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New भारतेंदु युग के लेखक Status, Photo, Video

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#Quotes

अंधा युग :धर्मवीर भारती

153 View

#कविता  White एक पूरा युग  बीत गया 
मगर इस उपेक्षित  रेगिस्तान क़े नभ पर एक भी बादल आकर न मडराया न बरसा 


ये उसीका  नतिज़ा है कि यहां कोई भी 
पेरिंदा   आकर अपने घोसले बंसने की बात नहीं सोचता क्योंकि  यहां जो पहले हरे भरे वृक्ष थे वे अपना गौरव खोकर ठुठ बन कर 
झुलस रहे है

©Arora PR

एक पूरा युग बीत गया......

108 View

 चतुर युग चल रहा है
इसलिए ये विचार छोड़ दीजिए 
कि बिना स्वार्थ के लोग
आपसे रिश्ता रखेंगे...
























.

©Mukesh Poonia

#UskeHaath #चतुर #युग चल रहा है इसलिए ये #विचार छोड़ दीजिए कि बिना #स्वार्थ के #लोग आपसे #रिश्ता रखेंगे...

315 View

प्रेम योगी हैं बहुत कम बिना इनके पड़े अकाल योग करने का नहीं दम इसलिए है जिस्म जाल । योग युग का या स्वयं का बन गया अद्भुत कमाल , योग मेरा और तुम्हारा बन रहा प्रतिपल मिशाल । प्रेम भोगी हैं बहुत सारे जो भोगें गम मलाल , जिन्हें प्रिय हैं खूबसूरत शक्ल और गुलाबी गाल । बिना प्रेम भोगे गले ना किसी की नौजवां दाल इसलिए सदियों से चलती आ रही प्रिय प्रेम चाल । इस मिलन का योग है भोग में निश्चित दलाल , योग युग का या स्वयं का बन गया अद्भुत कमाल । . ©Ajay Tanwar Mehrana

#योग #युग #का  प्रेम योगी हैं बहुत कम 
बिना इनके पड़े अकाल
 योग करने का नहीं दम
इसलिए है जिस्म जाल ।

योग युग का या स्वयं का
बन गया अद्भुत कमाल ,
 योग मेरा और तुम्हारा 
बन रहा प्रतिपल मिशाल ।

प्रेम भोगी हैं बहुत सारे 
जो भोगें गम मलाल ,
जिन्हें प्रिय हैं खूबसूरत 
शक्ल और गुलाबी गाल ।

बिना प्रेम भोगे गले ना 
किसी की नौजवां दाल
इसलिए सदियों से चलती 
आ रही प्रिय प्रेम चाल ।

इस मिलन का योग है 
भोग में निश्चित दलाल ,
योग युग का या स्वयं का 
बन गया अद्भुत कमाल ।
.

©Ajay Tanwar Mehrana

#योग #युग #का या स्वयं का

18 Love

#पुरुष #विचार #विनोद #मोदी #युग

#विनोद मिश्र #मोदी #युग #पुरुष मोटिवेशन

126 View

#अंतरमनन #विचार #लेखक #मन  अंतरमनन मे बहुत सवाल हैं ज़िन्दगी निहाल हैं 
कैसे सुलझाए समस्याओ क़ो कई लोगो का जीवन 
दुश्वार हैं, as a writer लिख कर अपनी वेदना प्रकट करती हूँ पर मेरे पास भी इसका कोई जवाब नहीं कि कैसे सब का हल निकालू, क्या लोग समझे गे एक दूसरे की तकलीफ क़ो कि लड़ते ही रहेगे आपस मे धन दौलत प्यार शोहरत के लिए, अपने 
अंदर ही सब के यूद्ध चल रहा बाहर महाभारत तो 
मन कहाँ से शांत होगा, जल्द ही इसका कोई उपाय सोचना पड़ेगा????

©PФФJД ЦDΞSHI
#Quotes

अंधा युग :धर्मवीर भारती

153 View

#कविता  White एक पूरा युग  बीत गया 
मगर इस उपेक्षित  रेगिस्तान क़े नभ पर एक भी बादल आकर न मडराया न बरसा 


ये उसीका  नतिज़ा है कि यहां कोई भी 
पेरिंदा   आकर अपने घोसले बंसने की बात नहीं सोचता क्योंकि  यहां जो पहले हरे भरे वृक्ष थे वे अपना गौरव खोकर ठुठ बन कर 
झुलस रहे है

©Arora PR

एक पूरा युग बीत गया......

108 View

 चतुर युग चल रहा है
इसलिए ये विचार छोड़ दीजिए 
कि बिना स्वार्थ के लोग
आपसे रिश्ता रखेंगे...
























.

©Mukesh Poonia

#UskeHaath #चतुर #युग चल रहा है इसलिए ये #विचार छोड़ दीजिए कि बिना #स्वार्थ के #लोग आपसे #रिश्ता रखेंगे...

315 View

प्रेम योगी हैं बहुत कम बिना इनके पड़े अकाल योग करने का नहीं दम इसलिए है जिस्म जाल । योग युग का या स्वयं का बन गया अद्भुत कमाल , योग मेरा और तुम्हारा बन रहा प्रतिपल मिशाल । प्रेम भोगी हैं बहुत सारे जो भोगें गम मलाल , जिन्हें प्रिय हैं खूबसूरत शक्ल और गुलाबी गाल । बिना प्रेम भोगे गले ना किसी की नौजवां दाल इसलिए सदियों से चलती आ रही प्रिय प्रेम चाल । इस मिलन का योग है भोग में निश्चित दलाल , योग युग का या स्वयं का बन गया अद्भुत कमाल । . ©Ajay Tanwar Mehrana

#योग #युग #का  प्रेम योगी हैं बहुत कम 
बिना इनके पड़े अकाल
 योग करने का नहीं दम
इसलिए है जिस्म जाल ।

योग युग का या स्वयं का
बन गया अद्भुत कमाल ,
 योग मेरा और तुम्हारा 
बन रहा प्रतिपल मिशाल ।

प्रेम भोगी हैं बहुत सारे 
जो भोगें गम मलाल ,
जिन्हें प्रिय हैं खूबसूरत 
शक्ल और गुलाबी गाल ।

बिना प्रेम भोगे गले ना 
किसी की नौजवां दाल
इसलिए सदियों से चलती 
आ रही प्रिय प्रेम चाल ।

इस मिलन का योग है 
भोग में निश्चित दलाल ,
योग युग का या स्वयं का 
बन गया अद्भुत कमाल ।
.

©Ajay Tanwar Mehrana

#योग #युग #का या स्वयं का

18 Love

#पुरुष #विचार #विनोद #मोदी #युग

#विनोद मिश्र #मोदी #युग #पुरुष मोटिवेशन

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#अंतरमनन #विचार #लेखक #मन  अंतरमनन मे बहुत सवाल हैं ज़िन्दगी निहाल हैं 
कैसे सुलझाए समस्याओ क़ो कई लोगो का जीवन 
दुश्वार हैं, as a writer लिख कर अपनी वेदना प्रकट करती हूँ पर मेरे पास भी इसका कोई जवाब नहीं कि कैसे सब का हल निकालू, क्या लोग समझे गे एक दूसरे की तकलीफ क़ो कि लड़ते ही रहेगे आपस मे धन दौलत प्यार शोहरत के लिए, अपने 
अंदर ही सब के यूद्ध चल रहा बाहर महाभारत तो 
मन कहाँ से शांत होगा, जल्द ही इसका कोई उपाय सोचना पड़ेगा????

©PФФJД ЦDΞSHI
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