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New हसे तो हाथों Status, Photo, Video

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#विचार #dhoop  कभु कभु हलत ऐसे आ जथे 
के रोके भि हसे ला पढ़थे

©sanjay Yadav

#dhoop रोके हसे ला पढ़थे

126 View

#शायरी  हाथों में हाथ लिए"

है उम्मीद वफ़ा पर तो, दिल को भरोसा पूरा ,
 हाथों में हाथ लिए, बस ये उम्र यूं ही गुजर जाए।

मिटें तमाम आरज़ू ,जो अभी तक बाकी है दिल की 
 जाके इस तरह से, इक दूसरे की रूह में समा जाएं।

©Anuj Ray

# हाथों में हाथ लिए"1

171 View

Shayer tera ©Dalip Kumar Deep

#शायरी  Shayer tera

©Dalip Kumar Deep

✍🏿🥀🥀क्या देखते तेरे हाथों की मेंहदी😔🍂🍂

15 Love

#कविता #ankahe_alfaaz   संवेदना हृदय की उसकी अपनी सारी मर चुकी है
ना जाने कितनी दफा वो मज़बूरी में बिक चुकी है
कभी अपने बच्चे की भुख ने उसे बिकवाया , तो
कभी खोटे नियति की मार ने उससे ये करवाया

जिसकी चाहत ने उससे उसका घर है छुड़वाया
उसी ने आज उसे बाज़ार में नीलाम है करवाया
लेकिन अब अपनी नियति पे ना उसे रोना आता है
और ना ही उसके लबों पर कोई मुस्कान आती हैं

जो हो गया था और जो हो रहा है उसके साथ 
मजबूरी बन गई उसकी जो वो अब एक मां भी है
निकलना चाह कर हुए भी ना निकल पाती हैं
वो अब एक ऐसे ही जगह की पिंजरे में कैद है

कोई तगमा तो नहीं है उन सब स्त्रीयों के लिए 
लेकिन, थोड़ी सहानुभूति इतना तो हो ज़रूरी
चाहें मान सम्मान ना देना हो तो ना दीजियेगा
लेकिन उनका कभी अपमान भी ना कीजियेगा।

©Sadhna Sarkar

#ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है।

270 View

अपने "जीवन" की "डोर" अपने "हाथों"में रखो°° क्योंकि.. ऊपरवाले ने हमें "इंसान" बनाया है, "कठपुतली" नहीं.. ©Shalini Nigam

#कठपुतली #हाथों #विचार  अपने "जीवन" की "डोर"
अपने "हाथों"में रखो°° 
क्योंकि..
ऊपरवाले ने हमें 
"इंसान" बनाया है, 
"कठपुतली" नहीं..

©Shalini Nigam

#कठपुतली #हाथों #Shayari #Love #Life #Nojoto

15 Love

#कविता #nojotohindi #villagelife  Village Life  पल्लव की डायरी
अतीत हमारे सीमित
आनन्द मन मे झाँका करता था
ताना बाना समाजिक हुआ करता था
डर और भय से परंपरा जीवित रहती
सहयोग लेना देना भावना का भाव रहता था
कम संसाधन भले रहते
जुड़ाव और प्रेम बे जोड़ रहता था
मगर वैश्विक बाजारवाद के अधीन होकर
उजड़े गांव शहर आबादी के बोझ से कराहते है
सब का राजनीतिक करण हो गया
सियासतो के हाथों हमारे सुख चैन छिने जाते है
डिप्रेशन में हम सब पगलाये जाते है
                                                प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#villagelife सियासतों के हाथों हमारे सुख दुख छिने जाते है #nojotohindi

243 View

#विचार #dhoop  कभु कभु हलत ऐसे आ जथे 
के रोके भि हसे ला पढ़थे

©sanjay Yadav

#dhoop रोके हसे ला पढ़थे

126 View

#शायरी  हाथों में हाथ लिए"

है उम्मीद वफ़ा पर तो, दिल को भरोसा पूरा ,
 हाथों में हाथ लिए, बस ये उम्र यूं ही गुजर जाए।

मिटें तमाम आरज़ू ,जो अभी तक बाकी है दिल की 
 जाके इस तरह से, इक दूसरे की रूह में समा जाएं।

©Anuj Ray

# हाथों में हाथ लिए"1

171 View

Shayer tera ©Dalip Kumar Deep

#शायरी  Shayer tera

©Dalip Kumar Deep

✍🏿🥀🥀क्या देखते तेरे हाथों की मेंहदी😔🍂🍂

15 Love

#कविता #ankahe_alfaaz   संवेदना हृदय की उसकी अपनी सारी मर चुकी है
ना जाने कितनी दफा वो मज़बूरी में बिक चुकी है
कभी अपने बच्चे की भुख ने उसे बिकवाया , तो
कभी खोटे नियति की मार ने उससे ये करवाया

जिसकी चाहत ने उससे उसका घर है छुड़वाया
उसी ने आज उसे बाज़ार में नीलाम है करवाया
लेकिन अब अपनी नियति पे ना उसे रोना आता है
और ना ही उसके लबों पर कोई मुस्कान आती हैं

जो हो गया था और जो हो रहा है उसके साथ 
मजबूरी बन गई उसकी जो वो अब एक मां भी है
निकलना चाह कर हुए भी ना निकल पाती हैं
वो अब एक ऐसे ही जगह की पिंजरे में कैद है

कोई तगमा तो नहीं है उन सब स्त्रीयों के लिए 
लेकिन, थोड़ी सहानुभूति इतना तो हो ज़रूरी
चाहें मान सम्मान ना देना हो तो ना दीजियेगा
लेकिन उनका कभी अपमान भी ना कीजियेगा।

©Sadhna Sarkar

#ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है।

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अपने "जीवन" की "डोर" अपने "हाथों"में रखो°° क्योंकि.. ऊपरवाले ने हमें "इंसान" बनाया है, "कठपुतली" नहीं.. ©Shalini Nigam

#कठपुतली #हाथों #विचार  अपने "जीवन" की "डोर"
अपने "हाथों"में रखो°° 
क्योंकि..
ऊपरवाले ने हमें 
"इंसान" बनाया है, 
"कठपुतली" नहीं..

©Shalini Nigam

#कठपुतली #हाथों #Shayari #Love #Life #Nojoto

15 Love

#कविता #nojotohindi #villagelife  Village Life  पल्लव की डायरी
अतीत हमारे सीमित
आनन्द मन मे झाँका करता था
ताना बाना समाजिक हुआ करता था
डर और भय से परंपरा जीवित रहती
सहयोग लेना देना भावना का भाव रहता था
कम संसाधन भले रहते
जुड़ाव और प्रेम बे जोड़ रहता था
मगर वैश्विक बाजारवाद के अधीन होकर
उजड़े गांव शहर आबादी के बोझ से कराहते है
सब का राजनीतिक करण हो गया
सियासतो के हाथों हमारे सुख चैन छिने जाते है
डिप्रेशन में हम सब पगलाये जाते है
                                                प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#villagelife सियासतों के हाथों हमारे सुख दुख छिने जाते है #nojotohindi

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