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New समझकर आसमानी Status, Photo, Video

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#मोटिवेशनल #cg_forest  White कई बार आपका हमेशा किसी के लिए
गलत नजरिया रखना किसी अच्छे
इंसान को हकीकत में बुरा बना देता है
इससे पता चलता है की सोच मैं
कितनी ताकत होती हैं. उदाहरण
जिस प्रकार हमारी आस्था किसी  पत्थर 
को भगवान् में परिवर्तित कर सकतीं है
ठीक इसी प्रकार









इसलिए हमेशा किसी के प्रति मन में 
नकारात्मक  विचार न रखें

©Vickram

#cg_forest इसलिए सोच समझकर सोचे,

99 View

गीत :- न माँगू कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की । खुदा दे मुझे अब सजा बन्दगी की ।। न मागूँ कभी मैं दुआ .. न जीवन कभी ये हमें रास आया । खिलौना समझकर सभी ने उठाया ।। जरूरत रही तो लिए फायदे सब । पता भी चला तो कहा दिल्लगी की ।। न माँगूँ कभी मैं दुआ... न भोले बनो अब सुनों गाँव वालों । जुबाँ पे कभी आप ताले न डालों ।। बहुत बेरहम है जहाँ ये हमारा । दिखाकर खुशी आँख में फिर नमी की ।। न माँगूँ कभी मैं दुआ... मिला ज़िन्दगी से सबक़ जो नया है । वही आज मेरे अधर से बयां है ।। छुपा कर चला था सभी से यहाँ गम । खबर ही नही थी प्रखर खुदकुशी की ।। न माँगूं कभी मैं दुआ.... न माँगूं कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की । खुदा दे मुझे अब सजा ज़िन्दगी की ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  गीत :-
न माँगू कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की ।
खुदा दे मुझे अब सजा बन्दगी की ।।
न मागूँ कभी मैं दुआ ..
न जीवन कभी ये हमें रास आया ।
खिलौना समझकर सभी ने उठाया ।।
जरूरत रही तो लिए फायदे सब ।
पता भी चला तो कहा दिल्लगी की ।।
न माँगूँ कभी मैं दुआ...
न भोले बनो अब सुनों गाँव वालों ।
जुबाँ पे कभी आप ताले न डालों ।।
बहुत बेरहम है जहाँ ये हमारा ।
दिखाकर खुशी आँख में फिर नमी की ।।
न माँगूँ कभी मैं दुआ...
मिला ज़िन्दगी से सबक़ जो नया है ।
वही आज मेरे अधर से बयां है ।।
छुपा कर चला था सभी से यहाँ गम ।
खबर ही नही थी प्रखर खुदकुशी की ।।
न माँगूं कभी मैं दुआ....
न माँगूं कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की ।
खुदा दे मुझे अब सजा ज़िन्दगी की ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गीत :- न माँगू कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की । खुदा दे मुझे अब सजा बन्दगी की ।। न मागूँ कभी मैं दुआ .. न जीवन कभी ये हमें रास आया । खिलौना समझकर सभ

13 Love

#विचार #शादी  
 "ग्रहणी "
सारे रिश्ते संभाल
 ते संभालते
वह अपना अस्तित्व
 ही भूल जाती है

©वंदना ....

#शादी के दिन ही एक लड़की की पूरी जिंदगी बदल जाती है . . . सारे रिश्ते को संभालने का दायित्व भी तो उसी पर होता है ...संस्कार के नाम पर उसे ब

783 View

#मतदान_सही_व्यक्ति_को_दीजिए #मतदान_अवश्य_करें #हिंदीnojoto #मतदाता #विचार #मतदान  White मतदान,,,,,,,मत+दान
जैसा कि हम सभी जानते है मतदान प्रजातंत्र 
का अभिन्न अंग है,मतदान सदैव किसी धर्म जाति 
लिंग या व्यक्ती विशेष या निज स्वार्थ को ध्यान में 
रखकर  नहीं करना चाहिए,अपितु देशहित को ध्यान
 में रखकर ही मतदान करना चाहिए करना चाहिये।

आपने मत का दान बहुत सोच समझ के करें
और किसी के बहकावे या धमकाने में ना आएं
ये आप का पूर्ण अधिकार है।
अल्फ़ाज मेरे✍️🙏🙏

©Ashutosh Mishra

#VoteForIndia आप सभी अपने मत का दान बहुत सोच समझकर बिना किसी दबाव के करें ये आपका अधिकार है। #मतदान #मतदाता #मतदान_अवश्य_करें #मतदान_सही

774 View

#परमात्मा #भक्ति

##परमात्मा मुझे संतुलन दो जो मैं बदल नहीं सकता हूं आपकी सौगात समझकर मैं स्वीकार करू##

90 View

हमें समाधान पसंद था उसे समस्या उसे युद्ध पसंद था मुझे संगीत मैं पारदर्शी वो डार्क बस इसी फर्क ने मुझे मिटा दिया उसे बचा दिया मिटना और मिटा देना दोनों अलग क्रियाएं हैं परिणाम दोनों के अलग आएंगे उस दिन कहां जाएगा शायद पिछले जन्म का कोई बुरा कर्म हैं अगला पिछला कुछ होता नहीं जो होता हैं इसी जन्म का होता है तुम्हारा बोया हुआ अगला कटेगा अच्छा या बुरा तुम्हारे वजह से पाएगा जैसे मैंने काटे थे बेटी के रुप में जन्म लेकर मुझे दबाया गया अनचाहा समझकर जैसे अब दबाया जा रहा हैं मलबे में पुरानी वस्तु समझकर मैं वस्तु नहीं विदित उसे भी पर उस के प्रयास में सामिल कई कौरव लालची बन कर ©Prerna Singh

#कोट्स #कौरव  हमें समाधान पसंद था उसे समस्या
उसे युद्ध पसंद था मुझे संगीत
मैं पारदर्शी वो डार्क
बस इसी फर्क ने मुझे मिटा दिया
उसे बचा दिया
मिटना और मिटा देना दोनों अलग क्रियाएं हैं
परिणाम दोनों के अलग आएंगे
उस दिन कहां जाएगा 
शायद पिछले जन्म का कोई बुरा कर्म हैं
अगला पिछला कुछ होता नहीं 
जो होता हैं इसी जन्म का होता है  
तुम्हारा बोया हुआ अगला कटेगा 
अच्छा या बुरा तुम्हारे वजह से पाएगा
जैसे मैंने काटे थे 
बेटी के रुप में जन्म लेकर
मुझे दबाया गया अनचाहा समझकर
जैसे अब दबाया जा रहा हैं
मलबे में पुरानी वस्तु समझकर
मैं वस्तु नहीं विदित उसे भी
पर उस के प्रयास में सामिल कई कौरव
लालची बन कर

©Prerna Singh

हमें समाधान पसंद था उसे समस्या उसे युद्ध पसंद था मुझे संगीत मैं पारदर्शी वो डार्क बस इसी फर्क ने मुझे मिटा दिया उसे बचा दिया मिटना और मिटा द

12 Love

#मोटिवेशनल #cg_forest  White कई बार आपका हमेशा किसी के लिए
गलत नजरिया रखना किसी अच्छे
इंसान को हकीकत में बुरा बना देता है
इससे पता चलता है की सोच मैं
कितनी ताकत होती हैं. उदाहरण
जिस प्रकार हमारी आस्था किसी  पत्थर 
को भगवान् में परिवर्तित कर सकतीं है
ठीक इसी प्रकार









इसलिए हमेशा किसी के प्रति मन में 
नकारात्मक  विचार न रखें

©Vickram

#cg_forest इसलिए सोच समझकर सोचे,

99 View

गीत :- न माँगू कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की । खुदा दे मुझे अब सजा बन्दगी की ।। न मागूँ कभी मैं दुआ .. न जीवन कभी ये हमें रास आया । खिलौना समझकर सभी ने उठाया ।। जरूरत रही तो लिए फायदे सब । पता भी चला तो कहा दिल्लगी की ।। न माँगूँ कभी मैं दुआ... न भोले बनो अब सुनों गाँव वालों । जुबाँ पे कभी आप ताले न डालों ।। बहुत बेरहम है जहाँ ये हमारा । दिखाकर खुशी आँख में फिर नमी की ।। न माँगूँ कभी मैं दुआ... मिला ज़िन्दगी से सबक़ जो नया है । वही आज मेरे अधर से बयां है ।। छुपा कर चला था सभी से यहाँ गम । खबर ही नही थी प्रखर खुदकुशी की ।। न माँगूं कभी मैं दुआ.... न माँगूं कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की । खुदा दे मुझे अब सजा ज़िन्दगी की ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  गीत :-
न माँगू कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की ।
खुदा दे मुझे अब सजा बन्दगी की ।।
न मागूँ कभी मैं दुआ ..
न जीवन कभी ये हमें रास आया ।
खिलौना समझकर सभी ने उठाया ।।
जरूरत रही तो लिए फायदे सब ।
पता भी चला तो कहा दिल्लगी की ।।
न माँगूँ कभी मैं दुआ...
न भोले बनो अब सुनों गाँव वालों ।
जुबाँ पे कभी आप ताले न डालों ।।
बहुत बेरहम है जहाँ ये हमारा ।
दिखाकर खुशी आँख में फिर नमी की ।।
न माँगूँ कभी मैं दुआ...
मिला ज़िन्दगी से सबक़ जो नया है ।
वही आज मेरे अधर से बयां है ।।
छुपा कर चला था सभी से यहाँ गम ।
खबर ही नही थी प्रखर खुदकुशी की ।।
न माँगूं कभी मैं दुआ....
न माँगूं कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की ।
खुदा दे मुझे अब सजा ज़िन्दगी की ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गीत :- न माँगू कभी मैं दुआ ज़िन्दगी की । खुदा दे मुझे अब सजा बन्दगी की ।। न मागूँ कभी मैं दुआ .. न जीवन कभी ये हमें रास आया । खिलौना समझकर सभ

13 Love

#विचार #शादी  
 "ग्रहणी "
सारे रिश्ते संभाल
 ते संभालते
वह अपना अस्तित्व
 ही भूल जाती है

©वंदना ....

#शादी के दिन ही एक लड़की की पूरी जिंदगी बदल जाती है . . . सारे रिश्ते को संभालने का दायित्व भी तो उसी पर होता है ...संस्कार के नाम पर उसे ब

783 View

#मतदान_सही_व्यक्ति_को_दीजिए #मतदान_अवश्य_करें #हिंदीnojoto #मतदाता #विचार #मतदान  White मतदान,,,,,,,मत+दान
जैसा कि हम सभी जानते है मतदान प्रजातंत्र 
का अभिन्न अंग है,मतदान सदैव किसी धर्म जाति 
लिंग या व्यक्ती विशेष या निज स्वार्थ को ध्यान में 
रखकर  नहीं करना चाहिए,अपितु देशहित को ध्यान
 में रखकर ही मतदान करना चाहिए करना चाहिये।

आपने मत का दान बहुत सोच समझ के करें
और किसी के बहकावे या धमकाने में ना आएं
ये आप का पूर्ण अधिकार है।
अल्फ़ाज मेरे✍️🙏🙏

©Ashutosh Mishra

#VoteForIndia आप सभी अपने मत का दान बहुत सोच समझकर बिना किसी दबाव के करें ये आपका अधिकार है। #मतदान #मतदाता #मतदान_अवश्य_करें #मतदान_सही

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#परमात्मा #भक्ति

##परमात्मा मुझे संतुलन दो जो मैं बदल नहीं सकता हूं आपकी सौगात समझकर मैं स्वीकार करू##

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हमें समाधान पसंद था उसे समस्या उसे युद्ध पसंद था मुझे संगीत मैं पारदर्शी वो डार्क बस इसी फर्क ने मुझे मिटा दिया उसे बचा दिया मिटना और मिटा देना दोनों अलग क्रियाएं हैं परिणाम दोनों के अलग आएंगे उस दिन कहां जाएगा शायद पिछले जन्म का कोई बुरा कर्म हैं अगला पिछला कुछ होता नहीं जो होता हैं इसी जन्म का होता है तुम्हारा बोया हुआ अगला कटेगा अच्छा या बुरा तुम्हारे वजह से पाएगा जैसे मैंने काटे थे बेटी के रुप में जन्म लेकर मुझे दबाया गया अनचाहा समझकर जैसे अब दबाया जा रहा हैं मलबे में पुरानी वस्तु समझकर मैं वस्तु नहीं विदित उसे भी पर उस के प्रयास में सामिल कई कौरव लालची बन कर ©Prerna Singh

#कोट्स #कौरव  हमें समाधान पसंद था उसे समस्या
उसे युद्ध पसंद था मुझे संगीत
मैं पारदर्शी वो डार्क
बस इसी फर्क ने मुझे मिटा दिया
उसे बचा दिया
मिटना और मिटा देना दोनों अलग क्रियाएं हैं
परिणाम दोनों के अलग आएंगे
उस दिन कहां जाएगा 
शायद पिछले जन्म का कोई बुरा कर्म हैं
अगला पिछला कुछ होता नहीं 
जो होता हैं इसी जन्म का होता है  
तुम्हारा बोया हुआ अगला कटेगा 
अच्छा या बुरा तुम्हारे वजह से पाएगा
जैसे मैंने काटे थे 
बेटी के रुप में जन्म लेकर
मुझे दबाया गया अनचाहा समझकर
जैसे अब दबाया जा रहा हैं
मलबे में पुरानी वस्तु समझकर
मैं वस्तु नहीं विदित उसे भी
पर उस के प्रयास में सामिल कई कौरव
लालची बन कर

©Prerna Singh

हमें समाधान पसंद था उसे समस्या उसे युद्ध पसंद था मुझे संगीत मैं पारदर्शी वो डार्क बस इसी फर्क ने मुझे मिटा दिया उसे बचा दिया मिटना और मिटा द

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