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New शिक्षार्थी केंद्रित उपागम Status, Photo, Video

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#मूल्यवान #केंद्रित #दुनिया #ज्यादा #ध्यान #लोगों  White दुनिया में सबसे ज्यादा मूल्यवान चीज
आपका ध्यान है इसे बेकार लोगों और
चीजों पर केंद्रित ना करें



















.

©Mukesh Poonia

#Free #दुनिया में सबसे #ज्यादा #मूल्यवान चीज आपका #ध्यान है इसे #बेकार #लोगों और #चीजों पर #केंद्रित ना करें

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#किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindipoetry #sandiprohila #nojotohindi  किताबें करतीं हैं बातें

मुझे किसी के सिसकने की, 
कहीं से आवाज़ आ रही थी।
जो कि लगातार मेरे कानों से,
आकर अब भी टकरा रही थी।

ढूँढा उसको मैंने, पर कहीं न पाया,
आवाज़ ने उसकी, कहर बरसाया।
ध्यान को केंद्रित भी नहीं कर पाया,
इस कदर उसने मुझको भटकाया।

ध्यान लगाया आवाज़ पर, तो पाया,
हल्की सी दबी साँसों को सुन पाया।
कहीं पर लगा था ढेर, किताबों का,
जिस पर लगी धूल को मैं देख पाया।

निकलने लगा मैं जब वहाँ से,
बोली तभी किताब तपाक से।
यूँ ही देख कर मुझे जा रहे हो,
मुझे बिना सुने ही भाग रहे हो।

सुन कर दुविधा में आ गया,
रुका मैं इंसानियत के नाते।
तब जाकर समझ में आया,
कि किताबें करती हैं बातें।
.........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindi #nojotohindipoetry किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लग

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#मूल्यवान #केंद्रित #दुनिया #ज्यादा #ध्यान #लोगों  White दुनिया में सबसे ज्यादा मूल्यवान चीज
आपका ध्यान है इसे बेकार लोगों और
चीजों पर केंद्रित ना करें



















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©Mukesh Poonia

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#किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindipoetry #sandiprohila #nojotohindi  किताबें करतीं हैं बातें

मुझे किसी के सिसकने की, 
कहीं से आवाज़ आ रही थी।
जो कि लगातार मेरे कानों से,
आकर अब भी टकरा रही थी।

ढूँढा उसको मैंने, पर कहीं न पाया,
आवाज़ ने उसकी, कहर बरसाया।
ध्यान को केंद्रित भी नहीं कर पाया,
इस कदर उसने मुझको भटकाया।

ध्यान लगाया आवाज़ पर, तो पाया,
हल्की सी दबी साँसों को सुन पाया।
कहीं पर लगा था ढेर, किताबों का,
जिस पर लगी धूल को मैं देख पाया।

निकलने लगा मैं जब वहाँ से,
बोली तभी किताब तपाक से।
यूँ ही देख कर मुझे जा रहे हो,
मुझे बिना सुने ही भाग रहे हो।

सुन कर दुविधा में आ गया,
रुका मैं इंसानियत के नाते।
तब जाकर समझ में आया,
कि किताबें करती हैं बातें।
.........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

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