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New तुम जबसे हो गए तुम Status, Photo, Video

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#तुम  वापस न लौटने की ख़बर छोड़ गए हो 
मैंने सुना है तुम ये शहर छोड़ गए हो..

दीवाने लोग मेरी कलम चूम रहे हैं,
तुम मेरी ग़ज़ल में वो असर छोड़ गए हो..

सारा ज़माना तुमको मुझ में ढूंढ रहा है,
तुम हो की मुझको जाने किधर छोड़ गए हो..

दामन चुरानेवाले मुझको ये तो दे बता, 
क्यों मेरे पीछे अपनी नज़र छोड़ गए हो..

मंजिल की है ख़बर न रास्तों का है पता,
ये मेरे लिए कैसा तन्हा सफर छोड़ गए हो..!!

©Khan Sahab

#तुम ये शहर छोड़ गए हो।

144 View

#शायरी #तुम  White बूँद से  छनकर  किरण  इंद्रधनुष  बनती रही है
रात  अपनी ही  सियाही में  कहीं घुलती रही है
तुम गए जो छोड़ कर दामन मेरा मैं खो गया हूँ
वस्ल की साँसें सनम  यूँ हिज़्र में मिलती रही है.

©malay_28

#तुम जो गए

126 View

#GingerTea #Quotes  मेरे मन में तुम हो, मेरा दिल भी तुम हो ,  
हर जगह तुम, मेरी शायरी में तुम !

एक चाय हों, तुम हो और साथ कुछ बाते ,
प्यार हो, सपने हो और सपनो में तुम हो ! 

फूल हो, खुसबू हो और खुसबू में तुम हो ,
दर्द हों, मलहम हों और मलहम मे तुम हों ! 

वायु हो साँस हो और साँसों में तुम हो ,
खेत हो फ़सल हो हर दाने में तुम हो ! 

 मेरे खाने में तुम हो, मेरे खिलाने में तुम हो , 
 जहां में देखू वहां तुम, जहान तुम हो !

मेरे मन में तुम हो मेरा दिल भी तुम हो ,  
हर जगह तुम, मेरी शायरी में तुम !

©Jerry

#GingerTea मेरे मन में तुम हो, मेरा दिल भी तुम हो ,   हर जगह तुम, मेरी शायरी में तुम ! एक चाय हों, तुम हो और साथ कुछ बाते ,

639 View

#hunarbaaz  "चाहत बन गए हो तुम की आदत बन गए हो तुम,
हर सांस में यू आते जाते हो, 
जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।"

©Kiran Chaudhary

जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।

162 View

#कविता  वो तुम हो
---------------
जिसकी सादगी में एक ताज़गी हो अदा और हया से भरी नज़रों में दुआ और दया ख़ास हो

जिसकी होठों की हँसी के लिए हर ख़ुशी कुर्बान हो ख़्वाहिशों के लिए हर पल ख़ुदा मेहरबान हो

जिसके जज़्बातों को समझने के लिए ख़ामोशी एक ज़रिया हो प्रकृति सा सहज और सजग जिसका नज़रिया हो

याद ऐसी जैसे मन में बसा अपने देश का गाँव हो परछाईं जैसे तप्ति धूप में एक छाँव हो

जिसका इस दुनिया में होना ही किसी के लिए मक़सद हो अक़्स में उसकी रूह देती दस्तक हो

मासूमियत और क़ाबिलियत का कोई भी न सानी हो स्पर्श में अपनेपन की निशानी हो

मनीष राज

©Manish Raaj

#वो तुम हो

126 View

#शायरी  मेरे हर अक्स मे जो नजर आती है वो हो तुम
मेरे हर अरमानों को जो सजाती है वो हो तुम।
रब से कुछ नही मागूं उनके खुशियों को छोड़कर
हर धड़कन जिनके लिए फरियाद लगाती है वो हो तुम

©Amit

वो हो तुम

117 View

#तुम  वापस न लौटने की ख़बर छोड़ गए हो 
मैंने सुना है तुम ये शहर छोड़ गए हो..

दीवाने लोग मेरी कलम चूम रहे हैं,
तुम मेरी ग़ज़ल में वो असर छोड़ गए हो..

सारा ज़माना तुमको मुझ में ढूंढ रहा है,
तुम हो की मुझको जाने किधर छोड़ गए हो..

दामन चुरानेवाले मुझको ये तो दे बता, 
क्यों मेरे पीछे अपनी नज़र छोड़ गए हो..

मंजिल की है ख़बर न रास्तों का है पता,
ये मेरे लिए कैसा तन्हा सफर छोड़ गए हो..!!

©Khan Sahab

#तुम ये शहर छोड़ गए हो।

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#शायरी #तुम  White बूँद से  छनकर  किरण  इंद्रधनुष  बनती रही है
रात  अपनी ही  सियाही में  कहीं घुलती रही है
तुम गए जो छोड़ कर दामन मेरा मैं खो गया हूँ
वस्ल की साँसें सनम  यूँ हिज़्र में मिलती रही है.

©malay_28

#तुम जो गए

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#GingerTea #Quotes  मेरे मन में तुम हो, मेरा दिल भी तुम हो ,  
हर जगह तुम, मेरी शायरी में तुम !

एक चाय हों, तुम हो और साथ कुछ बाते ,
प्यार हो, सपने हो और सपनो में तुम हो ! 

फूल हो, खुसबू हो और खुसबू में तुम हो ,
दर्द हों, मलहम हों और मलहम मे तुम हों ! 

वायु हो साँस हो और साँसों में तुम हो ,
खेत हो फ़सल हो हर दाने में तुम हो ! 

 मेरे खाने में तुम हो, मेरे खिलाने में तुम हो , 
 जहां में देखू वहां तुम, जहान तुम हो !

मेरे मन में तुम हो मेरा दिल भी तुम हो ,  
हर जगह तुम, मेरी शायरी में तुम !

©Jerry

#GingerTea मेरे मन में तुम हो, मेरा दिल भी तुम हो ,   हर जगह तुम, मेरी शायरी में तुम ! एक चाय हों, तुम हो और साथ कुछ बाते ,

639 View

#hunarbaaz  "चाहत बन गए हो तुम की आदत बन गए हो तुम,
हर सांस में यू आते जाते हो, 
जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।"

©Kiran Chaudhary

जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।

162 View

#कविता  वो तुम हो
---------------
जिसकी सादगी में एक ताज़गी हो अदा और हया से भरी नज़रों में दुआ और दया ख़ास हो

जिसकी होठों की हँसी के लिए हर ख़ुशी कुर्बान हो ख़्वाहिशों के लिए हर पल ख़ुदा मेहरबान हो

जिसके जज़्बातों को समझने के लिए ख़ामोशी एक ज़रिया हो प्रकृति सा सहज और सजग जिसका नज़रिया हो

याद ऐसी जैसे मन में बसा अपने देश का गाँव हो परछाईं जैसे तप्ति धूप में एक छाँव हो

जिसका इस दुनिया में होना ही किसी के लिए मक़सद हो अक़्स में उसकी रूह देती दस्तक हो

मासूमियत और क़ाबिलियत का कोई भी न सानी हो स्पर्श में अपनेपन की निशानी हो

मनीष राज

©Manish Raaj

#वो तुम हो

126 View

#शायरी  मेरे हर अक्स मे जो नजर आती है वो हो तुम
मेरे हर अरमानों को जो सजाती है वो हो तुम।
रब से कुछ नही मागूं उनके खुशियों को छोड़कर
हर धड़कन जिनके लिए फरियाद लगाती है वो हो तुम

©Amit

वो हो तुम

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