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New गस्ती पत्र के पर्यायवाची Status, Photo, Video

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 White अक्सर कह दिया जाता है 
और समझ भी लिया जाता है
कि किसी एक का, दूसरे से अलग हो जाने से 
कभी कोई नहीं मरता
क्या सच में कोई नहीं मरता? 
फिर अचानक से मन में एक प्रश्न कौंधता है
क्या जिस्म का मरना ही, मरना है? 
फिर एक और ख्याल आता है 
कि किसी के जुदा होने से, उसके लिए बुने ख्वाब मिटने से, मन- मस्तिष्क में बनी वो चेहरे की आकृतियाँ, वो लंबी लंबी बातें, मुस्कुराहट, सुकून, 
वो प्यार, वो रिश्ता...... और बहुत कुछ  
क्या वो सब जिंदा रहता है! किसी के जाने के बाद 
(part -1)

©Harpinder Kaur

# किसी के जाने के बाद.......

126 View

#वीडियो

लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 अन्तर्गत नामांकन के छठवें दिन 56-बहराइच (अ.जा.) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र प्रस्तुत करते हुए भ

144 View

#वीडियो

तीसरे दिन एक प्रत्याशी ने दाखिल किया नामांकन बहराइच । लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 अन्तर्गत नामांकन के तीसरे दिन 56-बहराइच (अ.जा.) संसदीय

108 View

#भक्ति #SAD  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ 
और आनंदमय है. आनंद बाहर 
से नहीं आता, आनन्द ही 
भगवान श्री कृष्ण जी  का 
पर्यायवाची नाम है।।

©N S Yadav GoldMine

#SAD {Bolo Ji Radhey Radhey} प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है. आनंद बाहर से नहीं आता, आनन्द ही भगवान श्री कृष्ण जी का पर्य

108 View

#कोट्स #Likho   प्रेम पत्र जब लिखा था हमने 
जब उनसे पहली बार पहली
 मुलाकात और पहली मोहब्बत 
का एहसास हुआ था।

©Bulbul varshney

#Likho #love प्रेम पत्र लिखा है हमने।

108 View

#पत्र💚   
पत्र तुमको लिखा यह खता थी मेरी 
तुम जो समझे नहीँ वो वफा थी मेरी 
रात को जागकर मैंने  उसको लिखा 
नीर- नयनों में भरकर उसको है रचा 
उसने  अक्षर नहीँ  मेरे  अहसास  थे 
जिन्हें समझे ना तुम वो ख्यालात थे 
तुमको सबही है यारा ओ झूठा लगा 
कौन कितना है टूटा ये भी ना दिखा 
आज आती  हँसी  तेरी हर सोच पर 
तूने जो भी किया उस हसीं खेल पर 
मैंने जैसा था सोचा तू वैसा ना मिला 
साथ रहकर मेरे ही तू दगा कर  गया 
क्या कहूँ मैं सनम उस अजब खेल पे 
जिसमें  खंजर अनौखा मुझी पे चला 
दर्द को सह गया मैंने उफ्फ भी न की 
ना ही  आँसू  बहाए ना मिन्नत ही की
तू  मेरी थी  चाहत बस इतना हीं सुन 
ना मैं हर्गिज कहूँ कि मुझॆ  ही तू चुन 
मैं वफा ,इश्क, यारा और अहसास हूँ 
जिस तलक तू न पहुंचे  वो  ख्वाब हूँ 
दिल यह अपना हवाले अब कान्हा के
उनको चरणों में रहता मैं इक दास हूँ

©ANOOP PANDEY
 White अक्सर कह दिया जाता है 
और समझ भी लिया जाता है
कि किसी एक का, दूसरे से अलग हो जाने से 
कभी कोई नहीं मरता
क्या सच में कोई नहीं मरता? 
फिर अचानक से मन में एक प्रश्न कौंधता है
क्या जिस्म का मरना ही, मरना है? 
फिर एक और ख्याल आता है 
कि किसी के जुदा होने से, उसके लिए बुने ख्वाब मिटने से, मन- मस्तिष्क में बनी वो चेहरे की आकृतियाँ, वो लंबी लंबी बातें, मुस्कुराहट, सुकून, 
वो प्यार, वो रिश्ता...... और बहुत कुछ  
क्या वो सब जिंदा रहता है! किसी के जाने के बाद 
(part -1)

©Harpinder Kaur

# किसी के जाने के बाद.......

126 View

#वीडियो

लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 अन्तर्गत नामांकन के छठवें दिन 56-बहराइच (अ.जा.) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र प्रस्तुत करते हुए भ

144 View

#वीडियो

तीसरे दिन एक प्रत्याशी ने दाखिल किया नामांकन बहराइच । लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 अन्तर्गत नामांकन के तीसरे दिन 56-बहराइच (अ.जा.) संसदीय

108 View

#भक्ति #SAD  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ 
और आनंदमय है. आनंद बाहर 
से नहीं आता, आनन्द ही 
भगवान श्री कृष्ण जी  का 
पर्यायवाची नाम है।।

©N S Yadav GoldMine

#SAD {Bolo Ji Radhey Radhey} प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है. आनंद बाहर से नहीं आता, आनन्द ही भगवान श्री कृष्ण जी का पर्य

108 View

#कोट्स #Likho   प्रेम पत्र जब लिखा था हमने 
जब उनसे पहली बार पहली
 मुलाकात और पहली मोहब्बत 
का एहसास हुआ था।

©Bulbul varshney

#Likho #love प्रेम पत्र लिखा है हमने।

108 View

#पत्र💚   
पत्र तुमको लिखा यह खता थी मेरी 
तुम जो समझे नहीँ वो वफा थी मेरी 
रात को जागकर मैंने  उसको लिखा 
नीर- नयनों में भरकर उसको है रचा 
उसने  अक्षर नहीँ  मेरे  अहसास  थे 
जिन्हें समझे ना तुम वो ख्यालात थे 
तुमको सबही है यारा ओ झूठा लगा 
कौन कितना है टूटा ये भी ना दिखा 
आज आती  हँसी  तेरी हर सोच पर 
तूने जो भी किया उस हसीं खेल पर 
मैंने जैसा था सोचा तू वैसा ना मिला 
साथ रहकर मेरे ही तू दगा कर  गया 
क्या कहूँ मैं सनम उस अजब खेल पे 
जिसमें  खंजर अनौखा मुझी पे चला 
दर्द को सह गया मैंने उफ्फ भी न की 
ना ही  आँसू  बहाए ना मिन्नत ही की
तू  मेरी थी  चाहत बस इतना हीं सुन 
ना मैं हर्गिज कहूँ कि मुझॆ  ही तू चुन 
मैं वफा ,इश्क, यारा और अहसास हूँ 
जिस तलक तू न पहुंचे  वो  ख्वाब हूँ 
दिल यह अपना हवाले अब कान्हा के
उनको चरणों में रहता मैं इक दास हूँ

©ANOOP PANDEY
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