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New स्टेटस गुरु पूर्णिमा Status, Photo, Video

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#विचार  **बौद्ध धर्म शांति का धर्म** 

  जब -जब मन उदास होता है, 
चली जाती हूँ मैं, 
अपनी खिड़की पर, 
औ'घंटों निहारती हूँ 
उस पीपल के पेड़ को, 
जो सदा की ही भांति 
शांत,मौन और स्थिर भाव से, 
हिलते हुये मुझे धैर्य औ साहस देता है। 
 
ऐसा लगता है.!! 
मानों कह रहा हो 
"जिंदगी के रहस्य को समझो, 
मगर उलझो मत, 
उसे जिओ,मगर रोओ मत। 
 
इसी जीवन को  
समझने की चाह ने, 
राजकुमार सिद्धार्थ को
 "बुद्ध " बना दिया । 
पर.. 
एक सच है, 
मुझमें ही सारी शांति निहित  है।

©shailja ydv

बुद्ध पूर्णिमा

135 View

चुक करुन ही स्वामींच्या मनात घर करुन जे होते ते "चोळप्पा" स्वामींच्या भक्तीत जे रंगूनी गेले होते आणि स्वामींचे सर्वात प्रिय भक्त होते ते "बाळप्पा" स्वामींवर हल्ला करायला येणारे ते स्वामींचे सदैव संरक्षण करणारे असे जे व्यक्तीमत्व होते ते "एकनाथ" लालच जिच्या मनात सदैव होते पण जिचे पूर्व जन्मीचे पूण्य इतके जास्त होते की स्वामी ही तिला माफ करीत असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "सुंदराबाई" जिच्या हातच दुध-भात ही स्वामींना छप्पन भोग लागे असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "चांदोली " अशा अनेक भक्तांचे कल्याण झाले कारण याच दिनी श्री स्वामी समर्थ प्रकट झाले स्वामी प्रकट दिनाच्या सर्व भक्तांना खूप खूप शुभेच्छा || श्री स्वामी समर्थ || ©Abhinav Desai

#गुरु #Quotes  चुक करुन ही स्वामींच्या मनात घर करुन जे होते ते "चोळप्पा"
स्वामींच्या भक्तीत जे रंगूनी गेले होते आणि स्वामींचे सर्वात प्रिय भक्त होते ते "बाळप्पा"
स्वामींवर हल्ला करायला येणारे ते स्वामींचे सदैव संरक्षण करणारे असे जे व्यक्तीमत्व होते ते "एकनाथ"
लालच जिच्या मनात सदैव होते पण जिचे पूर्व जन्मीचे पूण्य इतके जास्त  होते की स्वामी ही तिला माफ करीत असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "सुंदराबाई"
जिच्या हातच दुध-भात ही स्वामींना छप्पन भोग लागे असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "चांदोली "

अशा अनेक भक्तांचे कल्याण झाले
कारण याच दिनी श्री स्वामी समर्थ प्रकट झाले

स्वामी प्रकट दिनाच्या सर्व भक्तांना खूप खूप शुभेच्छा

|| श्री स्वामी समर्थ ||

©Abhinav Desai

#गुरु

12 Love

#कोट्स #गुरु  गुरु ही सच्ची सीख दे, बाकी मिथ्या  वाक।
सत्पथ से  मतलब नहीं, चाहे केवल धाक।।

गुरु  शरणागत जो रहे,  जीवन हो साकार।
जग में गुरु के ज्ञान से, हो जाते सब  पार।

सच्चा गुरु जब जब मिले, करे चरित निर्माण।
गुरु के  प्रवचन जब  सुने, हीर  बने  पाषाण।।

संगत में गुरु की रहो, बात सुनो सब ध्यान।
राह  प्रकाशित गुरु करे, कहना उनका मान।।

जीवन में गुरु ज्ञान से, जागे  बुद्धि  विवेक।
भले  बुरे के  ज्ञान से, कर्म करें  सब  नेक।।

©Godambari Negi

#गुरु

144 View

#ਸ਼ਾਇਰੀ  मेरे हालात 
मेरे गुरु हैं 
जो मुझे जिंदगी के 
सबक सिखाते हैं

©Maninder Kaur Bedi

गुरु

126 View

ही सबसे बड़ा गुरू है भय्या। ©S N Gurjar

#ज़िन्दगी #गुरु  ही सबसे बड़ा गुरू है भय्या।

©S N Gurjar
 निशब्द मूक भाव मेरे 
क्या करू गुणगान तेरे
तुम ही तो हो जैन धर्म के तरुवर
तुम ही तो हो जीवन आधार गुरुवर 
मैं तिनका सी चरणो की धूल भी नही
मैं अज्ञान तुम बिन जैन शब्द ही नहीं
तुम श्रेष्ठ चर्या के पालक
तुम जैन धर्म के साधक
तुम जड़ हो,तुम हो ध्वजा
जैन धर्म के तुम ही पिता
तुम्हारा जाना आसान नहीं
तुम सा कोई शासन नही 
शिष्य अनन्य है तुमने गढ़े
जिनमे धर्म के संस्कार भरे
जिन्हे तुम छोड़ जग से चले
जिसाशन की डोर थमा
मुक्ति मार्ग की ओर तुम बढ़े
अश्रु मेरे ठहरे कैसे.....
मन की पीढ़ा कह भी न सकें 
मैं टूटी हुई डाली के फूल जैसे
कौन  तुम सा
तुम सी साधना 
तुम सा साधु 
तुम सिद्ध 
तुम सा शुद्ध

©chahat

शरद पूर्णिमा का चांद

108 View

#विचार  **बौद्ध धर्म शांति का धर्म** 

  जब -जब मन उदास होता है, 
चली जाती हूँ मैं, 
अपनी खिड़की पर, 
औ'घंटों निहारती हूँ 
उस पीपल के पेड़ को, 
जो सदा की ही भांति 
शांत,मौन और स्थिर भाव से, 
हिलते हुये मुझे धैर्य औ साहस देता है। 
 
ऐसा लगता है.!! 
मानों कह रहा हो 
"जिंदगी के रहस्य को समझो, 
मगर उलझो मत, 
उसे जिओ,मगर रोओ मत। 
 
इसी जीवन को  
समझने की चाह ने, 
राजकुमार सिद्धार्थ को
 "बुद्ध " बना दिया । 
पर.. 
एक सच है, 
मुझमें ही सारी शांति निहित  है।

©shailja ydv

बुद्ध पूर्णिमा

135 View

चुक करुन ही स्वामींच्या मनात घर करुन जे होते ते "चोळप्पा" स्वामींच्या भक्तीत जे रंगूनी गेले होते आणि स्वामींचे सर्वात प्रिय भक्त होते ते "बाळप्पा" स्वामींवर हल्ला करायला येणारे ते स्वामींचे सदैव संरक्षण करणारे असे जे व्यक्तीमत्व होते ते "एकनाथ" लालच जिच्या मनात सदैव होते पण जिचे पूर्व जन्मीचे पूण्य इतके जास्त होते की स्वामी ही तिला माफ करीत असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "सुंदराबाई" जिच्या हातच दुध-भात ही स्वामींना छप्पन भोग लागे असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "चांदोली " अशा अनेक भक्तांचे कल्याण झाले कारण याच दिनी श्री स्वामी समर्थ प्रकट झाले स्वामी प्रकट दिनाच्या सर्व भक्तांना खूप खूप शुभेच्छा || श्री स्वामी समर्थ || ©Abhinav Desai

#गुरु #Quotes  चुक करुन ही स्वामींच्या मनात घर करुन जे होते ते "चोळप्पा"
स्वामींच्या भक्तीत जे रंगूनी गेले होते आणि स्वामींचे सर्वात प्रिय भक्त होते ते "बाळप्पा"
स्वामींवर हल्ला करायला येणारे ते स्वामींचे सदैव संरक्षण करणारे असे जे व्यक्तीमत्व होते ते "एकनाथ"
लालच जिच्या मनात सदैव होते पण जिचे पूर्व जन्मीचे पूण्य इतके जास्त  होते की स्वामी ही तिला माफ करीत असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "सुंदराबाई"
जिच्या हातच दुध-भात ही स्वामींना छप्पन भोग लागे असे व्यक्तीमत्व जे होते तीचे नाव "चांदोली "

अशा अनेक भक्तांचे कल्याण झाले
कारण याच दिनी श्री स्वामी समर्थ प्रकट झाले

स्वामी प्रकट दिनाच्या सर्व भक्तांना खूप खूप शुभेच्छा

|| श्री स्वामी समर्थ ||

©Abhinav Desai

#गुरु

12 Love

#कोट्स #गुरु  गुरु ही सच्ची सीख दे, बाकी मिथ्या  वाक।
सत्पथ से  मतलब नहीं, चाहे केवल धाक।।

गुरु  शरणागत जो रहे,  जीवन हो साकार।
जग में गुरु के ज्ञान से, हो जाते सब  पार।

सच्चा गुरु जब जब मिले, करे चरित निर्माण।
गुरु के  प्रवचन जब  सुने, हीर  बने  पाषाण।।

संगत में गुरु की रहो, बात सुनो सब ध्यान।
राह  प्रकाशित गुरु करे, कहना उनका मान।।

जीवन में गुरु ज्ञान से, जागे  बुद्धि  विवेक।
भले  बुरे के  ज्ञान से, कर्म करें  सब  नेक।।

©Godambari Negi

#गुरु

144 View

#ਸ਼ਾਇਰੀ  मेरे हालात 
मेरे गुरु हैं 
जो मुझे जिंदगी के 
सबक सिखाते हैं

©Maninder Kaur Bedi

गुरु

126 View

ही सबसे बड़ा गुरू है भय्या। ©S N Gurjar

#ज़िन्दगी #गुरु  ही सबसे बड़ा गुरू है भय्या।

©S N Gurjar
 निशब्द मूक भाव मेरे 
क्या करू गुणगान तेरे
तुम ही तो हो जैन धर्म के तरुवर
तुम ही तो हो जीवन आधार गुरुवर 
मैं तिनका सी चरणो की धूल भी नही
मैं अज्ञान तुम बिन जैन शब्द ही नहीं
तुम श्रेष्ठ चर्या के पालक
तुम जैन धर्म के साधक
तुम जड़ हो,तुम हो ध्वजा
जैन धर्म के तुम ही पिता
तुम्हारा जाना आसान नहीं
तुम सा कोई शासन नही 
शिष्य अनन्य है तुमने गढ़े
जिनमे धर्म के संस्कार भरे
जिन्हे तुम छोड़ जग से चले
जिसाशन की डोर थमा
मुक्ति मार्ग की ओर तुम बढ़े
अश्रु मेरे ठहरे कैसे.....
मन की पीढ़ा कह भी न सकें 
मैं टूटी हुई डाली के फूल जैसे
कौन  तुम सा
तुम सी साधना 
तुम सा साधु 
तुम सिद्ध 
तुम सा शुद्ध

©chahat

शरद पूर्णिमा का चांद

108 View

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