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वक्त पर बारिश हो तो यहां खेत गुलजार रहता है नहीं तो कौन यहां किसी के लिए तैयार रहता है मौसम जब भी बेवक्त करवटें बदले यहां मेहनत लाख करे किसान बेकार रहता है सुखी मिट्टी को है सदियों से बादल की तलब जैसे प्यार में कोई आशिक बेकरार रहता है चुनाव की हर किताब में यहां मौसम सुहाना है सपनों में उलझा हुआ कहीं बेरोजगार रहता है चुनाव की फसल बस कटने पर देखिए वादों पे कौन कितना यहां सरकार रहता है दिन का सूरज समझे या रात का तारा उसको एक सोच का फर्क है जो बनके दीवार रहता है ये वक्त का समंदर है राम हर हिसाब से गहरा कोई इस पार रहता है कोई उस पार रहता है *राणा रामशंकर सिंह* उर्फ बंजारा कवि 🖊️....

#कविता #cloud  वक्त पर बारिश हो तो यहां खेत गुलजार रहता है 
नहीं तो कौन यहां किसी के लिए तैयार रहता है 

मौसम जब भी बेवक्त करवटें बदले यहां 
मेहनत लाख करे किसान बेकार रहता है 

सुखी मिट्टी को है सदियों से बादल की तलब 
जैसे प्यार में कोई आशिक बेकरार रहता है

चुनाव की  हर किताब में यहां मौसम सुहाना है 
सपनों में उलझा हुआ कहीं बेरोजगार रहता है 

चुनाव की फसल बस कटने पर देखिए 
वादों पे कौन  कितना यहां सरकार रहता है 

दिन का सूरज समझे या रात का तारा उसको 
एक सोच का फर्क है जो बनके दीवार रहता है 

ये वक्त का समंदर है  राम हर  हिसाब से गहरा 
कोई इस पार रहता है कोई उस पार रहता है

*राणा रामशंकर सिंह* उर्फ बंजारा कवि  🖊️....

#cloud

14 Love

#वीडियो #aroplane #Enjoy #cloud #badal
#real_life  White I dont think we must obsess over wanting to know people,
Thats for those who wasted their time, never knowing themselves.
For what is left in this short life,
Better we cease to know,
And start to live.
The reality, as how it is
Than what it should be...

©Lakshmi Menon

As we are, living as I am #real_life #

90 View

କେତେ ପର୍'କାରେ ଗରିବ୍ ଦେଖ୍'ବୁ ନାଇଁ କରି ହୁଏ ଠାବ୍, ମନର ଗରିବ୍, ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଆର୍ ଗରିବ୍ ଆଏ କାର୍ ସ୍ବଭାବ୍ । ଧନର୍ ଗରିବ୍ ,ଗରିବ୍ ନୁହେ ତାର୍ ଧନର୍ ଖାଲି ଅଭାବ୍, ବେଭାର୍ ଟିକ୍'କ ବନେ ବୋଲି କରି ସବୁଠାନେ ତାର୍ ଭାବ୍ । ମନର୍ ଗରିବ୍ ଦୁଇ ପେଚିଆ ଉପ୍'ରେ ଉପ୍'ରେ ବନେ, ଭିତର କେ ଆର୍ କିଏ ଦେଖୁଛେ ଅହଙ୍କାର୍ ଥିବା ଘନେ । ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଅବିଚାର୍ ଥି ଏକ୍ ନମର୍ ରଜା । ଅଡ଼ୁଆ ଭିତରେ ଲୁକ୍'କୁ ପକେଇ ଦେଖ୍'ବା ଖାଲି ମଜା । ବେଭାରେ ଗରିବ୍ ଦୁର୍'ବେଭାର୍ କେ ନିଜର୍ ବୋଲି ଭାବେ , ଆର୍ ନୁକୋ କଥା କେ ଛି ଥୁ କରି ରହେସି ନିଜର୍ ଲାଭେ‌ । ଆର୍ କେତେ ଯେ ଗରିବ୍ ଥିବେ ନାଇଁ ମିଲେ ତାର୍ ଧାର୍ , ନିଜେ ବନେ ଥିଲେ ସବୁ ବନେ ଇନେ ଇ କଥା ଟା ସାର୍ । ମୁନୁଷ୍ ଜୀବନ୍ ବଡ଼ା ଦୁର୍ଲଭ୍ ପୁଇଁନ୍ କଲେ ମିଲେ , ଧନ୍ ଥାଇ କରି ଗରିବ୍ ହେଲେ ଘାଣ୍ଟି ହେବୁ ଅର୍କଲେ । ©ଶ୍ରଦ୍ଧା......

#cloud  କେତେ ପର୍'କାରେ ଗରିବ୍ ଦେଖ୍'ବୁ 
ନାଇଁ କରି ହୁଏ ଠାବ୍,
ମନର ଗରିବ୍, ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଆର୍ 
ଗରିବ୍ ଆଏ କାର୍ ସ୍ବଭାବ୍ ।
ଧନର୍ ଗରିବ୍ ,ଗରିବ୍ ନୁହେ ତାର୍ 
ଧନର୍ ଖାଲି ଅଭାବ୍,
ବେଭାର୍ ଟିକ୍'କ ବନେ ବୋଲି କରି 
ସବୁଠାନେ ତାର୍ ଭାବ୍ ।
ମନର୍ ଗରିବ୍ ଦୁଇ ପେଚିଆ 
ଉପ୍'ରେ ଉପ୍'ରେ ବନେ,
ଭିତର କେ ଆର୍ କିଏ ଦେଖୁଛେ 
ଅହଙ୍କାର୍ ଥିବା ଘନେ ।
ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଅବିଚାର୍ ଥି 
ଏକ୍ ନମର୍ ରଜା ।
ଅଡ଼ୁଆ ଭିତରେ ଲୁକ୍'କୁ ପକେଇ 
ଦେଖ୍'ବା ଖାଲି ମଜା ।
ବେଭାରେ ଗରିବ୍ ଦୁର୍'ବେଭାର୍ କେ 
ନିଜର୍ ବୋଲି ଭାବେ ,
ଆର୍ ନୁକୋ କଥା କେ ଛି ଥୁ କରି ରହେସି 
ନିଜର୍ ଲାଭେ‌ । 
ଆର୍ କେତେ ଯେ ଗରିବ୍ ଥିବେ 
ନାଇଁ ମିଲେ ତାର୍ ଧାର୍ , 
ନିଜେ ବନେ ଥିଲେ ସବୁ ବନେ ଇନେ
 ଇ କଥା ଟା ସାର୍ ।
ମୁନୁଷ୍ ଜୀବନ୍ ବଡ଼ା ଦୁର୍ଲଭ୍ 
ପୁଇଁନ୍ କଲେ ମିଲେ ,
ଧନ୍ ଥାଇ କରି ଗରିବ୍ ହେଲେ 
ଘାଣ୍ଟି ହେବୁ ଅର୍କଲେ ।

©ଶ୍ରଦ୍ଧା......

#cloud ଗରିବ୍

14 Love

#शायरी #cloud  तेरा मेरा अलग सा रिश्ता लगता है,
कभी हासिल तो कभी जुदा लगता है,

अजीब इश्क है हम दोनों के दरमियां,
कभी हुआ कभी नहीं हुआ लगता है,

शख्सियत उसकी रंग बदलने की है,
कभी बावफा तो कभी बेवफा लगता है,

उसकी तबियत भी कुछ बादलों जैसी है,
कभी मेहरबां कभी खफा लगता है।

©Navash2411

#cloud

108 View

#मीम #cloud  *किसी की नजर में आप अच्छे हैं और किसी की नजर में आप बुरे, हकीकत ये है कि जिसकी जैसी जरूरत है, उनके लिए आप वैसे हो...!*

           *सुप्रभात*
*आपका दिन मंगलमय हो*

©KRISHNA

#cloud

81 View

वक्त पर बारिश हो तो यहां खेत गुलजार रहता है नहीं तो कौन यहां किसी के लिए तैयार रहता है मौसम जब भी बेवक्त करवटें बदले यहां मेहनत लाख करे किसान बेकार रहता है सुखी मिट्टी को है सदियों से बादल की तलब जैसे प्यार में कोई आशिक बेकरार रहता है चुनाव की हर किताब में यहां मौसम सुहाना है सपनों में उलझा हुआ कहीं बेरोजगार रहता है चुनाव की फसल बस कटने पर देखिए वादों पे कौन कितना यहां सरकार रहता है दिन का सूरज समझे या रात का तारा उसको एक सोच का फर्क है जो बनके दीवार रहता है ये वक्त का समंदर है राम हर हिसाब से गहरा कोई इस पार रहता है कोई उस पार रहता है *राणा रामशंकर सिंह* उर्फ बंजारा कवि 🖊️....

#कविता #cloud  वक्त पर बारिश हो तो यहां खेत गुलजार रहता है 
नहीं तो कौन यहां किसी के लिए तैयार रहता है 

मौसम जब भी बेवक्त करवटें बदले यहां 
मेहनत लाख करे किसान बेकार रहता है 

सुखी मिट्टी को है सदियों से बादल की तलब 
जैसे प्यार में कोई आशिक बेकरार रहता है

चुनाव की  हर किताब में यहां मौसम सुहाना है 
सपनों में उलझा हुआ कहीं बेरोजगार रहता है 

चुनाव की फसल बस कटने पर देखिए 
वादों पे कौन  कितना यहां सरकार रहता है 

दिन का सूरज समझे या रात का तारा उसको 
एक सोच का फर्क है जो बनके दीवार रहता है 

ये वक्त का समंदर है  राम हर  हिसाब से गहरा 
कोई इस पार रहता है कोई उस पार रहता है

*राणा रामशंकर सिंह* उर्फ बंजारा कवि  🖊️....

#cloud

14 Love

#वीडियो #aroplane #Enjoy #cloud #badal
#real_life  White I dont think we must obsess over wanting to know people,
Thats for those who wasted their time, never knowing themselves.
For what is left in this short life,
Better we cease to know,
And start to live.
The reality, as how it is
Than what it should be...

©Lakshmi Menon

As we are, living as I am #real_life #

90 View

କେତେ ପର୍'କାରେ ଗରିବ୍ ଦେଖ୍'ବୁ ନାଇଁ କରି ହୁଏ ଠାବ୍, ମନର ଗରିବ୍, ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଆର୍ ଗରିବ୍ ଆଏ କାର୍ ସ୍ବଭାବ୍ । ଧନର୍ ଗରିବ୍ ,ଗରିବ୍ ନୁହେ ତାର୍ ଧନର୍ ଖାଲି ଅଭାବ୍, ବେଭାର୍ ଟିକ୍'କ ବନେ ବୋଲି କରି ସବୁଠାନେ ତାର୍ ଭାବ୍ । ମନର୍ ଗରିବ୍ ଦୁଇ ପେଚିଆ ଉପ୍'ରେ ଉପ୍'ରେ ବନେ, ଭିତର କେ ଆର୍ କିଏ ଦେଖୁଛେ ଅହଙ୍କାର୍ ଥିବା ଘନେ । ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଅବିଚାର୍ ଥି ଏକ୍ ନମର୍ ରଜା । ଅଡ଼ୁଆ ଭିତରେ ଲୁକ୍'କୁ ପକେଇ ଦେଖ୍'ବା ଖାଲି ମଜା । ବେଭାରେ ଗରିବ୍ ଦୁର୍'ବେଭାର୍ କେ ନିଜର୍ ବୋଲି ଭାବେ , ଆର୍ ନୁକୋ କଥା କେ ଛି ଥୁ କରି ରହେସି ନିଜର୍ ଲାଭେ‌ । ଆର୍ କେତେ ଯେ ଗରିବ୍ ଥିବେ ନାଇଁ ମିଲେ ତାର୍ ଧାର୍ , ନିଜେ ବନେ ଥିଲେ ସବୁ ବନେ ଇନେ ଇ କଥା ଟା ସାର୍ । ମୁନୁଷ୍ ଜୀବନ୍ ବଡ଼ା ଦୁର୍ଲଭ୍ ପୁଇଁନ୍ କଲେ ମିଲେ , ଧନ୍ ଥାଇ କରି ଗରିବ୍ ହେଲେ ଘାଣ୍ଟି ହେବୁ ଅର୍କଲେ । ©ଶ୍ରଦ୍ଧା......

#cloud  କେତେ ପର୍'କାରେ ଗରିବ୍ ଦେଖ୍'ବୁ 
ନାଇଁ କରି ହୁଏ ଠାବ୍,
ମନର ଗରିବ୍, ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଆର୍ 
ଗରିବ୍ ଆଏ କାର୍ ସ୍ବଭାବ୍ ।
ଧନର୍ ଗରିବ୍ ,ଗରିବ୍ ନୁହେ ତାର୍ 
ଧନର୍ ଖାଲି ଅଭାବ୍,
ବେଭାର୍ ଟିକ୍'କ ବନେ ବୋଲି କରି 
ସବୁଠାନେ ତାର୍ ଭାବ୍ ।
ମନର୍ ଗରିବ୍ ଦୁଇ ପେଚିଆ 
ଉପ୍'ରେ ଉପ୍'ରେ ବନେ,
ଭିତର କେ ଆର୍ କିଏ ଦେଖୁଛେ 
ଅହଙ୍କାର୍ ଥିବା ଘନେ ।
ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଅବିଚାର୍ ଥି 
ଏକ୍ ନମର୍ ରଜା ।
ଅଡ଼ୁଆ ଭିତରେ ଲୁକ୍'କୁ ପକେଇ 
ଦେଖ୍'ବା ଖାଲି ମଜା ।
ବେଭାରେ ଗରିବ୍ ଦୁର୍'ବେଭାର୍ କେ 
ନିଜର୍ ବୋଲି ଭାବେ ,
ଆର୍ ନୁକୋ କଥା କେ ଛି ଥୁ କରି ରହେସି 
ନିଜର୍ ଲାଭେ‌ । 
ଆର୍ କେତେ ଯେ ଗରିବ୍ ଥିବେ 
ନାଇଁ ମିଲେ ତାର୍ ଧାର୍ , 
ନିଜେ ବନେ ଥିଲେ ସବୁ ବନେ ଇନେ
 ଇ କଥା ଟା ସାର୍ ।
ମୁନୁଷ୍ ଜୀବନ୍ ବଡ଼ା ଦୁର୍ଲଭ୍ 
ପୁଇଁନ୍ କଲେ ମିଲେ ,
ଧନ୍ ଥାଇ କରି ଗରିବ୍ ହେଲେ 
ଘାଣ୍ଟି ହେବୁ ଅର୍କଲେ ।

©ଶ୍ରଦ୍ଧା......

#cloud ଗରିବ୍

14 Love

#शायरी #cloud  तेरा मेरा अलग सा रिश्ता लगता है,
कभी हासिल तो कभी जुदा लगता है,

अजीब इश्क है हम दोनों के दरमियां,
कभी हुआ कभी नहीं हुआ लगता है,

शख्सियत उसकी रंग बदलने की है,
कभी बावफा तो कभी बेवफा लगता है,

उसकी तबियत भी कुछ बादलों जैसी है,
कभी मेहरबां कभी खफा लगता है।

©Navash2411

#cloud

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#मीम #cloud  *किसी की नजर में आप अच्छे हैं और किसी की नजर में आप बुरे, हकीकत ये है कि जिसकी जैसी जरूरत है, उनके लिए आप वैसे हो...!*

           *सुप्रभात*
*आपका दिन मंगलमय हो*

©KRISHNA

#cloud

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