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New आँखों में खुजली होना Status, Photo, Video

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#शायरी

✍🏿🥀🥀न दर्द दे अब आँखों में 🍂🍂

135 View

#फ़िल्म

पता नही तकदीर में क्या क्या होना बाकी है

162 View

#Thinking #Quotes  Black चेहरे की बनावट और सजावट से ज्यादा महत्वपूर्ण
है दिल का साफ सुथरा और संस्कारो में पिरोया होना।।

©लेखक ओझा

#Thinking संस्कारो में पिरोया होना

117 View

परिधानों से लाज ढाँपती नज़रों में छुप जाती थी, लज्जा बसती थी आँखों में मन ही मन सकुचाती थी, पर्दे के पीछे का सच भी डर की जद में सिमटा था, लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी, बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, खेतों की मेड़ों पर चलती इठलाती बलखाती थी, सावन में मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, देख आईने में ख़ुद को नटखट कितनी शर्माती थी, प्रेम और विश्वास अडिग वादे थे जीने मरने के, रूप सलोना फूलों सा कितनी सुंदर कद-काठी थी, माँ बाबूजी भैया भाभी सबके मन में रची-बसी, सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी, भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन', बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ •प्र • ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #लज्जा  परिधानों  से  लाज  ढाँपती
                                 नज़रों में छुप जाती थी, 
                             लज्जा बसती थी आँखों में 
                               मन ही मन सकुचाती थी,

पर्दे के पीछे का सच भी  डर की जद में सिमटा था, 
लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी,

बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, 
खेतों की  मेड़ों पर  चलती  इठलाती  बलखाती थी,

सावन  में  मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, 
देख  आईने में  ख़ुद को  नटखट कितनी शर्माती थी,

प्रेम  और  विश्वास  अडिग  वादे  थे   जीने मरने  के,
रूप सलोना फूलों सा  कितनी सुंदर  कद-काठी थी,

माँ  बाबूजी  भैया  भाभी  सबके  मन में  रची-बसी, 
सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी,

भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन',
बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी,
       ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               प्रयागराज उ •प्र •

©Shashi Bhushan Mishra

#लज्जा बसती थी आँखों में#

16 Love

#Quotes  तुम्हारी आँखों में आई ड्रॉप डालना पड़ेगा क्योंकि तुम्हें मेरा प्यार नहीं दिखाता..🥹

©Mau Jha

तुम्हारी आँखों में आई ड्रॉप डालना पड़ेगा 🥹👈

180 View

 White ये जरूरी नहीं है की आगे बढ़ने के लिए कोई सहारा हो अरे यार आगे बढ़ना है तो अपने अंदर का टैलेंट दिखाओ क्यों किसी का सहारा मांग रहे हो किसी का सहारा लेने से नहीं बल्कि अपने अंदर कॉन्फिडेंट होना बस जरूरी है अपने अंदर का हुनर दिखवो केसे आगे बढ़ेगा पता ही नहीं चलेगा

©Arun Mahra

अपने अंदर में टायलेंड होना बस जरूरी है

144 View

#शायरी

✍🏿🥀🥀न दर्द दे अब आँखों में 🍂🍂

135 View

#फ़िल्म

पता नही तकदीर में क्या क्या होना बाकी है

162 View

#Thinking #Quotes  Black चेहरे की बनावट और सजावट से ज्यादा महत्वपूर्ण
है दिल का साफ सुथरा और संस्कारो में पिरोया होना।।

©लेखक ओझा

#Thinking संस्कारो में पिरोया होना

117 View

परिधानों से लाज ढाँपती नज़रों में छुप जाती थी, लज्जा बसती थी आँखों में मन ही मन सकुचाती थी, पर्दे के पीछे का सच भी डर की जद में सिमटा था, लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी, बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, खेतों की मेड़ों पर चलती इठलाती बलखाती थी, सावन में मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, देख आईने में ख़ुद को नटखट कितनी शर्माती थी, प्रेम और विश्वास अडिग वादे थे जीने मरने के, रूप सलोना फूलों सा कितनी सुंदर कद-काठी थी, माँ बाबूजी भैया भाभी सबके मन में रची-बसी, सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी, भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन', बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ •प्र • ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #लज्जा  परिधानों  से  लाज  ढाँपती
                                 नज़रों में छुप जाती थी, 
                             लज्जा बसती थी आँखों में 
                               मन ही मन सकुचाती थी,

पर्दे के पीछे का सच भी  डर की जद में सिमटा था, 
लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी,

बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, 
खेतों की  मेड़ों पर  चलती  इठलाती  बलखाती थी,

सावन  में  मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, 
देख  आईने में  ख़ुद को  नटखट कितनी शर्माती थी,

प्रेम  और  विश्वास  अडिग  वादे  थे   जीने मरने  के,
रूप सलोना फूलों सा  कितनी सुंदर  कद-काठी थी,

माँ  बाबूजी  भैया  भाभी  सबके  मन में  रची-बसी, 
सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी,

भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन',
बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी,
       ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               प्रयागराज उ •प्र •

©Shashi Bhushan Mishra

#लज्जा बसती थी आँखों में#

16 Love

#Quotes  तुम्हारी आँखों में आई ड्रॉप डालना पड़ेगा क्योंकि तुम्हें मेरा प्यार नहीं दिखाता..🥹

©Mau Jha

तुम्हारी आँखों में आई ड्रॉप डालना पड़ेगा 🥹👈

180 View

 White ये जरूरी नहीं है की आगे बढ़ने के लिए कोई सहारा हो अरे यार आगे बढ़ना है तो अपने अंदर का टैलेंट दिखाओ क्यों किसी का सहारा मांग रहे हो किसी का सहारा लेने से नहीं बल्कि अपने अंदर कॉन्फिडेंट होना बस जरूरी है अपने अंदर का हुनर दिखवो केसे आगे बढ़ेगा पता ही नहीं चलेगा

©Arun Mahra

अपने अंदर में टायलेंड होना बस जरूरी है

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