tags

New दहेज पर कविता Status, Photo, Video

Find the latest Status about दहेज पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दहेज पर कविता.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

99 View

मुझे दहेज चाहिए तुम लाना 2.4 बक्से भर के कुछ चांदी कुछ सोने के टुकड़े तुम लाना अपने पिता की कमाई तुम ले आना कुछ हिस्सा अपने भाई का मुझे दहेज चाहिए बक्से में अपनी बचपन की यादें लाना छोड़ चुके जो कपड़े बचपन के उने जरूर लाना जो डाले थे बचपन में गहने उने न छोड़ के आना जो पिता ने कमाई है इजत उनको साथ ले कर आना जो मिला नही प्यार भाई का उस प्यार को अपना बना के आना आते आते तुम ये दहेज जरूर लाना ©Dr.Prabhakar Singh

 मुझे दहेज चाहिए 
तुम लाना 2.4 बक्से भर के 
कुछ चांदी कुछ सोने के टुकड़े 
तुम लाना अपने पिता की कमाई 
तुम ले आना कुछ हिस्सा अपने भाई का 
मुझे दहेज चाहिए
बक्से में अपनी बचपन की यादें लाना 
छोड़ चुके जो कपड़े बचपन के उने जरूर लाना
जो डाले थे बचपन में  गहने उने न छोड़ के आना 
जो पिता ने कमाई है इजत उनको साथ ले कर आना 
जो मिला नही प्यार भाई का उस प्यार को अपना बना के आना 
आते आते तुम ये दहेज जरूर लाना

©Dr.Prabhakar Singh

मुझे दहेज चाहिए

14 Love

#RKPrasbi #wishes

विश्व कविता दिवस पर आप सभी को समर्पित #RKPrasbi

117 View

#womeninternational #RKPrasbi #prasbi  परहेज किसका करे जनाब,
दहेज बदल देता सब ख़्वाब।

©Rajkumar Prasbi

#womeninternational परहेज किसका करे जनाब, दहेज बदल देता सब ख़्वाब। #RKPrasbi #prasbi

126 View

#विचार  फूल देई का त्यौहार था,
मैं फिर भी बैठा अकेला था ।
चारों तरफ़ हर्षोल्लास था,
मैं अकेला बैठा निराश था ।
जब मैने चारों तरफ देखा ,
तब पता चला कि
मैं गांव से दूर किसी शहर के भिड़ में
बैठा अकेला उदाश था ।।
✍️ Jagdish Pant

आज फूलदेई के पर्व पर एक कविता मेने लिखि ।

8,145 View

#कॉमेडी #StandUpComedy #funny_video #sarcastic #sarcasm

Dowry/ दहेज #Comedy #StandUpComedy #Dahej #sarcasm #sarcastic #funny_video

153 View

#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

99 View

मुझे दहेज चाहिए तुम लाना 2.4 बक्से भर के कुछ चांदी कुछ सोने के टुकड़े तुम लाना अपने पिता की कमाई तुम ले आना कुछ हिस्सा अपने भाई का मुझे दहेज चाहिए बक्से में अपनी बचपन की यादें लाना छोड़ चुके जो कपड़े बचपन के उने जरूर लाना जो डाले थे बचपन में गहने उने न छोड़ के आना जो पिता ने कमाई है इजत उनको साथ ले कर आना जो मिला नही प्यार भाई का उस प्यार को अपना बना के आना आते आते तुम ये दहेज जरूर लाना ©Dr.Prabhakar Singh

 मुझे दहेज चाहिए 
तुम लाना 2.4 बक्से भर के 
कुछ चांदी कुछ सोने के टुकड़े 
तुम लाना अपने पिता की कमाई 
तुम ले आना कुछ हिस्सा अपने भाई का 
मुझे दहेज चाहिए
बक्से में अपनी बचपन की यादें लाना 
छोड़ चुके जो कपड़े बचपन के उने जरूर लाना
जो डाले थे बचपन में  गहने उने न छोड़ के आना 
जो पिता ने कमाई है इजत उनको साथ ले कर आना 
जो मिला नही प्यार भाई का उस प्यार को अपना बना के आना 
आते आते तुम ये दहेज जरूर लाना

©Dr.Prabhakar Singh

मुझे दहेज चाहिए

14 Love

#RKPrasbi #wishes

विश्व कविता दिवस पर आप सभी को समर्पित #RKPrasbi

117 View

#womeninternational #RKPrasbi #prasbi  परहेज किसका करे जनाब,
दहेज बदल देता सब ख़्वाब।

©Rajkumar Prasbi

#womeninternational परहेज किसका करे जनाब, दहेज बदल देता सब ख़्वाब। #RKPrasbi #prasbi

126 View

#विचार  फूल देई का त्यौहार था,
मैं फिर भी बैठा अकेला था ।
चारों तरफ़ हर्षोल्लास था,
मैं अकेला बैठा निराश था ।
जब मैने चारों तरफ देखा ,
तब पता चला कि
मैं गांव से दूर किसी शहर के भिड़ में
बैठा अकेला उदाश था ।।
✍️ Jagdish Pant

आज फूलदेई के पर्व पर एक कविता मेने लिखि ।

8,145 View

#कॉमेडी #StandUpComedy #funny_video #sarcastic #sarcasm

Dowry/ दहेज #Comedy #StandUpComedy #Dahej #sarcasm #sarcastic #funny_video

153 View

Trending Topic