tags

New गरीबों की Status, Photo, Video

Find the latest Status about गरीबों की from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about गरीबों की.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#Motivational

मत की की मत

144 View

#motivation_for_life #rohanroymotivation #dailymotivation #Motivational #inspirdaily #RohanRoy  White गरीबों की जरूरत उतनी हो, जितनी पूरी हो सके। और अमीरों की जरूरत उतनी हो, 
जितनी वह पूरी कर सके। 
बस इसी जरूरतों का फर्क है। 
जो हमारी सोच से, 
हमें गरीब और अमीर बना देती है।

©Rohan Roy

गरीबों की जरूरत उतनी हो, जितनी पूरी हो सके | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life | #rohanroymotivation |

99 View

#ashathegoldenbird #लव

इज्जत की परवाह नहीं की #ashathegoldenbird

135 View

#विचार #mothers_day  White तू कितनी अनमोल है, मां,‌‌
ये तो मैं जानती हूं।
पर तेरे जाने के बाद ,
अहसास हुआ,
की तेरी कीमत,
दुनिया की बदलती नज़रें,
हर पल मुझे,
बताती हैं।

©Neema Pawal

#mothers_day मां की की कीमत।

225 View

White ग़ज़ल :- किसी की किसी से लड़ाई नही है । लबों पे किसी के दुहाई नही है ।। जाँ बीमार की फिर बचाई नही है । हकीमों ने बोला कमाई नही है ।। तड़पता रहा मर्ज़ से वो भी अपने । कहा सबने इसकी दवाई नही है ।। डुबा ही दिया कर्ज़ ने देखो उसको । गरीबों की अब रह नुमाई नही है ।। यही वो जगह है जहाँ पर खुदा ने । सज़ा आदमी को सुनाई नहीं है ।। दिखाओ हमें भी यहाँ शख्स कोई । हुई जिसकी अब तक रिहाई नही है ।। चले ही गये सब जहाँ से थे आये । कभी मौत अपनी बुलाई नही है ।। न देखूँ उसे क्यूँ नज़र भर बताओ । बसी जाँ है जिसमें पराई नही है ।। प्रखर ही सुनाये मुहब्बत के किस्से । मुहब्बत में उसके जुदाई नही है ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-
किसी की किसी से लड़ाई नही है ।
लबों पे किसी के दुहाई नही है ।।
जाँ बीमार की फिर बचाई नही है ।
हकीमों ने बोला कमाई नही है ।।
तड़पता रहा मर्ज़ से वो भी अपने ।
कहा सबने इसकी दवाई नही है ।।
डुबा ही दिया कर्ज़ ने देखो उसको ।
गरीबों की अब रह नुमाई नही है ।।
यही वो जगह है जहाँ पर खुदा ने ।
सज़ा आदमी को सुनाई नहीं है ।।
दिखाओ हमें भी यहाँ शख्स कोई ।
हुई जिसकी अब तक रिहाई नही है ।।
चले ही गये सब जहाँ से थे आये ।
कभी मौत अपनी बुलाई नही है ।।
न देखूँ उसे क्यूँ नज़र भर बताओ ।
बसी जाँ है जिसमें पराई नही है ।।
प्रखर ही सुनाये मुहब्बत के किस्से ।
मुहब्बत में उसके जुदाई नही है ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- किसी की किसी से लड़ाई नही है । लबों पे किसी के दुहाई नही है ।।

11 Love

#कविता  सुबह की चाय की चुस्की"

एक तुम्हारी चाह जैसे,
सुबह की चाय की चुस्की 
बना देती है दिन मेरा, 
किरण हो जैसे सूरज की।

बिना मांगे ही मिल जाते ,
अनमोल सागर के खिले मोती 
काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस 
कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती।

©Anuj Ray

सुबह की चाय की चुस्की"

144 View

#Motivational

मत की की मत

144 View

#motivation_for_life #rohanroymotivation #dailymotivation #Motivational #inspirdaily #RohanRoy  White गरीबों की जरूरत उतनी हो, जितनी पूरी हो सके। और अमीरों की जरूरत उतनी हो, 
जितनी वह पूरी कर सके। 
बस इसी जरूरतों का फर्क है। 
जो हमारी सोच से, 
हमें गरीब और अमीर बना देती है।

©Rohan Roy

गरीबों की जरूरत उतनी हो, जितनी पूरी हो सके | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life | #rohanroymotivation |

99 View

#ashathegoldenbird #लव

इज्जत की परवाह नहीं की #ashathegoldenbird

135 View

#विचार #mothers_day  White तू कितनी अनमोल है, मां,‌‌
ये तो मैं जानती हूं।
पर तेरे जाने के बाद ,
अहसास हुआ,
की तेरी कीमत,
दुनिया की बदलती नज़रें,
हर पल मुझे,
बताती हैं।

©Neema Pawal

#mothers_day मां की की कीमत।

225 View

White ग़ज़ल :- किसी की किसी से लड़ाई नही है । लबों पे किसी के दुहाई नही है ।। जाँ बीमार की फिर बचाई नही है । हकीमों ने बोला कमाई नही है ।। तड़पता रहा मर्ज़ से वो भी अपने । कहा सबने इसकी दवाई नही है ।। डुबा ही दिया कर्ज़ ने देखो उसको । गरीबों की अब रह नुमाई नही है ।। यही वो जगह है जहाँ पर खुदा ने । सज़ा आदमी को सुनाई नहीं है ।। दिखाओ हमें भी यहाँ शख्स कोई । हुई जिसकी अब तक रिहाई नही है ।। चले ही गये सब जहाँ से थे आये । कभी मौत अपनी बुलाई नही है ।। न देखूँ उसे क्यूँ नज़र भर बताओ । बसी जाँ है जिसमें पराई नही है ।। प्रखर ही सुनाये मुहब्बत के किस्से । मुहब्बत में उसके जुदाई नही है ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-
किसी की किसी से लड़ाई नही है ।
लबों पे किसी के दुहाई नही है ।।
जाँ बीमार की फिर बचाई नही है ।
हकीमों ने बोला कमाई नही है ।।
तड़पता रहा मर्ज़ से वो भी अपने ।
कहा सबने इसकी दवाई नही है ।।
डुबा ही दिया कर्ज़ ने देखो उसको ।
गरीबों की अब रह नुमाई नही है ।।
यही वो जगह है जहाँ पर खुदा ने ।
सज़ा आदमी को सुनाई नहीं है ।।
दिखाओ हमें भी यहाँ शख्स कोई ।
हुई जिसकी अब तक रिहाई नही है ।।
चले ही गये सब जहाँ से थे आये ।
कभी मौत अपनी बुलाई नही है ।।
न देखूँ उसे क्यूँ नज़र भर बताओ ।
बसी जाँ है जिसमें पराई नही है ।।
प्रखर ही सुनाये मुहब्बत के किस्से ।
मुहब्बत में उसके जुदाई नही है ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- किसी की किसी से लड़ाई नही है । लबों पे किसी के दुहाई नही है ।।

11 Love

#कविता  सुबह की चाय की चुस्की"

एक तुम्हारी चाह जैसे,
सुबह की चाय की चुस्की 
बना देती है दिन मेरा, 
किरण हो जैसे सूरज की।

बिना मांगे ही मिल जाते ,
अनमोल सागर के खिले मोती 
काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस 
कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती।

©Anuj Ray

सुबह की चाय की चुस्की"

144 View

Trending Topic