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New ए दिल संभल जा जरा Status, Photo, Video

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#शायरी  दिल की किताब का
एक अनलिखा, 
कोरा वर्क हो तुम 
होठों  से मेरे बेसबब 
बरसते हुए अल्फ़ाज हो तुम 
भरना चाहता हूँ रंग 
मोहब्बत की स्याही से 
तुम ही ख़्वाब हो मेरे
मेरे जज़्बात हो तुम!!!

©हिमांशु Kulshreshtha

किताब ए दिल

144 View

#कविता  उसकी सिसकती रूह 
कहती है बार बार,
मुझ पर विश्वास 
तो करो एक बार।
दिल के टुकड़े हुए हजार,
बेरुखी सी लगे हर बहार।
न होश है
न खबर है,
मिल जाओ एक बार।
ओ मेरे प्यारे दिलबर,
तेरे बिन बेकार  
हुस्न की हर बहार।
यादों में तेरी 
बहे अश्रु धार ,
दिल गया है हार।
गले से लगा लो बस इकबार,
मिल जाए दिल को करार।
न आंखों में नींद है
तेरे बिना ज़िंदगी है बेकार,
न चेहरे पर खुशी है
जमाने की बुरी है नजर।
मैं अलबेली नार,
तेरी राह देखते देखते आंखें हुई चार।
दोनों मिलकर लगाएंगे नैया पार,
प्यार करूंगी बेसुमार।

©Shishpal Chauhan

# गम ए दिल

135 View

#दिवाकर_सिंह #वीडियो

दिल तोहरा पर ए गैल बा #दिवाकर_सिंह दिल तोहरा पर ए गैल बा

99 View

White जरा किरदार अपना सम्भल कर निभाना हम खोने के बाद दोबारा कभी नही मिलते ©sujeeta

#Quotes  White जरा किरदार अपना सम्भल कर
निभाना हम खोने के बाद दोबारा 
कभी नही मिलते

©sujeeta

जरा संभल कर

11 Love

हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए मिट्टी बनाए तेरे रहते मेने देखे नित सपने क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता ही जाए मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि नित मेने नए नए रिश्ते बनाए फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए ©Er.Mahesh

#Quotes #O  हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
मिट्टी बनाए
तेरे रहते मेने देखे नित सपने
क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए
हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने
क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए
ओ हंसा संभल संभल 
क्यों उड़ता ही जाए
मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए
अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए
ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि
नित मेने नए नए रिश्ते बनाए
फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए

©Er.Mahesh

#O हंसा संभल संभल क्यों

15 Love

#Quotes #ओ  हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
मिट्टी बनाए
तेरे रहते मेने देखे नित सपने
क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए
हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने
क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए
ओ हंसा संभल संभल 
क्यों उड़ता ही जाए
मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए
अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए
ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि
नित मेने नए नए रिश्ते बनाए
फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए

©Er.Mahesh

#ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए

108 View

#शायरी  दिल की किताब का
एक अनलिखा, 
कोरा वर्क हो तुम 
होठों  से मेरे बेसबब 
बरसते हुए अल्फ़ाज हो तुम 
भरना चाहता हूँ रंग 
मोहब्बत की स्याही से 
तुम ही ख़्वाब हो मेरे
मेरे जज़्बात हो तुम!!!

©हिमांशु Kulshreshtha

किताब ए दिल

144 View

#कविता  उसकी सिसकती रूह 
कहती है बार बार,
मुझ पर विश्वास 
तो करो एक बार।
दिल के टुकड़े हुए हजार,
बेरुखी सी लगे हर बहार।
न होश है
न खबर है,
मिल जाओ एक बार।
ओ मेरे प्यारे दिलबर,
तेरे बिन बेकार  
हुस्न की हर बहार।
यादों में तेरी 
बहे अश्रु धार ,
दिल गया है हार।
गले से लगा लो बस इकबार,
मिल जाए दिल को करार।
न आंखों में नींद है
तेरे बिना ज़िंदगी है बेकार,
न चेहरे पर खुशी है
जमाने की बुरी है नजर।
मैं अलबेली नार,
तेरी राह देखते देखते आंखें हुई चार।
दोनों मिलकर लगाएंगे नैया पार,
प्यार करूंगी बेसुमार।

©Shishpal Chauhan

# गम ए दिल

135 View

#दिवाकर_सिंह #वीडियो

दिल तोहरा पर ए गैल बा #दिवाकर_सिंह दिल तोहरा पर ए गैल बा

99 View

White जरा किरदार अपना सम्भल कर निभाना हम खोने के बाद दोबारा कभी नही मिलते ©sujeeta

#Quotes  White जरा किरदार अपना सम्भल कर
निभाना हम खोने के बाद दोबारा 
कभी नही मिलते

©sujeeta

जरा संभल कर

11 Love

हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए मिट्टी बनाए तेरे रहते मेने देखे नित सपने क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता ही जाए मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि नित मेने नए नए रिश्ते बनाए फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए ©Er.Mahesh

#Quotes #O  हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
मिट्टी बनाए
तेरे रहते मेने देखे नित सपने
क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए
हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने
क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए
ओ हंसा संभल संभल 
क्यों उड़ता ही जाए
मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए
अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए
ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि
नित मेने नए नए रिश्ते बनाए
फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए

©Er.Mahesh

#O हंसा संभल संभल क्यों

15 Love

#Quotes #ओ  हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
मिट्टी बनाए
तेरे रहते मेने देखे नित सपने
क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए
हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने
क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए
ओ हंसा संभल संभल 
क्यों उड़ता ही जाए
मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए
तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए
अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए
ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए
तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि
नित मेने नए नए रिश्ते बनाए
फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए
ओ हंसा संभल संभल क्यों
उड़ता तू जाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए
मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए

©Er.Mahesh

#ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए

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