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New कुँवर नारायण कविता Status, Photo, Video

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#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

99 View

#कविता

कविता

432 View

#वीडियो  Vishnu Bhagwan जो इंसान श्री भगवान नारायण का ही नाम ना ले बो इंसान ही फीर कीस काम का

©Lekhraj Deewana

कमेंट मैं जय श्री नारायण

252 View

Vishnu Bhagwan नारायण सब कुछ देख रहे। इंसान तेरे कर्मों का लेखा जोखा। वो कहते हैं सब कुछ मैं हूं। अपनी लीला में खुद लीन है महेश्वर। जिनके हृदय में शिव हैं विराजे। ध्यान शिव का ही करते हैं। शिव के जो आराध्या हैं। कहलाते वो नारायण ।। कैसी है ये लीला, कैसा ये प्रेम हैं। कभी बन जाते मोहिनी, कभी धरती का भार उठाते हैं। कोटि-कोटि नमन है हे लीला धर। हम सब तेरे ही गुड़ गाते हैं। ©0

#विष्णुप्रिया #विष्णु #नारायण #vishnubhagwan #शिव  Vishnu Bhagwan नारायण सब कुछ देख रहे।
इंसान तेरे कर्मों का लेखा जोखा।
वो कहते हैं सब कुछ मैं हूं।
अपनी लीला में खुद लीन है महेश्वर।
जिनके हृदय में शिव हैं विराजे।
ध्यान शिव का ही करते हैं।
शिव के जो आराध्या हैं।
कहलाते वो नारायण ।।
कैसी है ये लीला, कैसा ये प्रेम हैं।
कभी बन जाते मोहिनी,
कभी धरती का भार उठाते हैं।
कोटि-कोटि नमन है हे लीला धर।
हम सब तेरे ही गुड़ गाते हैं।

©0

श्री आदि नारायण।। #vishnubhagwan #नारायण #विष्णु #विष्णुप्रिया #शिव #mahadev #Nojoto Aap sabhi ko happy Holi 🥳💐🙏🏼@vineetapanchal @Kshitija K

51 Love

#Motivational  श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि, किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके शरीर से नहीं बल्कि उसकी आत्मा से करनी चाहिए.

🙏🙏इसे शाश्वत, अविनाशी और अपरिवर्तनीय बताया गया है। भगवान कृष्ण, दिव्य सारथी और शिक्षक, स्वयं की शाश्वत प्रकृति पर जोर देते हुए, अर्जुन को ज्ञान प्रदान करते हैं। वह स्पष्ट करते हैं कि आत्मा जन्म और मृत्यु से परे है, किसी भी भौतिक माध्यम से विनाश के अधीन नहीं है।
श्रीमद्भागवत गीता के अनुसार आत्मा परमात्मा का अंश है। इस श्लोक में देखिए भगवान् क्या कह रहे हैं। ममैवांशो जीवलोके जीवभूतः सनातनः । इस जीवलोक में यह सनातन जीवात्मा मेरा ही अंश है और वही प्रकृति में स्थित मन और पाँचों इन्द्रियोंको आकृष्ट करता है ।

🙏🙏💐💐

©ARTIST VIP. MISHRA

हे नारायण 🙏🙏

315 View

#कविता

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#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

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#कविता

कविता

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#वीडियो  Vishnu Bhagwan जो इंसान श्री भगवान नारायण का ही नाम ना ले बो इंसान ही फीर कीस काम का

©Lekhraj Deewana

कमेंट मैं जय श्री नारायण

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Vishnu Bhagwan नारायण सब कुछ देख रहे। इंसान तेरे कर्मों का लेखा जोखा। वो कहते हैं सब कुछ मैं हूं। अपनी लीला में खुद लीन है महेश्वर। जिनके हृदय में शिव हैं विराजे। ध्यान शिव का ही करते हैं। शिव के जो आराध्या हैं। कहलाते वो नारायण ।। कैसी है ये लीला, कैसा ये प्रेम हैं। कभी बन जाते मोहिनी, कभी धरती का भार उठाते हैं। कोटि-कोटि नमन है हे लीला धर। हम सब तेरे ही गुड़ गाते हैं। ©0

#विष्णुप्रिया #विष्णु #नारायण #vishnubhagwan #शिव  Vishnu Bhagwan नारायण सब कुछ देख रहे।
इंसान तेरे कर्मों का लेखा जोखा।
वो कहते हैं सब कुछ मैं हूं।
अपनी लीला में खुद लीन है महेश्वर।
जिनके हृदय में शिव हैं विराजे।
ध्यान शिव का ही करते हैं।
शिव के जो आराध्या हैं।
कहलाते वो नारायण ।।
कैसी है ये लीला, कैसा ये प्रेम हैं।
कभी बन जाते मोहिनी,
कभी धरती का भार उठाते हैं।
कोटि-कोटि नमन है हे लीला धर।
हम सब तेरे ही गुड़ गाते हैं।

©0

श्री आदि नारायण।। #vishnubhagwan #नारायण #विष्णु #विष्णुप्रिया #शिव #mahadev #Nojoto Aap sabhi ko happy Holi 🥳💐🙏🏼@vineetapanchal @Kshitija K

51 Love

#Motivational  श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि, किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके शरीर से नहीं बल्कि उसकी आत्मा से करनी चाहिए.

🙏🙏इसे शाश्वत, अविनाशी और अपरिवर्तनीय बताया गया है। भगवान कृष्ण, दिव्य सारथी और शिक्षक, स्वयं की शाश्वत प्रकृति पर जोर देते हुए, अर्जुन को ज्ञान प्रदान करते हैं। वह स्पष्ट करते हैं कि आत्मा जन्म और मृत्यु से परे है, किसी भी भौतिक माध्यम से विनाश के अधीन नहीं है।
श्रीमद्भागवत गीता के अनुसार आत्मा परमात्मा का अंश है। इस श्लोक में देखिए भगवान् क्या कह रहे हैं। ममैवांशो जीवलोके जीवभूतः सनातनः । इस जीवलोक में यह सनातन जीवात्मा मेरा ही अंश है और वही प्रकृति में स्थित मन और पाँचों इन्द्रियोंको आकृष्ट करता है ।

🙏🙏💐💐

©ARTIST VIP. MISHRA

हे नारायण 🙏🙏

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#कविता

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