White कुछ बातें की मुझसे प्यारी, जज़्बात जताकर चले गए
मुझ जैसे चंचल से मन को,हालत बताकर चले गए
वो चले गए होकर के खफा ,पर गिला था क्या कुछ कहा नहीं
वो यूं आए मेरे जीवन में और ,मुझे इश्क़ सिखाकर चले गए
उसने ही सिखाया प्रेम मुझे ,और भाव समर्पण सिखलाया
उसने ही मुझको खुद से भी ,इश्क़ जताना सिखलाया
उसने ही सिखाया दवा मुझे ,फिर मर्ज लगाकर चले गए
वो यूं आए मेरे जीवन में और ,मुझे इश्क़ सिखाकर चले गए
कैसे समझे जज़्बात किसी के,कैसे लोगों से मिले कभी
कैसे हमें प्यार जताना हैं ,जिनसे पहले हम मिले नही
जो मैं न था मुझमें ही कभी ,वो मुझे बनाकर चले गए
वो यूं आए मेरे जीवन में और ,फिर इश्क़ सिखाकर चले गए
जब उनको अपना जान लिया ,मन से उनको ही मान लिया
जीवन संग गुजर बसर करने को,जब उन संग मैंने ठान लिया
बिन बोले कुछ वो थाम हाथ ,किसी और के संग में चले गए
वो यूं आए मेरे जीवन में ,और इश्क़ सिखाकर चले गए
अब तो बस उनकी यादें हैं , जो तकिया रोज भिगोती हैं
ये आंखें मेरी केवल बस, उनके ख़्वाब संजोती हैं
लेकिन वो फिर ना आयेंगे कभी, एहसास जताकर चले गए
वो यूं आए मेरे जीवन में और, इश्क़ सिखाकर चले गए
©Ankur tiwari
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here