tags

New उर्मिला शायर खड़ा तमाशा Status, Photo, Video

Find the latest Status about उर्मिला शायर खड़ा तमाशा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about उर्मिला शायर खड़ा तमाशा.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#शायरी #मैं  White मेरी रुसवाइयों की आग में  जलता  शहर था वो
तमाशाई  सभी थे  और  मैं था  एक  तमाशा सा .

©malay_28

#मैं एक तमाशा था

126 View

 कसूर आंखों का था जो उन्हें देखा लिया 
दिल ने मोहब्बत में धड़कना सीख लिया
मोहब्बत की चाहत में लड़ना सीख लिया 
मोहब्बत की बेवफाई का तमाशा देख लिया

©Mohmad Tanveer

तमाशा देख लिया

126 View

#कविता  White आबरू  नीलाम हो या कोई इलज़ाम 
लगा कर जिंदगी जो दाग़दार कर दे 

वक़्त एक ऐसा मरहम है कि एक दिन ये 
सारे आरोप तमाशा  बन कर रह जाते है

©Arora PR

जिंदगी एक तमाशा

90 View

#शायरी #शायर  चांदनी चांद से होती है सितारों से नहीं, 
मुहब्बत एक से होती है हजारों से नहीं।।

©शशि कुमार  ''गोपाल''

#शायर

135 View

#उर्मिला #कविता  Urmila ki manodasha .
मन में उठती व्याकुलता ओ को अब किससे मैं कह दू
मन इतना जायदा विचलित है 
मैं कितना जायदा रो लू
प्रियतम बिन एक पल भी लगता  है 
सौ बरस सा
चदौहा वर्ष उनके विरहा अब कैसे मैं सहलू 
मन इतना ज्यादा विचलित है ....
ले जाते मुझे जो वन अगर मैं संग में विचरण करती 
पाव में चुभते काटे अगर मैं फिर खुश रह लेती 
मैं घास फूस और शैल की चट्टानों पर सो ली 
वन उपवन में रहे रहकर मैं ऐसे खुश रह लेती
ए भवन महल अटारी लगता मुझको निष्काम है
एक फूलों के बिस्तर भी लगता कंकर समान है
कब आएंगे लखन मेरे मैं हर पाल मार्ग निहारता हूं
उनकी बिन कितनी अधूरी है उनसे कहना चाहती हूं ....pu

©पूर्णिमा

#उर्मिला की मनो दशा#

90 View

Meri Mati Mera Desh तन्हाई को तमाशा न बना, तिश्नगी को हताशा न बना, ख़ुद को मज़बूर बता करके, हौसले को ज़रा सा न बना, डूब जायेगी कागज़ी कश्ती, ज़िस्म अपना बताशा न बना, कोई गुज़रे तो थाप दे जाये, आदतन यूँ ढोलताशा न बना, लोग आकर ज़कात ले जाये, जहां में भाग पिपासा न बना, टूट जाए ज़रा सी ठोकर से, वज़ूद कच्चे घड़े सा न बना, ज़हनियत होती है यही 'गुंजन', मुँह इतना भी बुरा सा न बना, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra

#मोटिवेशनल #तन्हाई  Meri Mati Mera Desh तन्हाई को तमाशा न बना, 
तिश्नगी को हताशा न बना, 

ख़ुद को मज़बूर बता करके, 
हौसले को  ज़रा सा न बना,

डूब जायेगी कागज़ी कश्ती, 
ज़िस्म अपना बताशा न बना, 

कोई गुज़रे  तो  थाप दे जाये, 
आदतन यूँ ढोलताशा न बना, 

लोग आकर ज़कात ले जाये, 
जहां में भाग पिपासा न बना, 

टूट  जाए  ज़रा सी ठोकर से, 
वज़ूद  कच्चे  घड़े सा न बना, 

ज़हनियत होती है यही 'गुंजन',
मुँह इतना भी  बुरा सा न बना,
  --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
        चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra

#तन्हाई को तमाशा न बना#

12 Love

#शायरी #मैं  White मेरी रुसवाइयों की आग में  जलता  शहर था वो
तमाशाई  सभी थे  और  मैं था  एक  तमाशा सा .

©malay_28

#मैं एक तमाशा था

126 View

 कसूर आंखों का था जो उन्हें देखा लिया 
दिल ने मोहब्बत में धड़कना सीख लिया
मोहब्बत की चाहत में लड़ना सीख लिया 
मोहब्बत की बेवफाई का तमाशा देख लिया

©Mohmad Tanveer

तमाशा देख लिया

126 View

#कविता  White आबरू  नीलाम हो या कोई इलज़ाम 
लगा कर जिंदगी जो दाग़दार कर दे 

वक़्त एक ऐसा मरहम है कि एक दिन ये 
सारे आरोप तमाशा  बन कर रह जाते है

©Arora PR

जिंदगी एक तमाशा

90 View

#शायरी #शायर  चांदनी चांद से होती है सितारों से नहीं, 
मुहब्बत एक से होती है हजारों से नहीं।।

©शशि कुमार  ''गोपाल''

#शायर

135 View

#उर्मिला #कविता  Urmila ki manodasha .
मन में उठती व्याकुलता ओ को अब किससे मैं कह दू
मन इतना जायदा विचलित है 
मैं कितना जायदा रो लू
प्रियतम बिन एक पल भी लगता  है 
सौ बरस सा
चदौहा वर्ष उनके विरहा अब कैसे मैं सहलू 
मन इतना ज्यादा विचलित है ....
ले जाते मुझे जो वन अगर मैं संग में विचरण करती 
पाव में चुभते काटे अगर मैं फिर खुश रह लेती 
मैं घास फूस और शैल की चट्टानों पर सो ली 
वन उपवन में रहे रहकर मैं ऐसे खुश रह लेती
ए भवन महल अटारी लगता मुझको निष्काम है
एक फूलों के बिस्तर भी लगता कंकर समान है
कब आएंगे लखन मेरे मैं हर पाल मार्ग निहारता हूं
उनकी बिन कितनी अधूरी है उनसे कहना चाहती हूं ....pu

©पूर्णिमा

#उर्मिला की मनो दशा#

90 View

Meri Mati Mera Desh तन्हाई को तमाशा न बना, तिश्नगी को हताशा न बना, ख़ुद को मज़बूर बता करके, हौसले को ज़रा सा न बना, डूब जायेगी कागज़ी कश्ती, ज़िस्म अपना बताशा न बना, कोई गुज़रे तो थाप दे जाये, आदतन यूँ ढोलताशा न बना, लोग आकर ज़कात ले जाये, जहां में भाग पिपासा न बना, टूट जाए ज़रा सी ठोकर से, वज़ूद कच्चे घड़े सा न बना, ज़हनियत होती है यही 'गुंजन', मुँह इतना भी बुरा सा न बना, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra

#मोटिवेशनल #तन्हाई  Meri Mati Mera Desh तन्हाई को तमाशा न बना, 
तिश्नगी को हताशा न बना, 

ख़ुद को मज़बूर बता करके, 
हौसले को  ज़रा सा न बना,

डूब जायेगी कागज़ी कश्ती, 
ज़िस्म अपना बताशा न बना, 

कोई गुज़रे  तो  थाप दे जाये, 
आदतन यूँ ढोलताशा न बना, 

लोग आकर ज़कात ले जाये, 
जहां में भाग पिपासा न बना, 

टूट  जाए  ज़रा सी ठोकर से, 
वज़ूद  कच्चे  घड़े सा न बना, 

ज़हनियत होती है यही 'गुंजन',
मुँह इतना भी  बुरा सा न बना,
  --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
        चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra

#तन्हाई को तमाशा न बना#

12 Love

Trending Topic