tags

New जल संरक्षण पर कविता Status, Photo, Video

Find the latest Status about जल संरक्षण पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about जल संरक्षण पर कविता.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#कविता #जल  मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मेरे प्रत्येक बुंद से तुम्हारा आस
मेरे कण कण में तुम्हारा श्वास
मै देव नहीं लेकिन कण कण में व्याप्त हूँ
मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मेरे होने से
तुम्हारा कल था
आज है
कल होगा
मैं तुम्हारा अस्तित्व हूँ
मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मैं शुद्ध
मुझे अशुद्ध तुमने किया
मैं अमर
मुझे मर(खत्म होने के कगार पर) तुमने किया
मैं कण कण में जन जन के लिए
मुझे कुछ जन के लिए बोतलों में व्याप्त तुमने किया
मैं प्रत्येक जीव का श्वास हूँ
मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ
तुम्हारे कल के लिए
तुमसे कह रहा हूँ
मुझे बर्बाद करोगे
खुद को नष्ट करोगे
एक के जगह हजार बुंद प्रयोग करोगे
कल एक बुंद को तरसोगे
मेरी संरक्षण करोगे
खुद को जीवनदान दोगे
मैं तुम्हारे कल के लिए
तुमसे ये सब कह रहा हूँ
मैं तुम्हारा कल हूँ
मैं जल हूँ
मैं तुम्हारा कल हूँ

©कलम की दुनिया

#जल

126 View

#विचार #जल  व्यर्थ जो कर रहे हो मुझे
अर्थ मेरा समझ आएगा
तरसोगे एक एक बूंद के लिए
पर मुझ तक पहुंच न पाओगे
उस दिन तुम्हे मेरा अर्थ समझ आएगा

©कलम की दुनिया

#जल

117 View

#विचार

महाशिवरात्रि पर जल अर्पित करते समय बोल दे...#@mansi'sway

108 View

"न राग है, न आवाज है मेरे शब्दों में खामोशी का इलाज है मेरे शब्दों में किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं, निशाने पर समाज है मेरे शब्दों में बड़े-बडो़ं की पोल खोल तो दूं मगर, छोटे-बड़े का लिहाज है मेरे शब्दों में अश्लीलता परस्त आज के जमाने में, शर्मो हया और लाज है मेरे शब्दों में सच ही सत्य है, सच ही इबादत है, पुरखा और उनकी धरोहर है मेरे शब्दों में जल जंगल जमीन पुरखा जोहार preeti uikye 750 03/03/24 ©Gondwana Sherni 750

#RoadTrip  "न राग है, न आवाज है मेरे शब्दों में 
 खामोशी का इलाज है मेरे शब्दों में 

 किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं, 
 निशाने पर समाज है मेरे शब्दों में 

 बड़े-बडो़ं की पोल खोल तो दूं मगर, 
 छोटे-बड़े का लिहाज है मेरे शब्दों में 

 अश्लीलता परस्त आज के जमाने में, 
 शर्मो हया और लाज है मेरे शब्दों में 

 सच ही सत्य है, सच ही इबादत है, 
 पुरखा और उनकी धरोहर है मेरे शब्दों में
जल जंगल जमीन
पुरखा जोहार

preeti uikye 750
03/03/24

©Gondwana Sherni 750

#RoadTrip जल जंगल जमीन

12 Love

वन्य जीव संरक्षण अभियान

162 View

#विचार  फूल देई का त्यौहार था,
मैं फिर भी बैठा अकेला था ।
चारों तरफ़ हर्षोल्लास था,
मैं अकेला बैठा निराश था ।
जब मैने चारों तरफ देखा ,
तब पता चला कि
मैं गांव से दूर किसी शहर के भिड़ में
बैठा अकेला उदाश था ।।
✍️ Jagdish Pant

आज फूलदेई के पर्व पर एक कविता मेने लिखि ।

8,145 View

#कविता #जल  मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मेरे प्रत्येक बुंद से तुम्हारा आस
मेरे कण कण में तुम्हारा श्वास
मै देव नहीं लेकिन कण कण में व्याप्त हूँ
मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मेरे होने से
तुम्हारा कल था
आज है
कल होगा
मैं तुम्हारा अस्तित्व हूँ
मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मैं शुद्ध
मुझे अशुद्ध तुमने किया
मैं अमर
मुझे मर(खत्म होने के कगार पर) तुमने किया
मैं कण कण में जन जन के लिए
मुझे कुछ जन के लिए बोतलों में व्याप्त तुमने किया
मैं प्रत्येक जीव का श्वास हूँ
मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ

मैं जल हूँ
तुम्हारा कल हूँ
तुम्हारे कल के लिए
तुमसे कह रहा हूँ
मुझे बर्बाद करोगे
खुद को नष्ट करोगे
एक के जगह हजार बुंद प्रयोग करोगे
कल एक बुंद को तरसोगे
मेरी संरक्षण करोगे
खुद को जीवनदान दोगे
मैं तुम्हारे कल के लिए
तुमसे ये सब कह रहा हूँ
मैं तुम्हारा कल हूँ
मैं जल हूँ
मैं तुम्हारा कल हूँ

©कलम की दुनिया

#जल

126 View

#विचार #जल  व्यर्थ जो कर रहे हो मुझे
अर्थ मेरा समझ आएगा
तरसोगे एक एक बूंद के लिए
पर मुझ तक पहुंच न पाओगे
उस दिन तुम्हे मेरा अर्थ समझ आएगा

©कलम की दुनिया

#जल

117 View

#विचार

महाशिवरात्रि पर जल अर्पित करते समय बोल दे...#@mansi'sway

108 View

"न राग है, न आवाज है मेरे शब्दों में खामोशी का इलाज है मेरे शब्दों में किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं, निशाने पर समाज है मेरे शब्दों में बड़े-बडो़ं की पोल खोल तो दूं मगर, छोटे-बड़े का लिहाज है मेरे शब्दों में अश्लीलता परस्त आज के जमाने में, शर्मो हया और लाज है मेरे शब्दों में सच ही सत्य है, सच ही इबादत है, पुरखा और उनकी धरोहर है मेरे शब्दों में जल जंगल जमीन पुरखा जोहार preeti uikye 750 03/03/24 ©Gondwana Sherni 750

#RoadTrip  "न राग है, न आवाज है मेरे शब्दों में 
 खामोशी का इलाज है मेरे शब्दों में 

 किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं, 
 निशाने पर समाज है मेरे शब्दों में 

 बड़े-बडो़ं की पोल खोल तो दूं मगर, 
 छोटे-बड़े का लिहाज है मेरे शब्दों में 

 अश्लीलता परस्त आज के जमाने में, 
 शर्मो हया और लाज है मेरे शब्दों में 

 सच ही सत्य है, सच ही इबादत है, 
 पुरखा और उनकी धरोहर है मेरे शब्दों में
जल जंगल जमीन
पुरखा जोहार

preeti uikye 750
03/03/24

©Gondwana Sherni 750

#RoadTrip जल जंगल जमीन

12 Love

वन्य जीव संरक्षण अभियान

162 View

#विचार  फूल देई का त्यौहार था,
मैं फिर भी बैठा अकेला था ।
चारों तरफ़ हर्षोल्लास था,
मैं अकेला बैठा निराश था ।
जब मैने चारों तरफ देखा ,
तब पता चला कि
मैं गांव से दूर किसी शहर के भिड़ में
बैठा अकेला उदाश था ।।
✍️ Jagdish Pant

आज फूलदेई के पर्व पर एक कविता मेने लिखि ।

8,145 View

Trending Topic