tags

New रिपब्लिक डे क्यों मनाते है Status, Photo, Video

Find the latest Status about रिपब्लिक डे क्यों मनाते है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about रिपब्लिक डे क्यों मनाते है.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video
#fathers

#fathers डे special

360 View

#विचार  White जिसने हाथ पकड़ कर चलना सीखाया। 
अपने कंधे पर बैठाकर दुनिया दिखाया।।
अपने कमाई से घर-परिवार चलाने वाले।
बारम्बार प्रणाम पालनहार करने वाले।।
पिता जी के उपकार का क्या बखान करूं।
आपके उपकारों के ऋण को कभी उतर न सकूं।।

फादर्स डे कि शुभ अवसर पर सभी पिताओं को हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं और सबको बारम्बार प्रणाम।

©Ghanshyam Ratre

हैप्पी फादर्स डे

153 View

White तुम्हारे छोड़ जाने से अभी भी मैं तुम्हारा इतजार करती हु तुम कॉल नही करते फिर भी मैं कॉल आने का इंतजार करती हु अभी भी मुझे क्यों तुम ही चाहिए क्यो मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं क्यू मुझे तुम्हारे नाम से खुशी होती हैं क्यों तुम्हारा फोटो देख के मैं मुस्कुरा देती हु क्यों तुम मुझे इतने जायदा अच्छे लगते हो की मुझे छोड़ के जाने के बाद भी मैं तुम्हारा रास्ता देखती हूं मुझे क्यू लगता है की तुम एक दिन वापस आओगे मेरे पास ये जवाब बनकर की मैं तुम्हे क्यों छोड़ के गया था Preeti uikye 750 12/06/24 ©Gondwana Sherni 750

#विचार #love_shayari  White तुम्हारे छोड़ जाने से अभी भी मैं तुम्हारा इतजार करती हु 
तुम कॉल नही करते फिर भी मैं कॉल आने का इंतजार करती हु 
अभी भी मुझे क्यों तुम ही चाहिए क्यो मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं 
क्यू मुझे तुम्हारे नाम से  खुशी होती हैं 
क्यों तुम्हारा फोटो देख के मैं मुस्कुरा देती हु 
क्यों तुम मुझे इतने जायदा अच्छे लगते हो 
की मुझे छोड़ के जाने के बाद भी 
मैं तुम्हारा रास्ता देखती हूं 
मुझे क्यू लगता है की तुम एक दिन वापस आओगे मेरे पास 
ये जवाब बनकर की मैं 
तुम्हे क्यों छोड़ के गया था

Preeti uikye 750
12/06/24

©Gondwana Sherni 750

#love_shayari क्यों इतिजार है

15 Love

#भक्ति  White जन्म,पालन करने वाली माता सबसे पावन पवित्र निर्मल  गंगा समान है ।
माता कि ममता प्यार दुलार निस्वार्थ है इस संसार में माता सबसे महान है।।

* संसार के सभी जन्म देने वाली,पालनहारी माताओं को बारम्बार प्रणाम *

©Ghanshyam Ratre

मदर डे

108 View

White चाँद तन्हा खास क्यों है अनगिनत तारों के बीच, और तुम ही खास क्यों हो फक़त इन यारों के बीच, बेवज़ह ही कोई दिल को इसतरह भाता नहीं, भा गई आँखों को ये गुलाब इन ख़ारों के बीच, शोर से मन परेशाँ होना स्वभाविक है मगर, प्यार के दो शब्द अब भी गूँजते नारों के बीच, सबने अपनी तरह से महफ़िल सजाई रातभर, उसकी फ़ितरत ही जुदा थी यार फनकारों के बीच, छाप ऐसी छोड़कर कुछ लोग दुनिया से गए, याद करते नाम उनका लोग ग़म-ख़्वारों के बीच, जीव और परमात्मा के मध्य का रिश्ता ग़जब, जैसे बछरा ढूँढ लेता माँ को हजारों के बीच, कौन करना चाहता 'गुंजन' नुमाईश प्यार की, बात दिल की कह गई आहिस्ते इशारों के बीच, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #चाँद  White चाँद तन्हा  खास  क्यों  है  अनगिनत तारों के बीच, 
और तुम ही खास क्यों हो फक़त इन यारों के बीच,

बेवज़ह ही  कोई दिल को इसतरह भाता नहीं, 
भा गई आँखों को ये गुलाब इन ख़ारों के बीच,

शोर से मन  परेशाँ  होना  स्वभाविक है मगर, 
प्यार के दो शब्द अब भी  गूँजते नारों के बीच,

सबने  अपनी  तरह  से  महफ़िल  सजाई  रातभर, 
उसकी फ़ितरत ही जुदा थी यार फनकारों के बीच,

छाप  ऐसी  छोड़कर  कुछ लोग  दुनिया  से गए, 
याद करते नाम उनका लोग ग़म-ख़्वारों के बीच,

जीव और परमात्मा के मध्य का रिश्ता ग़जब, 
जैसे बछरा  ढूँढ लेता  माँ को  हजारों के बीच,

कौन करना चाहता  'गुंजन' नुमाईश  प्यार की, 
बात दिल की कह गई आहिस्ते इशारों के बीच,
       ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra

#चाँद तन्हा खास क्यों है#

13 Love

#शायरी #CheerfulLove  by - कुमार अभिनव

#CheerfulLove क्यों याद किया है मुझको

63 View

#fathers

#fathers डे special

360 View

#विचार  White जिसने हाथ पकड़ कर चलना सीखाया। 
अपने कंधे पर बैठाकर दुनिया दिखाया।।
अपने कमाई से घर-परिवार चलाने वाले।
बारम्बार प्रणाम पालनहार करने वाले।।
पिता जी के उपकार का क्या बखान करूं।
आपके उपकारों के ऋण को कभी उतर न सकूं।।

फादर्स डे कि शुभ अवसर पर सभी पिताओं को हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं और सबको बारम्बार प्रणाम।

©Ghanshyam Ratre

हैप्पी फादर्स डे

153 View

White तुम्हारे छोड़ जाने से अभी भी मैं तुम्हारा इतजार करती हु तुम कॉल नही करते फिर भी मैं कॉल आने का इंतजार करती हु अभी भी मुझे क्यों तुम ही चाहिए क्यो मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं क्यू मुझे तुम्हारे नाम से खुशी होती हैं क्यों तुम्हारा फोटो देख के मैं मुस्कुरा देती हु क्यों तुम मुझे इतने जायदा अच्छे लगते हो की मुझे छोड़ के जाने के बाद भी मैं तुम्हारा रास्ता देखती हूं मुझे क्यू लगता है की तुम एक दिन वापस आओगे मेरे पास ये जवाब बनकर की मैं तुम्हे क्यों छोड़ के गया था Preeti uikye 750 12/06/24 ©Gondwana Sherni 750

#विचार #love_shayari  White तुम्हारे छोड़ जाने से अभी भी मैं तुम्हारा इतजार करती हु 
तुम कॉल नही करते फिर भी मैं कॉल आने का इंतजार करती हु 
अभी भी मुझे क्यों तुम ही चाहिए क्यो मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं 
क्यू मुझे तुम्हारे नाम से  खुशी होती हैं 
क्यों तुम्हारा फोटो देख के मैं मुस्कुरा देती हु 
क्यों तुम मुझे इतने जायदा अच्छे लगते हो 
की मुझे छोड़ के जाने के बाद भी 
मैं तुम्हारा रास्ता देखती हूं 
मुझे क्यू लगता है की तुम एक दिन वापस आओगे मेरे पास 
ये जवाब बनकर की मैं 
तुम्हे क्यों छोड़ के गया था

Preeti uikye 750
12/06/24

©Gondwana Sherni 750

#love_shayari क्यों इतिजार है

15 Love

#भक्ति  White जन्म,पालन करने वाली माता सबसे पावन पवित्र निर्मल  गंगा समान है ।
माता कि ममता प्यार दुलार निस्वार्थ है इस संसार में माता सबसे महान है।।

* संसार के सभी जन्म देने वाली,पालनहारी माताओं को बारम्बार प्रणाम *

©Ghanshyam Ratre

मदर डे

108 View

White चाँद तन्हा खास क्यों है अनगिनत तारों के बीच, और तुम ही खास क्यों हो फक़त इन यारों के बीच, बेवज़ह ही कोई दिल को इसतरह भाता नहीं, भा गई आँखों को ये गुलाब इन ख़ारों के बीच, शोर से मन परेशाँ होना स्वभाविक है मगर, प्यार के दो शब्द अब भी गूँजते नारों के बीच, सबने अपनी तरह से महफ़िल सजाई रातभर, उसकी फ़ितरत ही जुदा थी यार फनकारों के बीच, छाप ऐसी छोड़कर कुछ लोग दुनिया से गए, याद करते नाम उनका लोग ग़म-ख़्वारों के बीच, जीव और परमात्मा के मध्य का रिश्ता ग़जब, जैसे बछरा ढूँढ लेता माँ को हजारों के बीच, कौन करना चाहता 'गुंजन' नुमाईश प्यार की, बात दिल की कह गई आहिस्ते इशारों के बीच, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #चाँद  White चाँद तन्हा  खास  क्यों  है  अनगिनत तारों के बीच, 
और तुम ही खास क्यों हो फक़त इन यारों के बीच,

बेवज़ह ही  कोई दिल को इसतरह भाता नहीं, 
भा गई आँखों को ये गुलाब इन ख़ारों के बीच,

शोर से मन  परेशाँ  होना  स्वभाविक है मगर, 
प्यार के दो शब्द अब भी  गूँजते नारों के बीच,

सबने  अपनी  तरह  से  महफ़िल  सजाई  रातभर, 
उसकी फ़ितरत ही जुदा थी यार फनकारों के बीच,

छाप  ऐसी  छोड़कर  कुछ लोग  दुनिया  से गए, 
याद करते नाम उनका लोग ग़म-ख़्वारों के बीच,

जीव और परमात्मा के मध्य का रिश्ता ग़जब, 
जैसे बछरा  ढूँढ लेता  माँ को  हजारों के बीच,

कौन करना चाहता  'गुंजन' नुमाईश  प्यार की, 
बात दिल की कह गई आहिस्ते इशारों के बीच,
       ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra

#चाँद तन्हा खास क्यों है#

13 Love

#शायरी #CheerfulLove  by - कुमार अभिनव

#CheerfulLove क्यों याद किया है मुझको

63 View

Trending Topic