागज पर छपी सफ़ों के बीच तो शायद यूँ भी हो कभी गुस्साके कोई मेरे नाम के कागज़ी वज़ूद को फाड़ फेंके या जला दे मुझे अपने कोमल हृदय में ही रहने दो वहीं से पढ़ लूँगा तुम्हारी प्रेम पाती तुम्हारी नज़र से.... #एसबी_आहत

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तुम्हारी डायरी में कोई पन्ना ऐसा भी हो शायद
कि जिस पर प्रेम की पाती शुरू की होगी मेरे नाम के पहले हर्फ़ से।
मगर कुछ सोच कर, लिखी नहीं हो
वो पाती - तुम उसे पूरा मत ही करना।
मैं 
जो, तुम्हारे कोमल हृदय में सुखद शैय्या पर पड़ा हूँ, ठीक ही हूँ
कि तुम्हारे दिल से निकलकर, अगर मैं नाम की शक्ल में आया
कागज़ पे बिछी/छपी पटरी पर
पटरी? - हाँ, कागज पर छपी सफ़ों के बीच
तो शायद यूँ भी हो
कभी गुस्साके कोई मेरे नाम के कागज़ी वज़ूद को 
फाड़ फेंके या जला दे
मुझे अपने कोमल हृदय में ही रहने दो
वहीं से पढ़ लूँगा तुम्हारी प्रेम पाती
तुम्हारी नज़र से....
#एसबी_आहत
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