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New चरखी दादरी के गांव Status, Photo, Video

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एक वक्त ऐसा था मेरा, जहाँ सब कुछ था मेरा, अब कुछ भी नहीं, बस एक महेमान बनकर रह गया हूं,अब गाँव में। ©Penman

#गांव #Quotes  एक वक्त ऐसा था मेरा,
जहाँ सब कुछ था मेरा,
अब कुछ भी नहीं, 
बस एक महेमान बनकर रह गया हूं,अब गाँव में।

©Penman

#गांव

10 Love

#गांव #लव

गांव की झलक #गांव

63 View

गांव को बेच दिया हमने बाजारों के लिए

135 View

#विचार #गांव  Village Life कोयल की कू... गुम हो गया
कौआ का कांव कांव चिल्लाना बंद हो गया
उडते आजाद पक्षियों का चहचहाना बंद हो गया
आवारा कुत्तों का रात में चिल्लाना बंद हो गया
मेरा गाँव अब विकसीत हो गया


गिली-डंडा , पिट्टो ,कंचे खो गये
शोर मचाने पर पडने वाले तमाचे खो गये
ठंडी की धुप में माताओं के हाथ के कंटे खो गये
वो चार सखियों के चुगलियां खो गये
सारे गाँव अब विकास की राहों पर निकल गये

वो भरी जेठ दुपहरी में 
आम की चोरी
वो पुष में चन्ने की होरी
वो फागुआ में
बैर पर पडने वाला डंडा
वो चईत बईसाख में
महुआ के वजह से होने वाला फंडा
वो सावन के झूले
जो हम सब गये भुले
वो पेडों की छांव
वो मस्ती से भरा गाँव
वो तीज त्योहार
वो रंगों से भरी होली
सब फिका हो गया
मेरा गाँव अब विकसीत हो गया

अनपढ अब नहीं कोई
विद्वान यहाँ हर कोई
दो पहिया अब थक गया
चार पहिये के खातिर 
मेरा निम अब ढह गया
शारीरिक विकास अब बहुत हुआ
मानसिक विकास अब शुरू हुआ
बच्चों की मस्ती से भरी टोली
ग्रुप में देखाती अपनी रंगोली
बिमारी से दूर
स्वास्थ्य से दूर
तुलसी का काढा 
अदरक की चाय
न जाने कहाँ गुम हो गया
मेरा गाँव अब विकसीत हो गया

©कलम की दुनिया

#गांव

162 View

वो मेरे गांव की कच्ची सड़के वो कच्चे कच्चे मकान.. एक घर में ही रख लेती थी मां सारा सामान.. घर में एक चार पाई ओर उस चार पाई पे ही सारे सो जाते थे.. वो मेरा गांव कितना सुंदर है ओर उसके लोग कितने अच्छे थे.. वो गुल्ली डंडे वाले यार एक आवाज पे ही सारे तैयार.. पूरा दिन घर से बाहर डंडी की बना कर कार.. कितना मजा लेते थे.. वो मेरा गांव कितना सुंदर है और उसके लोग कितने अच्छे थे.. ©vinni.शायर

#शायरी #bicycleride  वो मेरे गांव की कच्ची सड़के
वो कच्चे कच्चे मकान..
एक घर में ही रख लेती थी 
मां सारा सामान..
घर में एक चार पाई
ओर उस चार पाई पे ही 
सारे सो जाते थे..

वो मेरा गांव कितना सुंदर है
ओर उसके लोग कितने अच्छे थे..

वो गुल्ली डंडे वाले यार
एक आवाज पे ही सारे तैयार..
पूरा दिन घर से बाहर
डंडी की बना कर कार..
कितना मजा लेते थे..

वो मेरा गांव कितना सुंदर है
और उसके लोग कितने अच्छे थे..

©vinni.शायर

गांव... #bicycleride

18 Love

#कविता #गांव #लव #City  White ए परिंदे ले चल मुझे साजन के गांव 
अपने पिया के गांव 
जहां होगी मन की बातें 
ले चल मुझे उस पीपल की छांव 
उस प्रितम के संग 
अमर होगा मेरा भी नाम

©Chetram Nagauri

एक वक्त ऐसा था मेरा, जहाँ सब कुछ था मेरा, अब कुछ भी नहीं, बस एक महेमान बनकर रह गया हूं,अब गाँव में। ©Penman

#गांव #Quotes  एक वक्त ऐसा था मेरा,
जहाँ सब कुछ था मेरा,
अब कुछ भी नहीं, 
बस एक महेमान बनकर रह गया हूं,अब गाँव में।

©Penman

#गांव

10 Love

#गांव #लव

गांव की झलक #गांव

63 View

गांव को बेच दिया हमने बाजारों के लिए

135 View

#विचार #गांव  Village Life कोयल की कू... गुम हो गया
कौआ का कांव कांव चिल्लाना बंद हो गया
उडते आजाद पक्षियों का चहचहाना बंद हो गया
आवारा कुत्तों का रात में चिल्लाना बंद हो गया
मेरा गाँव अब विकसीत हो गया


गिली-डंडा , पिट्टो ,कंचे खो गये
शोर मचाने पर पडने वाले तमाचे खो गये
ठंडी की धुप में माताओं के हाथ के कंटे खो गये
वो चार सखियों के चुगलियां खो गये
सारे गाँव अब विकास की राहों पर निकल गये

वो भरी जेठ दुपहरी में 
आम की चोरी
वो पुष में चन्ने की होरी
वो फागुआ में
बैर पर पडने वाला डंडा
वो चईत बईसाख में
महुआ के वजह से होने वाला फंडा
वो सावन के झूले
जो हम सब गये भुले
वो पेडों की छांव
वो मस्ती से भरा गाँव
वो तीज त्योहार
वो रंगों से भरी होली
सब फिका हो गया
मेरा गाँव अब विकसीत हो गया

अनपढ अब नहीं कोई
विद्वान यहाँ हर कोई
दो पहिया अब थक गया
चार पहिये के खातिर 
मेरा निम अब ढह गया
शारीरिक विकास अब बहुत हुआ
मानसिक विकास अब शुरू हुआ
बच्चों की मस्ती से भरी टोली
ग्रुप में देखाती अपनी रंगोली
बिमारी से दूर
स्वास्थ्य से दूर
तुलसी का काढा 
अदरक की चाय
न जाने कहाँ गुम हो गया
मेरा गाँव अब विकसीत हो गया

©कलम की दुनिया

#गांव

162 View

वो मेरे गांव की कच्ची सड़के वो कच्चे कच्चे मकान.. एक घर में ही रख लेती थी मां सारा सामान.. घर में एक चार पाई ओर उस चार पाई पे ही सारे सो जाते थे.. वो मेरा गांव कितना सुंदर है ओर उसके लोग कितने अच्छे थे.. वो गुल्ली डंडे वाले यार एक आवाज पे ही सारे तैयार.. पूरा दिन घर से बाहर डंडी की बना कर कार.. कितना मजा लेते थे.. वो मेरा गांव कितना सुंदर है और उसके लोग कितने अच्छे थे.. ©vinni.शायर

#शायरी #bicycleride  वो मेरे गांव की कच्ची सड़के
वो कच्चे कच्चे मकान..
एक घर में ही रख लेती थी 
मां सारा सामान..
घर में एक चार पाई
ओर उस चार पाई पे ही 
सारे सो जाते थे..

वो मेरा गांव कितना सुंदर है
ओर उसके लोग कितने अच्छे थे..

वो गुल्ली डंडे वाले यार
एक आवाज पे ही सारे तैयार..
पूरा दिन घर से बाहर
डंडी की बना कर कार..
कितना मजा लेते थे..

वो मेरा गांव कितना सुंदर है
और उसके लोग कितने अच्छे थे..

©vinni.शायर

गांव... #bicycleride

18 Love

#कविता #गांव #लव #City  White ए परिंदे ले चल मुझे साजन के गांव 
अपने पिया के गांव 
जहां होगी मन की बातें 
ले चल मुझे उस पीपल की छांव 
उस प्रितम के संग 
अमर होगा मेरा भी नाम

©Chetram Nagauri
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