tags

New अस्पताल का वाक्य में प्रयोग Status, Photo, Video

Find the latest Status about अस्पताल का वाक्य में प्रयोग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about अस्पताल का वाक्य में प्रयोग.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#वीडियो

नेपाल में वाटर पार्क का गर्मियों में ले आनंद

108 View

#शायरी  मन के साफ दिल के सच्चे हैं
हम जेसे भी हैं साहब अपनी जगह अच्छे हैं

में ठहरा, गाँव का छोरा

81 View

#विचार  जब अस्पताल में रहना होता है।
जज्बात,आंसुओं को कहना होता है।
डाॅ. खुदाई लिबास पहना होता है।
सत्कर्म खुदा को सहना होता है।।

OT में,मरीज संग डॉ.जब होते हैं।
परिवारजन देवता को,सब ढोते हैं।
बहते आंसू को बाहर,कब रोते हैं?
हो सफल शल्य,अर्द्ध तब सोते हैं।।

उच्च लाभ लेने जब,रेफर होते है।
एंबुलेंस में सांस,फर फर होते है।
सुन सायरन आवाज,थर थर होते हैं।
पहुंचते ठिकाने तब,मनभर होते हैं।। 

वेंटीलेटर के अंक,ऊपर नीचे चलते है।
परिजनों के सांस_तार नीचे ढलते है।
O2,पल्स रेट,Bp अपना नृत्य करते हैं।
देख निगाहों से,गम भाव सब भरते हैं।।

कैथेटर से,तरल पदार्थ पिलाते हैं।
गटके बूंद तब,मन मन हर्षाते हैं।
इनपुट_आउटपुट रोज मिलाते हैं।
देख उन्हें डॉ. दिलाशा दिलाते हैं।।

जब मरीज,हलचल पैदा करता है।
तब वह,पुनर्जन्म सा भाव भरता है।
आंखों से लगे देखने,तब गम हरता है।
अस्पताल का जीवन,चक्र सा चलता है।।

कल्चर रिपोर्ट इन्फेक्शन जताती है।
खुशी सारी तब,गम में बदल जाती है।
तब एंटीबायोटिक,असर दिखाती है।
लैब रिपोर्ट, तरह तरह से नचाती है।।

NK गोरा,नरेंद्र जी जैसे चिकित्सक।
लगता है,जैसे ये भगवान हैं बेशक।
मरीज सेवा हेतु तत्पर रहते,देर तक।
खुदा उनपर मेहरबान रहे,जीने तक।।

भाई जिसने,बचपन में मुझे गोद उठाया।
घुमाया,फिराया,पढ़ाया,सिर सहलाया।
ऋण से उऋण होना,असमय वक्त आया।
भरेंगे किलकारी दोनों,भरोसा मुझे आया।।

 मोहन लाल सींवर

©मोहन लाल सींवर

अस्पताल का जीवन

153 View

#मोटिवेशनल  जब अस्पताल में रहना होता है।
जज्बात,आंसुओं को कहना होता है।
डाॅ. खुदाई लिबास पहना होता है।
सत्कर्म खुदा को सहना होता है।।

OT में,मरीज संग डॉ.जब होते हैं।
परिवारजन देवता को,सब ढोते हैं।
बहते आंसू को बाहर,कब रोते हैं?
हो सफल शल्य,अर्द्ध तब सोते हैं।।

उच्च लाभ लेने जब,रेफर होते है।
एंबुलेंस में सांस,फर फर होते है।
सुन सायरन आवाज,थर थर होते हैं।
पहुंचते ठिकाने तब,मनभर होते हैं।। 

वेंटीलेटर के अंक,ऊपर नीचे चलते है।
परिजनों के सांस_तार नीचे ढलते है।
O2,पल्स रेट,Bp अपना नृत्य करते हैं।
देख निगाहों से,गम भाव सब भरते हैं।।

कैथेटर से,तरल पदार्थ पिलाते हैं।
गटके बूंद तब,मन मन हर्षाते हैं।
इनपुट_आउटपुट रोज मिलाते हैं।
देख उन्हें डॉ. दिलाशा दिलाते हैं।।

जब मरीज,हलचल पैदा करता है।
तब वह,पुनर्जन्म सा भाव भरता है।
आंखों से लगे देखने,तब गम हरता है।
अस्पताल का जीवन,चक्र सा चलता है।।

कल्चर रिपोर्ट इन्फेक्शन जताती है।
खुशी सारी तब,गम में बदल जाती है।
तब एंटीबायोटिक,असर दिखाती है।
लैब रिपोर्ट, तरह तरह से नचाती है।।

NK गोरा,नरेंद्र जी जैसे चिकित्सक।
लगता है,जैसे ये भगवान हैं बेशक।
मरीज सेवा हेतु तत्पर रहते,देर तक।
खुदा उनपर मेहरबान रहे,जीने तक।।

भाई जिसने,बचपन में मुझे गोद उठाया।
घुमाया,फिराया,पढ़ाया,सिर सहलाया।
ऋण से उऋण होना,असमय वक्त आया।
भरेंगे किलकारी दोनों,भरोसा मुझे आया।।

 मोहन लाल सींवर

©मोहन लाल सींवर

अस्पताल का जीवन

162 View

#Motivational

डेंगू बुखार में प्रयोग होने वाली एंटीबायोटिक दवा ।

135 View

#महाविद्यालय #अस्पताल #शिक्षा #अदनासा #हिंदी #विचार
#वीडियो

नेपाल में वाटर पार्क का गर्मियों में ले आनंद

108 View

#शायरी  मन के साफ दिल के सच्चे हैं
हम जेसे भी हैं साहब अपनी जगह अच्छे हैं

में ठहरा, गाँव का छोरा

81 View

#विचार  जब अस्पताल में रहना होता है।
जज्बात,आंसुओं को कहना होता है।
डाॅ. खुदाई लिबास पहना होता है।
सत्कर्म खुदा को सहना होता है।।

OT में,मरीज संग डॉ.जब होते हैं।
परिवारजन देवता को,सब ढोते हैं।
बहते आंसू को बाहर,कब रोते हैं?
हो सफल शल्य,अर्द्ध तब सोते हैं।।

उच्च लाभ लेने जब,रेफर होते है।
एंबुलेंस में सांस,फर फर होते है।
सुन सायरन आवाज,थर थर होते हैं।
पहुंचते ठिकाने तब,मनभर होते हैं।। 

वेंटीलेटर के अंक,ऊपर नीचे चलते है।
परिजनों के सांस_तार नीचे ढलते है।
O2,पल्स रेट,Bp अपना नृत्य करते हैं।
देख निगाहों से,गम भाव सब भरते हैं।।

कैथेटर से,तरल पदार्थ पिलाते हैं।
गटके बूंद तब,मन मन हर्षाते हैं।
इनपुट_आउटपुट रोज मिलाते हैं।
देख उन्हें डॉ. दिलाशा दिलाते हैं।।

जब मरीज,हलचल पैदा करता है।
तब वह,पुनर्जन्म सा भाव भरता है।
आंखों से लगे देखने,तब गम हरता है।
अस्पताल का जीवन,चक्र सा चलता है।।

कल्चर रिपोर्ट इन्फेक्शन जताती है।
खुशी सारी तब,गम में बदल जाती है।
तब एंटीबायोटिक,असर दिखाती है।
लैब रिपोर्ट, तरह तरह से नचाती है।।

NK गोरा,नरेंद्र जी जैसे चिकित्सक।
लगता है,जैसे ये भगवान हैं बेशक।
मरीज सेवा हेतु तत्पर रहते,देर तक।
खुदा उनपर मेहरबान रहे,जीने तक।।

भाई जिसने,बचपन में मुझे गोद उठाया।
घुमाया,फिराया,पढ़ाया,सिर सहलाया।
ऋण से उऋण होना,असमय वक्त आया।
भरेंगे किलकारी दोनों,भरोसा मुझे आया।।

 मोहन लाल सींवर

©मोहन लाल सींवर

अस्पताल का जीवन

153 View

#मोटिवेशनल  जब अस्पताल में रहना होता है।
जज्बात,आंसुओं को कहना होता है।
डाॅ. खुदाई लिबास पहना होता है।
सत्कर्म खुदा को सहना होता है।।

OT में,मरीज संग डॉ.जब होते हैं।
परिवारजन देवता को,सब ढोते हैं।
बहते आंसू को बाहर,कब रोते हैं?
हो सफल शल्य,अर्द्ध तब सोते हैं।।

उच्च लाभ लेने जब,रेफर होते है।
एंबुलेंस में सांस,फर फर होते है।
सुन सायरन आवाज,थर थर होते हैं।
पहुंचते ठिकाने तब,मनभर होते हैं।। 

वेंटीलेटर के अंक,ऊपर नीचे चलते है।
परिजनों के सांस_तार नीचे ढलते है।
O2,पल्स रेट,Bp अपना नृत्य करते हैं।
देख निगाहों से,गम भाव सब भरते हैं।।

कैथेटर से,तरल पदार्थ पिलाते हैं।
गटके बूंद तब,मन मन हर्षाते हैं।
इनपुट_आउटपुट रोज मिलाते हैं।
देख उन्हें डॉ. दिलाशा दिलाते हैं।।

जब मरीज,हलचल पैदा करता है।
तब वह,पुनर्जन्म सा भाव भरता है।
आंखों से लगे देखने,तब गम हरता है।
अस्पताल का जीवन,चक्र सा चलता है।।

कल्चर रिपोर्ट इन्फेक्शन जताती है।
खुशी सारी तब,गम में बदल जाती है।
तब एंटीबायोटिक,असर दिखाती है।
लैब रिपोर्ट, तरह तरह से नचाती है।।

NK गोरा,नरेंद्र जी जैसे चिकित्सक।
लगता है,जैसे ये भगवान हैं बेशक।
मरीज सेवा हेतु तत्पर रहते,देर तक।
खुदा उनपर मेहरबान रहे,जीने तक।।

भाई जिसने,बचपन में मुझे गोद उठाया।
घुमाया,फिराया,पढ़ाया,सिर सहलाया।
ऋण से उऋण होना,असमय वक्त आया।
भरेंगे किलकारी दोनों,भरोसा मुझे आया।।

 मोहन लाल सींवर

©मोहन लाल सींवर

अस्पताल का जीवन

162 View

#Motivational

डेंगू बुखार में प्रयोग होने वाली एंटीबायोटिक दवा ।

135 View

#महाविद्यालय #अस्पताल #शिक्षा #अदनासा #हिंदी #विचार
Trending Topic