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#memoriesforever #SAD

खानाबदोस थे हम, रुख किया था उनकी और मुक्कमल हुए थे हम, सफ़र अनमोल था उनकी और प्यार हुआ था मुझे, पनाह मिली थी उनकी और

1,125 View

शीर्षक- और तो क्या ? --------------------------------------------------------- खास तुम भी होते साथ में, या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में, और तो क्या ? यह खुशी दुगनी नहीं होती। ये दिन सुकून से गुजर जाते, मगर इस शक की दीवार को तो, तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी, और अपने अहम को भी, छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी। और तो क्या ? लोगों नहीं मिल जाता अवसर, कहानियां नई गढ़ने का, वहम को और बढ़ाने को, लेकिन इसमें हार तो, हम दोनों की ही होती, लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है, मेरे हारने का कोई गम। मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता, मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ , भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ , फिर भी मिल जाये कुछ खुशी, आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए, जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक, और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली, और तो क्या ? हंस लेता मैं भी--------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma

#कविता #लेखक  शीर्षक- और तो क्या ?
---------------------------------------------------------
खास तुम भी होते साथ में,
या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में,
और तो क्या ?
 यह खुशी दुगनी नहीं होती।

ये दिन सुकून से गुजर जाते,
मगर इस शक की दीवार को तो, 
तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी,
और अपने अहम को भी,
छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी।
और तो क्या ?

लोगों नहीं मिल जाता अवसर,
कहानियां नई गढ़ने का,
वहम को और बढ़ाने को,
लेकिन इसमें हार तो,
हम दोनों की ही होती,
लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है,
मेरे हारने का कोई गम।

मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता,
मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ ,
भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ ,
फिर भी मिल जाये कुछ खुशी,
आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए,
जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक,
और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली,
और तो क्या ?
हंस लेता मैं भी--------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma

#लेखक

10 Love

#वीडियो #हिंदी #ginti  ।। हिंदी में गिनती सीखे।।

©Real Foundation Guru

#हिंदी #हिंदी गिनती #ginti

108 View

#MereKhayal #CTET

#CTET प्रमुख पुस्तक और उनके लेखक #MereKhayal

108 View

#Motivational

केंद्र शासित प्रदेश और उनकी राजधानी

72 View

#साहित्यकार #पत्रकार #साहित्य #अदनासा #हिंदी #लेखक  साहित्य  ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️

यदि कुछ अपने लिए और कुछ समाज के लिए लिखूं, तो कुछ प्रशंसा, कुछ प्रेरणा अवश्य मिलेगी और संभव है कुछ आलोचना (वर्तमान में अपशब्द संभव है) भी, परंतु आवश्यक है स्वयं की अंतरात्मा कहे कि, सत्य लिखा है, साहित्य लिखा है, निष्पक्ष लिखा है, निडरता से लिखा है वह भी बिना किसी प्रलोभन के लिखा है, क्योंकि मैं समाज में विचारता मात्र एक साधारण व्यक्ति हूं, किसी अलौकिक शक्ति का मालिक नही।

✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️

©अदनासा-
#memoriesforever #SAD

खानाबदोस थे हम, रुख किया था उनकी और मुक्कमल हुए थे हम, सफ़र अनमोल था उनकी और प्यार हुआ था मुझे, पनाह मिली थी उनकी और

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शीर्षक- और तो क्या ? --------------------------------------------------------- खास तुम भी होते साथ में, या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में, और तो क्या ? यह खुशी दुगनी नहीं होती। ये दिन सुकून से गुजर जाते, मगर इस शक की दीवार को तो, तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी, और अपने अहम को भी, छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी। और तो क्या ? लोगों नहीं मिल जाता अवसर, कहानियां नई गढ़ने का, वहम को और बढ़ाने को, लेकिन इसमें हार तो, हम दोनों की ही होती, लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है, मेरे हारने का कोई गम। मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता, मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ , भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ , फिर भी मिल जाये कुछ खुशी, आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए, जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक, और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली, और तो क्या ? हंस लेता मैं भी--------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma

#कविता #लेखक  शीर्षक- और तो क्या ?
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खास तुम भी होते साथ में,
या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में,
और तो क्या ?
 यह खुशी दुगनी नहीं होती।

ये दिन सुकून से गुजर जाते,
मगर इस शक की दीवार को तो, 
तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी,
और अपने अहम को भी,
छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी।
और तो क्या ?

लोगों नहीं मिल जाता अवसर,
कहानियां नई गढ़ने का,
वहम को और बढ़ाने को,
लेकिन इसमें हार तो,
हम दोनों की ही होती,
लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है,
मेरे हारने का कोई गम।

मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता,
मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ ,
भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ ,
फिर भी मिल जाये कुछ खुशी,
आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए,
जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक,
और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली,
और तो क्या ?
हंस लेता मैं भी--------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma

#लेखक

10 Love

#वीडियो #हिंदी #ginti  ।। हिंदी में गिनती सीखे।।

©Real Foundation Guru

#हिंदी #हिंदी गिनती #ginti

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#MereKhayal #CTET

#CTET प्रमुख पुस्तक और उनके लेखक #MereKhayal

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#Motivational

केंद्र शासित प्रदेश और उनकी राजधानी

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#साहित्यकार #पत्रकार #साहित्य #अदनासा #हिंदी #लेखक  साहित्य  ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️

यदि कुछ अपने लिए और कुछ समाज के लिए लिखूं, तो कुछ प्रशंसा, कुछ प्रेरणा अवश्य मिलेगी और संभव है कुछ आलोचना (वर्तमान में अपशब्द संभव है) भी, परंतु आवश्यक है स्वयं की अंतरात्मा कहे कि, सत्य लिखा है, साहित्य लिखा है, निष्पक्ष लिखा है, निडरता से लिखा है वह भी बिना किसी प्रलोभन के लिखा है, क्योंकि मैं समाज में विचारता मात्र एक साधारण व्यक्ति हूं, किसी अलौकिक शक्ति का मालिक नही।

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©अदनासा-
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